जानिए निवेश रणनीति

National Pension System Investment Policy
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने पेश किया एचडीएफसी बिजनेस साइकिल फंड
देश की प्रमुख म्यूचुअल फंड कंपनी एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने बाजार में नया फंड (New fund offer) पेश किया है। कंपनी के एनएफओ का नाम एचडीएफसी बिजनेस साइकिल फंड है। यह एक ओपन एंडेड योजना है जो व्यापार चक्र पर आधारित है। यह एनएफओ 11 नवंबर को खुल चुका है और इसमें 25 नवंबर तक निवेश किया जा सकता है।
इस फंड का मकसद उन कंपनियों में निवेश कर लाभ उठाना है जो अनुकूल व्यापार चक्र में आगे बढ़ने की तैयारी में हैं। व्यापार चक्र में निवेश से व्यापार चक्र पूर्वानुमान बनाम आर्थिक चक्र पूर्वानुमान पर उच्च विश्वास से लाभ मिलता है। ऊपरी कारोबार चक्र में निवेश करने पर कमाई में इजाफा और बेहतर पूँजीकरण का दोहरा लाभ मिलने की संभावना अधिक रहती है। बिजनेस साइकिल में निवेश के लिए कुशल निवेश रणनीति की जरूरत होती है जो व्यापार चक्र के चरणों के आकलन के आधार पर निवेश को गतिशील रूप से पेश कर सके।
NPS Investment Policy : रोजाना 100 रुपए की बचत से दूर कर सकते हैं रिटायरमेंट के बाद की चिंता
NPS Investment Policy – देश भर में हर एक नौकरी जानिए निवेश रणनीति पेशा व्यक्ति अपने रिटायरमेंट (retirement policies) के बाद आर्थिक मजबूती चाहता है। पेंशन तथा रिटायरमेंट का टेंशन दूर करने के लिए आप नेशनल पेंशन सिस्टम यानी कि एनपीएस में निवेश (National Pension System) कर सकते हैं। बेहतर रिटर्न देने के मामले में नेशनल पेंशन सिस्टम अब पब्लिक प्रोविडेंट फंड (public provident fund investment return) के रिटर्न को भी टक्कर देने जानिए निवेश रणनीति लगा है। सबसे खास बात तो यह है कि आप प्रतिदिन मामूली से रकम जमा करके अपने रिटायरमेंट की उम्र में एक अच्छा खासा बैलेंस जमा कर सकते हैं। आइए जानते हैं नेशनल पेंशन सिस्टम में इन्वेस्टमेंट की पूरी जानकारी और निवेश करने की रणनीति के बारे में।
जानिए निवेश संबंधित जानकारी
नेशनल पेंशन सिस्टम में आप यदि सोच विचार कर निवेश जानिए निवेश रणनीति करेंगे तो आपको काफी अधिक फायदा पहुंचेगा। मान लीजिए कि आपने 30 साल तक के लिए प्रति महीने 3000 यानी कि प्रतिदिन ₹100 का निवेश किया है। तो आप 30 वर्षों में 41 लाख 2 हजार 786 रुपए जुटा सकते हैं। अगर आपको आसान भाषा में समझे तो आपको बता दें कि आप यदि प्रतिदिन ₹100 का निवेश करते हैं तो आपको 30 वर्ष बाद एक अच्छी खासी रकम भविष्य की सुरक्षा के लिए प्राप्त हो सकती है। खास बात तो है कि आपको ₹13676 का पेंशन भी दिया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना में ( National Pension System ) रिटायरमेंट की उम्र तक आपका एनपीएस बैलेंस 60 फ़ीसदी तक निकाला जा सकता है।
लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर आपको नेशनल पेंशन सिस्टम में ( NPS Investment Policy ) 10 फ़ीसदी तक का सालाना रिटर्न प्राप्त होगा। इसके साथ ही आपको बता दें कि 8 फीसदी का डेब्ट में फ्लैट रिटर्न भी मिल सकता है। यही नहीं बल्कि इस योजना में इक्विटी मोड में 60 फ़ीसदी (60%) का निवेश करने पर आपको 30 साल में 7 फ़ीसदी का रिटर्न मिलेगा। जानकारी के लिए बता दें कि इस पॉलिसी में निवेशक 75 फ़ीसदी तक के इक्विटी मोड में निवेश कर सकते हैं।
क्या होते हैं मनी मार्केट फंड? कौन कर सकता है निवेश?
