इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है

Intraday Trading क्या होती है (संपूर्ण जानकारी) | Intraday Trading कैसे करे 2022
आज के समय में शेयर मार्केट से काफी लोग जुड़ रहे है। कोरोना महामारी के बाद से लोगो में इसके प्रति काफी लगाव देखा गया है। इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है शेयर मार्केट में आप दो ही तरीके से पैसे कमा सकते है या तो आप इन्वेस्टमेंट कर सकते है या फिर इंट्राडे ट्रेडिंग। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में बताएंगे। क्या होता है इंट्राडे ट्रेडिंग? इससे कैसे पैसे कमाए, इसके फायदे और नुकसान। सबकुछ जानेंगे हम इस आर्टिकल में। तो आईए सबसे पहले intraday ट्रेडिंग के बारे में जान लेते है।
Table of Contents
Intraday Trading क्या होती है
जैसा की आप जानते ही होंगे की शेयर मार्केट में हम शेयर की खरीद-बिक्री करते है। शेयर मार्केट में लोग कम दाम में शेयर खरीद के उसे दाम बढ़ने पर बेच कर पैसे कमाते है। आप खरीदे हुए शेयर को या तो तुरंत बेच सकते है या फिर आप जब चाहे तब बेच सकते है। अगर आप शेयर को आज खरीद कर आज ही बेच देते है तो इसे ही intraday ट्रेडिंग कहते है।
अगर आप खरीदे शेयर को आज के अलावा किसी और दिन बेचते है तो उसे डिलीवरी कहते है। Intraday trading के अपने फायदे और नुकसान है। लेकिन सही से ट्रेडिंग करके आप इसमें अच्छा पैसा बना सकते है। आईए सबसे पहले हम Intraday ट्रेडिंग करना जान लेते है। इसके बाद इसके फायदे और नुकसान को देखेगे।
Intraday Trading कैसे करे
Intraday trading इन्वेस्टमेंट की तुलना में काफी रिस्की होता है। इसलिए भी इसमें कदम रखने से पहले अच्छे से अपना सेटअप तैयार रखे। जैसे स्टॉपलॉस, टारगेट, शेयर सिलेक्शन इत्यादि। आपको Intraday trading करने के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखना चाहिए:-
- सबसे पहले एक अच्छा लिक्विफाइड स्टॉक चुने। लिक्विफाइड का मतलब ऐसे स्टॉक से है जिसमे अच्छा खासा वॉल्यूम और मूवमेंट हो।
- इसके बाद आप एंट्री प्राइस और टारगेट सेट करे। और साथ ही में स्टॉप लॉस लगाना न भूलें। स्टॉपलॉस आपको अधिक लॉस होने से बचाता है।
- आप अलग अलग तरह के इंडिकेटर का इस्तमाल कर सकते है। यह आपको स्टॉक के मूवमेंट से जुड़ी जानकारी देंगे। जैसे RSI, Volume chart इत्यादि।
- आप रिस्क रिवार्ड को हमेशा ध्यान में रखकर ही ट्रेडिंग करे। जितना रिस्क कम उतना अच्छा है। कभी भी लालच न करे हमेशा धैर्य बनाए रखे।
- अब जब आप intraday ट्रेडिंग करना सीख चुके है तो आईए अब intraday ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान के बारे में जान लेते है।
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Intraday Trading के फायदे
Intraday ट्रेडिंग के बहुत सारे फायदे है। इसका सही से उपयोग करके आप इसमें अच्छा खासा पैसा कमा सकते है। आईए इसके फायदे को देखते है।
जहा एक और इन्वेस्टमेंट के जरिए आप महीनो और सालो में पैसे कमाते है तो वही Intraday trading की मदद से आप कुछ ही घंटो या मिनटों में पैसे कमा सकते है।
Intraday trading में आप मार्केट में कम समय देकर ज्यादा पैसे कमा सकते है। इसके साथ ही आपका पैसा भी इसमें फसा नही रहता है।
Intraday ट्रेडिंग के लिए बहुत से ब्रोकर आपको मार्जिन फैसिलिटी देते है, जिसका मतलब है की आप थोड़े पैसे में ही बहुत सारा शेयर खरीद बेच सकते है। इसके मदद से आप अच्छा खासा पैसे बना सकते है।
Intraday Trading के नुकसान
जैसा की आप जानते ही होंगे की हर चीज का फायदा और नुकसान दोनो ही होता है। किसी भी चीज के नुकसान से बचने का सबसे अच्छा तरीका है की उसे अच्छे से जाने। तो आईए अब आपको Intraday ट्रेडिंग के नुकसान के बारे में बताते है। इसे अच्छे से समझे ताकि आप नुकसान से बच सके।
