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अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश

अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश
लिक्विड ईटीएफ से उत्पन्न रिटर्न अपेक्षाकृत अधिक स्थिर होते हैं क्योंकि इस तरह की शॉर्ट-टर्म डेट सिक्योरिटीज लंबी अवधि की तुलना में कीमत में उतार-चढ़ाव की संभावना कम होती है। इसके अलावा, किसी भी कम समय में इन लिक्विड ईटीएफ यूनट्सि को हाजिर बाजार में स्वतंत्र रूप से बेचा जा सकता है और इसे आसानी से कैश कराया जा सकता है। इसके अलावा, लिक्विड ईटीएफ यूनट्स की खरीद या बिक्री पर कोई सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (एसटीटी) लागू नहीं होता है। जबकि लिक्विड ईटीएफ पर रिटर्न की तुलना अन्य कैटेगरी के डेट म्यूचुअल फंड द्वारा की जाने वाली पेशकश से नहीं की जा सकती है। यदि आप एक अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश आम निवेशक हैं जो सोच रहे हैं कि कम समय के लिए पूंजी कहां लगाएं और पारंपरिक निवेश विकल्प से बेहतर रिटर्न मिले तो एक लिक्विड ईटीएफ अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश इसके लिए बेहतर साबित हो सकता है।

Big Boss, Big Idea EP 05- बाजार में अस्थिरता के बीच कहां और कैसे करें निवेश? जानिए Hiren Ved से

Big Boss, Big Idea के नये एपिसोड में बताया गया कि ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहिए, जिसने लगातार ग्रोथ दिखाई हो, वहीं शेयर मार्केट में निवेश को लेकर हर किसी के मन में ये डर रहता है कि कहीं मार्केट गिर न जाये। मार्केट की अस्थिरता में अक्सर निवेशकों को काफी नुकसान सहना पड़ता है। ऐसे में मार्केट की अस्थिरता के पीछे क्या कारण है व कैसे उसे संभाला जाये, इन सब सवालों पर चर्चा करने के लिए हमारे बीच उपस्थित हैं Alchemy Capital Management के Co-Founder, CEO, Director और CIO Hiren Ved।

शेयर्स खरीदने से पहले आपको शेयर मार्केट का और यहां काम करने के तरीके का ज्ञान होना आवश्यक है। मार्केट के काम करने के तरीके के साथ साथ इसमें कैसे और कब इन्वेस्ट किया जाए और कैसी कंपनी में पैसे लगाना चाहिए कि जिससे मुनाफा कमा सकते है। इस सबकी जानकारी इस वीडियो में शामिल है। बताया गया कि जब आपको ये भरोसा हो जाए कि आप शेयर मार्केट में सटीक और बेहतर जानकारी हासिल कर चुके हैं तभी इसमें निवेश करने के लिए कदम को आगे बढ़ाए। इस वीडियो में बताया गया कि जैसे जैसे आपका इस क्षेत्र में ज्ञान और एक्सपीरियंस बढ़ेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने इन्वेस्टमेंट को बढ़ाने का जोख़िम उठा सकते हैं। कंपनी का ग्रोथ ग्राफ देखकर ही आप उसपर भरोसा करें और उसमें अपनी पूंजी लगाने का रिस्क उठाए।
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Mutual Funds: अस्थिर शेयर बाजार में भी ऐसे बढ़ाएं अपने पैसे

ups and downs in the stock market know where to invest(File Photo)

शेयर बाजार में उतार चढ़ाव के बीच यहां करें निवेश (File Photo)

MF

अभी घटेगी लेकिन बाद में बढ़ेगी कारपोरेट आमदनी
पाटिल का कहना इस समय दुनिया भर में जो हालात बने हैं, उस वजह से कमोडिटी की कीमतें खूब बढ़ गई हैंं इससे कारपोरेट जगत के मार्जिन पर असर पड़ रहा है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि वित्त वर्ष 2023 के लिए ये कारण आमदनी में गिरावट का कारण बन सकती हैं। लेकिन, अगले 3 वर्षों में आशा करते हैं कि कॉर्पोरेट आमदनी 15% की सीएजीआर से बढ़ेगी। यह लंबी अवधि के औसत से अधिक है।

स्मॉल कैप स्पेस में क्‍या करना चाहिए?

स्मॉल कैप फंड अधिक वोलेटाइल होते हैं और कभी-कभी इनमें तेज गिरावट दिखती है. हालांकि, समय के साथ उनके पास लार्ज कैप की तुलना में अधिक रिटर्न देने की क्षमता होती है. इन कंपनियों की ग्रोथ रेट अधिक हो सकती है और उनमें से कुछ को रीसेट किया जा सकता है. स्मॉल कैप फंडों में निवेश लंबी अवधि के लिए होना चाहिए, मसलन 5 साल से अधिक.

निवेशकों को बाजार की गिरावट का इस्‍तेमाल करना चाहिए. गिरावट के दौर में आपको आकर्षक वैल्यूएशन पर शेयर मिलते हैं. बाजार हमेशा के लिए नीचे नहीं आते हैं. इसलिए लंबी अवधि के निवेशक के लिए, करेक्‍शन का दौर इक्विटी में पैसे लगाने और लंबी अवधि के पैसा बनाने के अवसर की तरह होता है. निवेशक अपना एसेट एलोकेशन अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश तय करें और निवेश में बने रहें. रोज रोज कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव पर ध्यान न दें.

मौजूदा और नए निवेशक क्‍या करें?

इक्विटी बाजार लंबी अवधि के लिए आपकी दौलत में इजाफा करते हैं. इक्विटी निवेश के जरिए बड़े रिटर्न के लिए आपको लंबी अवधि तक अपने निवेश को बनाए रखना होगा.

