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स्टॉप लॉस क्या होता है?

स्टॉप लॉस क्या होता है?
Ans :ट्रेलिंग स्टॉप लॉस ऑप्शन हर एक ट्रेडिंग एप्लीकेशन में दिया होता है.

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जानिए क्या होता है शेयर बाजार में स्टॉप लॉस, इससे ज्यादा घाटा होने से बच सकते हैं

मुंबई- बाजार में निवेश के समय स्टॉप लॉस का प्रयोग बार-बार होता है। जब भी आप शेयर खरीदते हैं तो स्टॉप लॉस क्या होता है? स्टॉप लॉस क्या होता है? स्टॉप लॉस जरूर एक बार आ जाता है। स्टॉप लॉस छोटी अवधि के लिए तो बहुत महत्वपूर्ण स्टॉप लॉस क्या होता है? है, लेकिन अगर किसी को लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो फिर उसके लिए इसका कोई बहुत ज्यादा महत्व नहीं है।

आपका शेयर ब्रोकर हर शेयर के लिए एक टार्गेट प्राइस बताता है। स्टॉप लॉस क्या होता है? मान लीजिये आप किसी कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं। अभी इसकी कीमत 10 रुपए है। ब्रोकर आपको बताएगा कि तीन महीने में इसकी कीमत बढ़कर 12 रुपए हो जाएगी। इसका मतलब यह है कि आपने 10 रुपए की कीमत पर इस शेयर को 12 रुपए के लक्ष्य के साथ खरीदा है। आप 12 रुपए की कीमत पर पहुंचने पर इस शेयर को बेचकर मुनाफा हासिल कर सकते हैं।

इस शेयर में किसी वजह से गिरावट भी आ सकती है। इसकी कीमत 10 रुपए से कम होने पर आपको नुकसान उठाना पड़ेगा। नुकसान से बचने के लिए आपको स्टॉप लॉस लगाने की सलाह दी जाती है। मान लीजिए इस शेयर के मामले में आपको 9 रुपए की कीमत पर स्टॉप लॉस लगाने की सलाह दी जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी वजह से शेयरों में कमजोरी आने पर उसे 9 रुपए में बेच देना ठीक रहेगा।

ट्रेलिंग स्टॉप लॉस क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंTrailing stop meaning एक गतिशील स्टॉप लॉस है! यह एक पूर्वनिर्धारित दूरी पर लॉन्ग स्थिति में परिसंपत्ति मूल्य वृद्धि और शार्ट स्थिति में गिरावट का अनुसरण करता है। इसके विपरीत, अगर मूल्य में बदलाव होता है, तो मुनाफे का प्रतिशत सुनिश्चित करते हुए स्थिति बंद हो जाती है।

इसे सुनेंरोकेंट्रेलिंग स्टॉप लॉस क्या है? लोकप्रिय स्टॉप लॉस की तरह ही, ट्रेलिंग स्टॉप एक ऑर्डर है जिसका उद्देश्य बाजार में उलटफेर की स्थिति में ऑपरेशन को बंद करना है। यह जोखिम प्रबंधन के लिए एक आवश्यक उपकरण है।

स्टॉप लॉस ऑर्डर के उदाहरण कैसे रखें?

इसे सुनेंरोकेंस्टॉप-लॉस ऑर्डर को परिभाषित करना स्टॉप-लॉस ऑर्डर की पूरी अवधारणा को किसी के नुकसान को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किया गया हैइन्वेस्टर सुरक्षा स्थिति पर। उदाहरण स्टॉप लॉस क्या होता है? के लिए, यदि आप स्टॉप-लॉस ऑर्डर को 10% कम कीमत पर सेट करते हैं, तो जिस कीमत पर आपने स्टॉक खरीदा है, वह आपके नुकसान को 10% तक सीमित कर सकता है।

ट्रिगर प्राइस क्या स्टॉप लॉस क्या होता है? है?

इसे सुनेंरोकेंसरल शब्दों में, ट्रिगर प्राइस वह प्राइस है जो प्राप्त होने पर, स्वचालित रूप से स्टॉप लॉस क्या होता है? आपके ऑर्डर को लागू / निष्पादित करता है। अपस्टॉक्स के विशेष क्रम में ट्रिगर ऑर्डर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहाँ इस लेख में, विभिन्न प्रकार के ऑर्डर और उनके संबंधित ट्रिगर प्राइस की विस्तृत समीक्षा दी है।

स्टॉक से क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंWhat is a stock? जब किसी कंपनी को धन की आवश्यकता होती है, तो नकदी हासिल करने के लिए इसके पास मुख्य रूप से दो तरीके होते हैं: यह धन उधार ले सकती है, या यह कंपनी के शेयर बेचकर निवेशकों से धन जुटा सकती है। ये शेयर स्टॉक या इक्विटी कहलाते हैं।

स्टॉप लॉस ट्रिगर प्राइस क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमान लीजिये की आपने किसी कंपनी के स्टॉक को 100 रुपये में ख़रीदा है और अब आपको लगता है की उस स्टॉक की कीमत अब नीचे जाने वाली है तो आप उस स्टॉक को 90 रुपये के स्टॉप लॉस पर सेट करते है, लेकिन जिस प्राइस पर आप अपने आर्डर को ट्रिगर करना चाहते है उसके लिए आपको स्टॉप लॉस से ज़्यादा वैल्यू पर ट्रिगर प्राइस दर्ज़ करना होता है।

इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने?

इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक को चुनने के लिए पांच सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले तरीके निम्नलिखित हैं:

  1. #1 तरलता सबसे महत्वपूर्ण मानदंड है:
  2. #2 व्यापक शोध के बाद स्टॉक को चुना जाना चाहिए:
  3. #3 मध्यम अस्थिरता और मजबूत सहसंबंध वाले स्टॉक चुनें:
  4. #4 ट्रेड वॉल्यूम और ट्रेड वॉल्यूम इंडेक्स:

ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का प्रयोग (How to use Trailing Stop loss)

तो चलिए हम जानते हैं, ट्रेलिंग स्टॉप लॉस ऑप्शन का उपयोग कैसे करते हैं. हम इसको एक उदाहरण के साथ समझेंगे मान लीजिए ABC कंपनी का शेयर आपने खरीदा जिसका मार्केट प्राइस ₹120 रूपये है. शेयर खरीदने के बाद ₹118 रूपये पर स्टॉप लॉस लगा दे। जिससे शेयर की प्राइस गिरे तो स्टॉपलॉस ₹118 पर हिट कर जाएगा. इसे आप एक बड़े लॉस से बच पाएंगे. दूसरी ओर यदि शेयर का प्राइस ऊपर ₹124 रूपये की ओर बढ़ता है, तो ₹123.20 रूपये पर स्टॉप लॉस को ट्रेल कर दें. जिससे शेयर का प्राइस गिर भी जाए तो आपको लॉस ना हो और आप एक मुनाफ़ा बुक कर सके.

Trailing Stop Loss kya hai

ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का उदाहरण (Trailing Stop loss Example)

एक और उदाहरण : अपने XYZ कंपनी का ट्रेड लिया ₹100 रूपये प्रति शेयर के हिसाब से यदि शेयर बढ़कर ₹108 रूपये पर पहुंच गया, तो स्टॉप लॉस को ट्रेल करे ₹107.20 पर अब जैसे–जैसे शेयर की कीमत बड़े स्टॉप लॉस को ट्रेल करते रहे.

ध्यान दें, आपका स्टॉप लॉस कभी भी हिट हो सकता है. हिट होने पर आप प्रॉफिट भी कमा पाएंगे और लॉस से भी बच जाएंगे.

Trailing Stop Loss kya hai

Advantage of Trailing Stop Loss

  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेलिंग स्टॉप लॉस अधिक लाभदायक माना जाता है.
  • ट्रेलिंग स्टॉप लॉस की मदद से पूंजी को बचा सकते हैं.
  • ट्रेडर अपने रिस्क मैनेजमेंट और ट्रेड मैनेजमेंट को भी प्लान कर सकते हैं.
  • ट्रेलिंग स्टॉप लॉस ऑप्शन का लाभ तभी उठा सकते है, जब मार्किट हमारे पक्ष में चल रहा होता है.
  • मार्केट volatile होने के कारण स्टॉपलॉस हिट होने की संभावना काफी अधिक होता है.
  • हमें इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए स्क्रीन के सामने लगातार बैठकर स्टॉप लॉस को ट्रेल करना पड़ता है क्योंकि मार्केट volatile होती है.
  • ट्रेलिंग स्टॉप लॉस के वजह से कभी-कभी अधिक प्रॉफिट कमाने की सम्भावना खो देते हैं.

स्टॉप लॉस लगाने के फायदे – What are the Benefits of Putting a Stop Loss in Hindi

Benefits of Stop Loss in Hindi

  1. इसका इस्तेमाल करने पर हमें कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज पे नहीं करना पड़ता।
  2. हमारे होने वाले नुकसान को सीमित कर देता है।
  3. ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाने से बार-बार स्टॉक की निगरानी नहीं करनी पड़ती।
  4. हमारे रिक्स लेने की क्षमता को बेहतर बनाता है।