Intraday trading में आपको शेयर एक ही दिन में खरीदना और बेचना होता है, इस वजह से आपके लॉस की संभावना अधिक हो जाती है।
बहुत ज्यादा मार्जिन के प्रयोग की वजह से छोटे सा लॉस भी आपके लिए बहुत बड़ा लॉस साबित हो जाता है। इसलिए मार्जिन का सही से उपयोग करे।
कई बार intraday trading में अप्पर सर्किट या फिर लोअर सर्किट लग जाने की वजह से आप इसमें फस जाते है। इसलिए पोजिशन को सही समय पर एग्जिट कर दे।
Intraday trading में डिलीवरी की तुलना अधिक ब्रोकरेज देना परता है। इसलिए ट्रेडिंग सही से करे।
अब जब आप Intraday ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान को भली भाती जान चुके है तो आइए अब आपको बताते है की intraday ट्रेडिंग को कैसे सीखा जा सकता है। अगर आप इसे सीख के ट्रेडिंग करेंगे तो ज्यादा चांसेज है की आप फायदे में रहेंगे।
Intraday trading कैसे सीखे
अगर आप Intraday ट्रेडिंग सीखना चाहते है तो इसके लिए आप यूट्यूब का सहारा ले सकतें है। यूट्यूब पे आपको ढेरो लर्निंग विडियोज मिल जायेंगे। इसके अलावा आप बुक्स का भी सहारा ले सकते है। इन बुक्स के मदद से आप Intraday ट्रेडिंग को आसनी से सीख सकते हैं। कुछ फेमस बुक्स के नाम इस प्रकार है:
इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान
ट्रेडनिति – कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर
रिच डैड पूअर डैड
A टू Z शेयर मार्केट (इंट्राडे ट्रेडिंग)
इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान
ऊपर में हमने कुछ बुक्स में नाम दिए है आप इन बुक्स को पढ़ कर इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते है। ये सारे बुक्स हिंदी में है, इसे आप आसानी से पढ़ कर समझ सकते है। इसके बाद जब आप intraday को अच्छे से समझ ले तब आप इसका प्रैक्टिकल करने के लिए पेपर ट्रेडिंग कर सकते है। आईए अब आपको पेपर ट्रेडिंग के बारे में बताते है।
पेपर ट्रेडिंग क्या है?
पेपर ट्रेडिंग एक तरह का सिमुलेटर है जिसके मदद से आप बिना पैसे लगाए ट्रेडिंग कर सकते है। यह एक तरह का वर्चुअल ट्रेडिंग होता है। इसके मदद से आप बिना पैसे लगाए ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते है। आपको इंटरनेट पर बहुत सारे ऐप और वेबसाइट मिल जाएंगे जो आपको वर्चुअल ट्रेडिंग के माध्यम से पेपर ट्रेडिंग की सुविधा उपलब्ध कराते है। आप चाहे तो स्काट्रेड, फिडेलिटी जैसे पेपर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर सकते है।
Intraday ट्रेडिंग में किन बातों का रखे ध्यान
Intraday ट्रेडिंग पूरी तरह से मार्केट के मूव पर निर्भर करता है। इसमें आप जहा एक दिन में ही पूरे महीने की सैलरी कमा सकते है तो वही पूरे महीने की सैलरी गवा भी सकते है। यह हाई रिस्क वाला काम है। इसे बिना सीखे कभी ट्राय नही करना चाहिए। शुरू में आप कम कैपिटल के साथ इसको आजमा सकते है। धीरे धीरे जब आप मार्केट को अच्छे से समझ जाए तब इसमें बड़े अमाउंट से ट्रेडिंग करे। अपना कैपिटल हमेशा बचा के रखे, अपना मूल धन इसे कभी नही खोए।
निष्कर्ष :
दोस्तो, आज के इस आर्टिकल में हमने शेयर मार्केट के अंतर्गत आने वाले intraday trading के बारे में जाना। Intraday क्या है, Intraday Trading कैसे करे, Intraday Trading फायदे और नुकसान। अगर आपको यह आर्टिकल “Intraday Trading“ फायदेमंद लगा हो तो इसे जरूर शेयर करे। इसके साथ ही किसी तरह के सवाल के लिए आप नीच कमेंट कर सकते है। हम आपकी मदद करने की कोशिश करेंगे। ऐसे ही बेहतरीन और जानकारी से भरे आर्टिकल के लिए आप हमारे वेबसाइट से जुड़े रहे।
What is Intraday Trading in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