इसलिए अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश एसेट एलोकेशन सही करें. रिस्‍क लेने की क्षमता और निवेश के लक्ष्य को देखकर निवेश करें. इक्विटी निवेश को कम से कम 3-5 साल के लक्ष्‍य के साथ शुरू करें. छोटी अवधि के लिए, आप बैंक डिपॉजिट और डेट फंड पर विचार कर सकते हैं.

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) और सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (STPs) का इस्तेमाल करें.

किन सेक्टर्स को लेकर पॉजिटिव

भारत की अर्थव्यवस्था अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में मजबूत बनी रहेगी, मुख्य रूप से घरेलू खपत और खर्च के चलते. इसलिए डोमेस्टिक ओरिएंटेड सेक्‍टर्स जैसे फाइनेंशियल, कंज्‍यूमर, इंडस्ट्रियल और हेल्‍थकेयर पर ओवरवेट हैं. कमोडिटी की कीमतों में नरमी से भारत को फायदा हो सकता है. कैपेक्स साइकिल के रिवाइवल के शुरुआती संकेत भी दिख रहे हैं.

पैसिव फंड्स इंडस्‍ट्री में निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है. यह इंडस्‍ट्री एक्टिव फंडों की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है, हालांकि अभी इसका बेस कम है. पैसिव फंड में ग्रोथ काफी हद तक EPFO / अन्य PF ट्रस्टों के साथ-साथ एचएनआई और अन्य संस्थागत निवेशकों द्वारा ड्राइव की गई है. अभी पैसिव फंड कुल इंडस्‍ट्री एसेट का 15 फीसदी हिस्सा है और आगे मार्केट शेयर में और बढ़ोतरी की उम्मीद है. पैसिव फंडों की डिमांड मजबूत रहेगी.

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में किस तरह के बदलाव

भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है. साल दर साल ग्रोथ देखने को मिली है. रिटेल निवेशक अब इंस्टीट्यूशनल इन्‍वेस्‍टर्स की तुलना में AuM के बड़े हिस्से का योगदान करते हैं. पिछले 12 महीनों में म्यूचुअल फंड अन्य डीआईआई के साथ बाजारों में नेट इन्‍वेस्‍टर रहे हैं, जबकि FPIs ने भारी मात्रा में पैसा निकाला है. मंथली बेसिस पर SIP AuM और अकाउंट में बढ़ोतरी इंडस्‍ट्री के लिए एक बड़ा और सपोर्ट देने वाला फैक्‍टर रहा है.

म्यूचुअल फंड में निवेश आपके फाइनेंशियल गोल, इन्‍वेस्‍टमेंट हॉरिजॉन के साथ रिस्‍क लेने की क्षमता पर बेस होना चाहिए. जोखिम ले सकते हैं और लंबी अवधि का लक्ष्य है तो एसेट के अधिक रेश्‍यो को इक्विटी जैसे एसेट क्लास में रखना चाहिए.

म्यूचुअल अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश फंड में नए निवेशकों को एसआईपी या हाइब्रिड फंड जैसे बैलेंस्ड एडवांटेज फंड या लार्ज कैप डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में निवेश करने पर विचार करना चाहिए. निवेश के पहले अपने स्तर पर एडवाइजर से सलाह लें ताकि उनका पोर्टफोलियो बेहतर बन सके.

इस फंड में कम खर्च में करें निवेश, हो सकता है बड़ा मुनाफा

इस फंड में कम खर्च में करें निवेश, हो सकता है बड़ा मुनाफा

भारत में बड़ी संख्या में खुदरा निवेशक अपनी व्यापारिक पूंजी को बचत बैंक खाते में जमा करने पर निर्भर हैं, जिससे अतिरिक्त आय अर्जित करने से हाथ धोना पड़ता है। प्रत्यक्ष इक्विटी निवेशकों और डेरिवेटिव व्यापारियों दोनों के लिए मुनाफे को लगातार आधार पर हासिल करना और प्राप्त रकम को बचत बैंक खाते में रखना या ब्रोकर के मार्जिन खाते में रखना एक आम बात है, जो कोई रिटर्न नहीं देता है। इक्विटी बेचने पर मिलने वाली रकम केवल T+2 (कारोबारी और दो दिन) पर उपलब्ध होता है। इसके आगे चलकर तरलता संकट का सामना करना पड़ता है।

अभी कहां निवेश करना है बेस्ट इक्विटी, SIP, गोल्ड या FD? जानें इस साल किसने दिया ज्यादा रिटर्न

साल 2022 में रिटर्न के मामले में इक्विटी, सोना, क्रिप्टोकरेंसी और सेफ इन्वेस्टमेंट ज्यादातर सभी ने निराश किया है। विश्व भर के सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों को बढ़ाया है। सभी महंगाई पर काबू पाने के लिए कई तरीके आजमा रहे हैं। बचे हुए साल 2022 के महीनों में रूस-यूक्रेन का संघर्ष तेज होने और ताइवान पर यूएस-चीन के बीच टकराव अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश के साथ निवेश का माहौल चुनौतीपूर्ण लग रहा है।

हालांकि, प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक दशहरे से एक दिन पहले मंगलवार को फेस्टिव मूड में नजर आया। पॉजिटिव वैश्विक संकेतों के बीच इक्विटी में 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। अमेरिका में कमजोर मैन्युफैक्चरिंग डेटा ने उम्मीद जगाई है कि फेडरल रिजर्व अपनी नीति सख्त करने की स्पीड को धीमा कर सकता है।

तो क्या निवेशकों को इस समय जोखिम उठाना चाहिए और अपने सरप्लस पैसे को किसी दूसरे एसेट क्लास में निवेश करना चाहिए?

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