स्टॉप लॉस लगाने के नुकसान What are the Disadvantages of putting a Stop Loss

  1. यह केवल डे ट्रेडिंग में ही काम करता है। स्टॉप लॉस बड़े व्यापारियों के लिए उपयोगी नहीं है।
  2. कई बार अस्थिरता (volatility) के कारण शार्ट टर्म में स्टॉक स्टॉप लॉस (Stop Loss) को जल्दी छू लेता है।
  3. स्टॉप लॉस (stop loss) के कारण स्टॉक के परफॉर्मेंस से आपका ध्यान हट जाता है।
  4. स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार का नियम नहीं होता। यह पूरी तरह आपके डिसीजन और तौर-तरीके पर निर्भर करता है।

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तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने बताया कि स्टॉप लॉस क्या स्टॉप लॉस क्या होता है? होता है (What is Stop Loss in Hindi) स्टॉप लॉस किस तरीके से लगाया जाता है (How to Put Stop Loss in Hindi)। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल जरूर पसंद स्टॉप लॉस क्या होता है? आया होगा।

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स्टॉप लॉस कैसे लगाएं

चलिए हम एक उदाहरण से जानते हैं कि स्टॉप लॉस का प्रयोग कैसे करते हैं.

उदाहरण के लिए, मान लीजिए की अनिल प्रति शेयर ₹500 की दर से ABC कंपनी में 100 शेयर खरीदता है. अचानक शेयर की कीमत प्रति शेयर के हिसाब से ₹10 गिर जाता है. शेयर की कीमत ₹490 हो जाता हैं. अनिल अपने नुकसान को सीमित करना चाहता है, तो वह ₹450 रुपए पर एक स्टॉप लॉस ऑर्डर लगा देता है, अगर कीमत ₹450 रुपए से नीचे भी गिर जाता है, तो अनिल का स्टॉपलॉस हिट कर जाएगा और उसे एक सीमित नुकसान होगा. यानी अनिल का जो Broker होगा. वह ₹450 की कीमत पर शेयर को बेच देगा और आगे होने वाले नुकसान को रोक लेगा.

दूसरी ओर यदि शेयर की कीमत बढ़ जाती है ₹550 रुपए प्रति शेयर हो जाता. तो अनिल अपने शेयर को बेच कर मुनाफा कमा सकता है या फिर stop-loss को ट्रेल कर अपने प्रॉफिट को secure कर सकता है.

शेयर मार्केट में ट्रिगर प्राइस क्या हैं (What is Trigger Price)

शेयर मार्केट में दो प्रकार से आर्डर को एग्जीक्यूट किए जाते हैं. पहला Buy और दूसरा Sell. ट्रिगर प्राइस का प्रयोग मार्केट में buy ओर sell के आर्डर को एक्टिवेट करने के लिए उपयोग करते हैं।

ट्रिगर प्राइस को आप buy करने के लिए या फिर sell करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। जब किसी शेयर पर स्टॉप लॉस लगाते हैं, तो वहां पर ट्रिगर प्राइस का इस्तेमाल किया जाता है.

यदि आप कोई शेयर buy या sell करना चाहते हैं तो उसमें स्टॉप लॉस लगाते समय आप ट्रिगर प्राइस भी लगा सकते हैं।

Trigger price meaning in Hindi

जब आप शेयर पर स्टॉप लॉस लगाने जाएंगे, तो वहां पर आपको तो ऑप्शन मिलेगा. पहला ट्रिगर प्राइस (Trigger Price) दूसरा लिमिट प्राइस (Limit Price). अब ट्रिगर प्राइस ऑप्शन में आपको एक प्राइस दर्ज करना है. जोकि लिमिट प्राइस से अधिक और मार्केट प्राइस से कम यानी कि दोनों वैल्यू के बीच का कोई एक प्राइस दर्ज करना है. जैसे ही शेयर का प्राइस आपके द्वारा दर्ज किए गए ट्रिगर प्राइस तक पहुंचता है. आपका stop-loss ऑर्डर सिस्टम के द्वारा एक्टिवेट कर दिया जाएगा. और जब भी मार्केट प्राइस आपके द्वारा दर्ज किए गए लिमिट प्राइस तक पहुंचता है आपका stop-loss आर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा ।

FAQ’s

Q1. शेयर खरीदते समय स्टॉप लॉस कैसे लगाएं ?

Ans. शेयर खरीदते समय आपको अपने risk और reward पॉइंट्स जैसे 1:2 को तय कर लेना चाहिए. उसके अनुसार स्टॉपलॉस लगाए।

Q2. ट्रिगर प्राइस क्या होता है ?

Ans. ट्रिगर प्राइस का प्रयोग मार्केट में buy ओर sell के आर्डर को एक्टिवेट करने के लिए उपयोग करते हैं।

Q3. ट्रिगर प्राइस और लिमिट प्राइस में क्या अंतर है ?

Ans. ट्रिगर प्राइस स्टॉप लॉस को एक्टिवेट करता है और लिमिट प्राइस स्टॉक को Execute करता है|

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