दोस्तों यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं और शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हैं, लेकिन आप intraday trading के बारे में कुछ भी नहीं जानते तो आप एक सही ब्लॉग पर आए हैं. क्योंकि आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं की इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
Table of Contents
इंट्राडे ट्रेडिंग का क्या मतलब है (Intraday Trading Meaning in Hindi)
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही दिन के अंदर स्टॉक को खरीदना और बेचना होता है. यहां पर कोई भी स्टॉक को खरीदने के लिए स्टॉक के इंडेक्स को देखना होता है. क्योंकि एक अच्छा मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक का उतार–चढ़ाव किस प्रकार से चल रहा है. उस स्टॉक पर नजर बनाए रखना होता है।
अगर आप intraday trading करना चाहते हैं. यह फिर शेयर मार्केट से कोई भी शेयर खरीदना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप के पास एक ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट होना चाहिए. अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि अकाउंट कैस इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है open कराए.
डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खुलवाए (How to open Demat and Trading Account)
मार्केट में कई ऐसे ब्रोकर है जहां पर आप घर बैठे ऑनलाइन के माध्यम से अपना डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट open करा सकते हैं। उदहारण के लिए आपको कुछ ब्रोकर के नाम बता दें AngelOne, Zerodha, Groww, Dhan जैसे कई अन्न ब्रोकर भी हैं. इन सभी ब्रोकर के Android और iOS App भी स्टोर पर मौजूद हैं. अकाउंट open कराने के बाद आप शेयर मार्केट में शेयर को खरीद या बेच सकते हैं.
जब आप एक दिन के अंदर ही शेयर को खरीद कर बेच देते हैं, तो उसे Intraday Trading कहते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ फायदे और नुकसान भी हैं, तो चलिए जान लेते हैं. क्योंकि इन सभी बातों को जानने के बाद हमें इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छे से समझ आ जायेगा.
इंट्राडे ट्रेडिंग में Margin मिलता है मार्जिन का मतलब है कि जो शेयर 500 rupee का है वो हमें 50 rupee में मिलता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान Advantage and disadvantage of Intraday Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे (Advantage of Intraday Trading) :
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक दिन के अंदर पैसे कमा सकते हैं.
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए अधिक पैसे की आवश्यकता नहीं होती.
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस या फंडामेंटल एनालिसिस की ज्यादा आवश्यकता नहीं होती.
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कोई डिग्री की आवश्यकता नहीं है.
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आपका प्रॉफिट हो या लॉस तुरंत पता चल जाता है. इसके लिए आपको ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं होती.
- इंट्राडे ट्रेडिंग आप अपने जॉब या फिर बिजनेस के साथ पार्ट टाइम में कर सकते हैं.
- इंट्राडे ट्रेडिंग कर के एक अच्छा इनकम बना सकते हैं.
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantage of Intraday Trading) :
- इंट्राडे ट्रेडिंग में यदि स्टॉप लॉस का प्रयोग नहीं करते तो भारी नुकसान हो सकता है.
- इंट्राडे में यदि जुआ और सट्टा समझ कर पैसे लगाते हैं, तो आपके पैसे डूब जाएंगे.
- इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए धैर्य बनाए रखना बहुत ही अनिवार्य है. क्योंकि जल्दबाजी में शेयर को खरीदना और बेचना हमेशा नुकसान ही होता है.
- इंट्राडे ट्रेडिंग में जरा सी चूक पर आपका कैपिटल डूब भी सकता है.