- Paurav Joshi
- Publish Date - November 18, 2021 / 01:13 PM IST
शॉर्ट टर्म होने के कारण अर्थव्यवस्था में ब्याज दर में होने वाले बदलाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता है
मनी मार्केट फंड (Money Market Fund) म्यूचुअल फंड की एक कैटेगरी है. मनी मार्केट (Money Market) म्यूचुअल फंड को लिक्विड फंड भी कहते हैं. इसमें कंपनी निवेशकों से लिया हुआ पैसा सुरक्षित व शॉर्ट-टर्म स्कीम में लगाती हैं, जैसे ट्रेजरी बिल, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर, रीपर्चेज एग्रीमेंट इत्यादि. ऐसे निवेश एक साल से भी काम समय में मैच्योर हो जाते हैं, इसमें 91 दिन या फिर उससे भी कम समय के लिए निवेश होता है. इसके साथ ही किसी आपातकालीन स्थिति में आप अपना पूरा पैसा भी निकाल सकते हैं. इस में एक्जिट लोड भी कम रहता है.
कौन कर सकता है निवेश
मनी मार्केट म्यूचुअल फंड विभिन्न वित्तीय साधनों के माध्यम से शोर्ट टर्म इंवेस्ट पर अच्छा रिटर्न प्रदान करता है. आप इसमें एक वर्ष तक निवेश कर सकते हैं. ऐसे लोग, जिनके पास बचत खाते में ठीक-ठाक पैसा है और कम जोखिम पर उच्च रिटर्न चाहते हैं इसमें निवेश कर सकते हैं. यह फंड आपको बचत खाते की तुलना में अधिक रिटर्न देगा. लिक्विड फण्ड में आपको कम से कम 8 से 10 प्रतिशत सालाना की दर से या उससे अधिक ब्याज प्राप्त हो सकता है, क्योंकि लिक्विड फण्ड के अन्तर्गत आपके इन्वेस्ट्मन्ट का ज्यादातर हिस्सा सरकारी सिक्युरटीज़ और बॉन्ड्स में निवेश किया जाता है. यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो मनी मार्केट फंड (Money Market Fund) आपके लिए बेहतर नहीं है. लंबी अवधि के लिए आप डायनेमिक बांड फंड और बैलेंस फंड का उपयोग कर सकते हैं.
इसमें निवेश करने का मुख्य लाभ यह है कि ये अन्य निवेश विकल्पों जैसे कि इक्विटी आदि की तुलना में अधिक सुरक्षित होते हैं तथा इनमें अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है. निवेशक इसमें कम अवधि के लिए भी निवेश कर सकते हैं तथा निवेशित पैसे को कभी भी निकाल सकते हैं. शॉर्ट टर्म होने के कारण अर्थव्यवस्था में ब्याज दर में होने वाले बदलाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता है.
इन बातों का रखें ध्यान
निवेशकों को सबसे पहले विभिन्न प्रकार के मनी मार्केट म्यूचुअल फंड्स की विशेषताओं और जोखिमों के बारे में जानकारी होनी चाहिए. डेट फंडों के साथ जो जोखिम होते हैं, वे इनके साथ भी जुड़े होते हैं. यानी क्रेडिट रिस्क, इंटरेस्ट रेट रिस्क इत्यादि का जोखिम इनमें होता है.
निवेश किस उद्देश्य से किया जा रहा है उसे याद रखें और फंड चुनने से पहले देखे कि यह आपके उद्देश्य को पूरा करता है या नहीं.
हमेशा अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले म्यूचुअल फंड को चुनना चाहिए. फंड मैनेजर की निवेश रणनीति को भी देख लेना चाहिए. निवेश से पहले एक्सपेंस रेशियो को भी देख लें.