- इंट्राडे ट्रेडिंग में अधिकांश ट्रेडर ज्यादा कमाने के चक्कर में मुनाफा होते हुए भी अपना नुकसान कर इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है लेते हैं.
- इंट्राडे में बहुत ही कम समय में आपको फैसले लेने पड़ते हैं. क्योंकि छोटी सी चूक पर आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ध्यान देने योग्य बातें :
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए Patience जरूर रखें.
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए Indicators का प्रयोग करें.
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए Risk Management को पढ़ें
- इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कभी भी अपना पूरा कैपिटल ना लगाएं.
- शेयर मार्केट से जुड़े अपडेट लेते रहें.
- लालच पर अपने नियंत्रित करें.
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स (Intraday Trading Tips in Hindi)
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को जिस दिन खरीदते हैं, उसी दिन शेयर को बेचना भी होता हैं. मान लीजिए शेयर बाजार खुलने पर अपने कोई शेयर खरीदा कुछ समय बाद देखा कि आपको शेयर में मुनाफा मिल रहा है. लेकिन आपने शेयर को बेचा नहीं ऐसे में शेयर बाजार बंद होते ही अपने आप शेयर चाहे मुनाफे की ओर या फिर घाटे में चल रहा हो. शेयर ऑटोमैटिक बिक जायेगा। जिसे ट्रेडिंग के भाषा में auto squareoff कहते हैं।
इसमें एक बात ध्यान रखें कि auto squareoff होने पर आपका ब्रोकर पेनाल्टी चार्ज भी काटेगा. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में शेयर को जब तक चाहे ट्रेडर होल्ड करके रख सकता हैं।
FAQ’s
Q. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए समय क्या है?
Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग 9:00 AM से 3:30 PM के बीच में कर सकते हैं. शनिवार और रविवार शेयर मार्केट बंद रहता है।
Q. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कितना पैसा चाहिए?
Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग आप 5000 से शुरू कर सकते हैं.
Q. इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे किया इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है जाता है?
Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए. इसे आप घर बैठे अपने फोन या कंप्यूटर से ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Intraday Trading kaise kare in Hindi
दोस्तों, बात शेअर मार्केट की हो और Intraday कि चर्चा ना हो ऐसा हो सकता है क्या? इंट्राडे ट्रेडिंग दिखने में जितनी आसान दिखती है उतनी ही पेचीदा होती हैं.Intraday Trading Kaise kare इसीलिए आपके पैसे को सेफ रखने के लिये और उसे बढ़ाने के लिये हम आपके लिये Intraday Trading के नुस्खे बतायेंगे जिसे अगर आप समझते हैं तो बड़े आसानी से और विचारपुर्वक आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हों.
इंट्राडे ट्रेडिंग वहीं कर सकता है जो शेअर मार्कट का गणित समजता हैैं.आपने अभी अभी शेअर मार्केट पे आई सोनी कि वेबसेरिज देखी ही होगी जिसका नाम था स्कैम 1992 जो की भारत के सबसे बढे स्कैंम हर्षित मेहता पर बनी थी इसमें एक डायलॉग है जो कि देखा जाये तो इसमें बहुत सच्चाई हैं वह डाॅयलाॅग यह था कि शेअर मार्केट इतना बढ़ कुआं है कि हर एक कि प्यास बुझा सकता हैं, हालाकी यह सच भी लेकिन बिना नाॅलेज के यह आपको डुबा भी सकती हैं.
इससे पहले हमने आपको शेअर मार्केट के आधारित बहुत से विषय थे जिनके बारे में पुरे विस्तार से बताया है यह भी आप पढ़ सकते हैं.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग क्या होती हैं?
अगर हम किसी Stock को आज के दिन ही खरिदते है और आज के दिन हि बेचते हैं तो इस इंट्रा-डे कहते हैं.
अगर आपने उसे बेचा नहीं तो भी ऑटोमैटिक वह स्केअर अप यानी एक्सिट हो जाता हैं जैसे ही ट्रेंडिंग इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है का समय खत्म होता हैं.
इंट्रा-डे में आपको कम पैसों में ज्यादा शेअर खरिदने मिलते हैं यानी ज्यादा नफा और इसका उल्टा ज्यादा रिस्क भी, कुछ भी हो जाये आपको नुकसान हो या फायदा वह दिन के आखिर में पता लग ही जायेंगा.
अगर आप इंट्राडे करते हैं तो हम कुछ टिप्स और ट्रिक्स आपको बताने जा रहे हैं.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग करने के 7 टिप्स और ट्रिक्स:
1. ओवर ट्रेडिंग से दुर रहें
यह सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक बात है अगर आप नये नये स्टाॅक मार्केट में आहे हो तो क्योंकि ज्यादातर लोग इसी कारण नुकसान में रहते हैं.
ओवर ट्रेडिंग मतलब जादा ट्रेंड लेना और अपने रिस्क को बढाना.
जब हम इंट्रा-डे करना चाहते हैं तो पहले ही यह फिक्स करले कि आप कितने ट्रेंड ज्यादा से ज्यादा लेंगे इससे होगा ये कि आपका कॅपिटल बच जायेगा और आप अगले दिन ट्रेंड ले पायेंगे.
ज्यादातर लोग अगर थोड़े लाॅस में जाते हैं तो उसको रिकव्हर करने के लिये बादमें फिर बिना सोचे समझे ट्रेंड में घुस जाते हैं और ज्यादा नुकसान कर बैठते हैं.
एक बाद हमेशा याद रखिये जिस दिन मार्केट आपके ऍनालायसिस में मेल खायेगा तब आपको इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है प्रोफिट होना तय है लेकिन जबरदस्ती ट्रेंड ना लें इससे गलती होने कि जादा चान्सेस हो जाते हैं.
2. चुनिंदा स्टेटर्जी पर काम करें
इंट्रा-डे में यह छोटी छोटी बातें ही हिरो या जेरो बना देती हैं. बहुत से लोग ज्यादातर नये नये मार्केट में पैर रखनेवाले किसी स्टॅटर्जी को सुनते हैं या देखते हैं और उसी पे ट्रेंड करना चालु कर देते हैं थोड़े दिन उससे प्रोफिट भी मिलता हैं लेकिन एक दिन ऐसा आता है की इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है यह काम नहीं करता तो उसे छोड़कर दुसरे स्टेटर्जी को ढुढने लग जाते हैंं, और वह भी किसी दिन नहीं चलती तो और कोई तिसरी स्टॅटर्जी,ऐसे में आपको लाॅस होना तय हैं क्योंकी कोई भी कितनी भी अच्छी स्टॅटर्जी हो वह १०० प्रतिशत कभी नहीं वर्क करेगी इसलिये चुनिंदा स्टेटर्जी पर ही काम करें भले एक दो दिन के लिये नुकसान हो लेकिन महिने के आखिर में या साल के एंड में आप उसे सही तरिके से इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है फोलो करते हो तो आप फायदे में ही रहोगें.
3. स्टाॅपलाॅस लगाने कि आदत डालें
कितना भी आपको Confidence हो कि शेअर प्राइस आपके डायरेक्शन में जायेंगी लेकिन स्टाॅपलाॅस लगाना ना भुले क्योंकी किसी एक न्युज से या ज्यादा सेलर आने से कई बार एक ही केंडल में प्राइस गलत डायरेक्शन में जाता है इससे हमारा ज्यादा नुकसान हो सकता हैं इसलिये स्टाॅपलाॅस लगाने कि आदत हमेशा डाले.
टार्गेट सेट करना इतना महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन एक ट्रेंड में हमारा ज्यादा से ज्यादा कितना नुक्सान हम सह सकते उतना ही स्टाॅपलास आपका होना चाहिये और उसके हिसाब से आपको ट्रेंड में उतरना चाहियें.
अगर रिस्क को सही से हम मैनेज करना हम सिख गये तो नुकसान होना नामुमकिन हैं.
4. ट्रेंड लेने से पहले एनालायसिस करें ट्रेंड लेने के बाद नहीं
जितना रिसर्च करना है वह ट्रेंड लेने से पहले करें बाद में या तो आपका स्टाॅपलाॅस हिट होना चाहिये या तो टार्गेट , कई लोग इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है ट्रेंड में इंट्री लेने के बाद उसकी एनालिसिस करने बैठ जाते हैं और वह स्टाॅक प्राॅफिट भी दे रहा होगा तो भी आखिरी तक हम गलत स्टॅटर्जी से बाहर निकल जाते हैं और नुकसान कर बैठते हैं , एक बार अगर ट्रेंड ले लेते हैं तो एक तो स्टाॅपलाॅस हिट करना चाहिये या तो आपका टार्गेट बिच में एनालिसिस करना बैठना गलत बात हैं.