Share Market vs Mutual Fund: निवेश के लिए शेयर मार्केट या म्यूच्यूअल फंड? जानिए दोनों में अंतर
Share Market vs Mutual Fund: अगर आप वित्तीय बाजारों में हैं, तो आपके पास दो विकल्प हैं। आप या तो सीधे इक्विटी में निवेश करना चुन सकते हैं या आप म्यूचुअल फंड के माध्यम से इनडायरेक्ट रूप से जाना चुन सकते हैं। लेकिन निवेश से पहले यह जान ने कि शेयरों और म्यूचुअल फंड के बीच अंतर (Difference Between Mutual Funds and Share Market) क्या अंतर है।
Share Market vs Mutual Fund: शेयर और म्यूचुअल फंड वित्तीय बाजार में सबसे लोकप्रिय निवेश साधन हैं। शेयरों में निवेश का मतलब है कि आप सीधे इक्विटी बाजारों में निवेश कर रहे हैं, जबकि म्यूचुअल फंड निवेश का मतलब है कि एक प्रोफेशन फंड मैनेजर आपके लिए इक्विटी फंड या डेट फंड में निवेश कर रहा है। निवेश के दोनों रूपों के अपने अलग फायदे और नुकसान हैं। अगर आप एक नए निवेशक है तो और आप सोच रहे कि म्यूच्यूअल फंड में निवेश करें या शेयर मार्केट में? तो आपको पहले समझना चाहिए कि शेयरों और म्यूचुअल फंड के बीच अंतर (Difference Between Mutual Funds and Share Market) क्या है।
Investment Tips: इस स्कीम सिर्फ 500 रुपये से करें शुरुआत, मैच्योरिटी पर मिलेंगे 40 लाख
PPF Account में निवेश करने पर न सिर्फ आपको अच्छा ब्याज मिलता है, बल्कि टैक्स छूट में भी मदद मिलती है। PPF अकाउंट के 15 साल पूरे होने पर इसकी मैच्योरिटी हो जाती है। इस वक्त आपको करीब 40 लाख रुपये तक मिलते हैं।
हर इंसान चाहता है कि उसकी जिंदगी सुकून भरी हो। इसके लिए वह खूब मेहनत करता और अच्छा पैसा भी कमाता है। पैसे को सही जगह निवेश करना भी जरूरी है। अगर आपको निवेश की सही रणनीति नहीं पता है तो आप अपने सपने अधूरे रह जाएंगे। बहुत लोग सरकारी और गैर-सरकारी की अलग अलग योजना में निवेश करते है। अगर आप की निवेश करने की योजना हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत काम की हे। आज हम आपको पब्लिक प्रोविडेंट फंड पीपीएफ के बारे में बताने जा रहे है। इस स्कीम में निवेश करने से अच्छे ब्याज के साथ-साथ आपको टैक्स में भी छूट मिलेगी। आइए जानते इस योजना के बारे में।
500 रुपये से ओपन कर सकते हैं अकाउंट
पीपीएफ एक सरकारी स्कीम है। सबसे खास बात जरूरत पड़ने पर इससे आप पैसा निकाल भी सकते है। अगर बैंक या पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट ओपन करा सकते है। यह अकाउंट आप 500 रुपए से शुरू कर सकते है। ये एक सरकारी बचत योजना है और इसकी ब्याज दर सरकार तय करती है। इसमें अपनी सुविधा के अनुसार थोड़ा-थोड़ा जमा भी करवा सकते है।
Post Office Scheme: इस योजना में 100 से शुरू करें निवेश, मैच्योरिटी पर मिलेंगे 16 लाख
7.1 फीसदी मिलता है ब्याज
आप पीपीएफ अकाउंट में निवेश करते है तो सालाना 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा। इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 साल तय किया गया है। यदि आप साल जानिए निवेश रणनीति भर में 500 रुपये जमा नहीं करते हैं, तो आपका अकाउंट डिफॉल्ट अकाउंट हो जाएगा। इसको दोबारा चालू करने के लिए 50 रुपये पेनाल्टी और बचा हुआ अमाउंट जमा करना होता है।