अगर आप इमोशन नहीं कंट्रोल कर सकते तो कुछ भी नहीं प्रोफिट क्या पायेंगे.
5. इंट्रा-डे में टेक्निकल एनालाइसेस कि समझ होना जरुरी हैं
इंट्रा-डे में फंडामेंटल एनालासिस कि ज्यादा जरुरत नहीं होती लेकिन टेक्निकल एनालिसिस कि जानकारी होना बहुत जरुरी होती हैं. इंट्राडे में हम स्टाॅक को ज्यादा देर नहीं लेके करते इसलियें Fundamental Analysis ज्यादा मायने नहीं रखते लेकिन technical Analysis कि ज्यादा नाॅलेज होनी जरुरी है अगर आप Intraday Trading करना अथवा सिखना चाहतें हैं तो.
6. कम स्टाॅक को रखें वाॅचलिस्ट में
अगर आप सभी स्टाॅक की एनालायसिस करने बैठ जायेंगे तो यह नामुमकिन हैं की आपको फायदा होगा, लेकिन अगर आप कुछ 8 से 10 स्टाॅक पर हि ज्यादा ध्यान देकर उनमें ही ट्रेंड करने की सोचेंगे तो सही होगा क्योंकि अगर आप ज्यादा share पर ध्यान देंगे तो आप कन्फुज हो जायेंगे इसलिये जितना हो सके कम स्टाॅक्स को चुने इससे आप लक्ष ज्यादा देकर सही ट्रेंड लेनी कि प्रोबेबिलिटी को बढ़ा सकेंगे.
अगर आप चुनिंदा ही स्टाॅक में ज्यादा समय ट्रेंड करते हो तो उसकी Moment का पता आपको लग जायेगा कि यह स्टाॅक कितना Volatile हैं कितना Movement दिनभर दे सकता है यह आपको बाद में Predict करना आसान जायेगा.
7. पेड़ सब्सक्रिप्शन और न्युज के चक्करों में ना पड़ें
नये लोग जो भी इंट्रा-डे करने आ जाते हैं वह ज्यादा प्रोफिट कमानें के चक्कर में आ जाते हैं जो कि शुरुवात में न्युज देखकर या पेंड सब्सक्रिप्शन को पैसे देकर आ जाते हैं लेकिन सच कहे तो जबतक आप खुद मार्केट को पुरी तरह से ना समझते हो तब तक आप इसमे से किसी चक्कर में ना पड़ें क्योंकी पहले पहले देखने में यह काफी आसान लगता है लेकिन हम जब असली में इनके बताते ट्रेंड लेते हैं तो कई बार शुरवात में प्रोफिट होता भी है लेकिन ज्यादातर बार हम हमारा कॅपिटल भी बचा नहीं पाते.
ऐसा नहीं है कि सभी पेड़ सब्सक्रिप्शन और न्युज गलत होती है लेकिन जब-तब आपको शेअर मार्केट कि नाॅलेज ना हो तब तब इंट्रा-डे के चक्कर में ना ही पड़ना बेहतर हैं.
आपने क्या सीखा:
इस आर्टिकल में हमने आज सीखा कि Intraday Trading Kaise Kare उसके टिप्स, इंट्रा-डे ट्रेंडिंग के लिये ऐसे कौन कौन से टिप्स और ट्रिक्स है और यह करते वक्त हमें कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना होता है यह भी सभी देखना होगा तभी जाके हम इंट्रा-डे में प्रोफिट कर सकते हैं नहीं तो १०० में से ९५ प्रतिशत लोग नुकसान ही करते हैं अगर हम इंट्रा-डे कि बात करें.
कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.
शेयर मार्केट के संबंध इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.
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इंट्राडे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.
पॉजिशनल ट्रेडिंग
पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अवधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.
टेक्निकल ट्रेडिंग
टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.
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