वित्तीय योजना

इस मूल्यांकन से तीन परिणाम उभर कर सामने आए:
योजनाएं
नगरीय निकायों में पंजीबद्ध केश शिल्पी ,स्ट्रीट वेण्डर, हाथठेला चालक, साईकिल रिक्शाा चालक,कुम्हार आदि की आकस्मात मृत्यु होने पर अनुग्रह सहायता प्रदान करने का प्रावधान है जिसके आवेदन संबंधित निकाय में मय सहपत्रों के जमा करने होते है अनुग्रह सहायता की राशि जिला शहरी विकास अभिकरण से संबंधित निकाय को जारी कर दी जाती है।
नगरीय निकायों में पंजीबद्ध केश शिल्पी, स्ट्रीट वेण्डर, हाथठेला चालक, साईकिल रिक्शाा चालक,कुम्हायर आदि को प्रसूती होने पर प्रसूती सहायता प्रदान करने का प्रावधान है जिसके आवेदन संबंधित निकाय में मय सहपत्रों के जमा करने होते है प्रसूती सहायता की राशि जिला शहरी विकास अभिकरण से संबंधित निकाय को जारी कर दी जाती है।
मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना
इस योजना के अंर्तगत समाज के सबसे गरीब वर्ग को कम लागत के उपकरण या कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई वित्तीय योजना जावेगी। योजना का लाभ केवल नवीन उधमों की स्थापना हेतु देय होगा। योजना की अर्हता वित्तीय योजना एवं वित्तीय सहायता के प्रावधान निम्नानुसार होंगे। परियोजना लागत : अधिकतम रूपये बीस हजार पात्रता (क) आयु -18-55 वर्ष (ख) शैक्षणिक योग्यता -कोई बंधन नही (ग) आय श्रेणी -बी.पी.एल.(केश शिल्पी ,स्ट्रीट वेण्डर, हाथठेला चालक, साईकिल रिक्शाी…
योजना का लाभ केवल नवीन उधमों की स्थापना हेतु देय होगा। इस योजना के प्रावधान दिनांक 01/08/2014 से विभिन्न विभागों के लिये समान रहेंगे। योजना की आर्हता एवं वित्तीय सहायता संबंधी प्रावधान निम्नानुसार होंगे। परियोजना लागत : रूपये 20 हजार से 10 लाख पात्रता:- मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना चाहियें एवं किसी भी बैंक से डिफाल्ट़र नही होना चाहियें इस योजनांर्तगत एक व्यक्ति को केवल एक बार ही लाभ…
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना
योजना का लाभ केवल नवीन उधमों की स्थापपना हेतु देय होगा। योजना अंर्तगत उधमी के प्रशिक्षण का भी प्रावधान होगा। मुख्यीमंत्री युवा उधमी योजना की अर्हता एवं वित्ती्य सहायता संबंधी प्रावधान निम्नाानुसार होंगे:- परियोजना लागत : रूपये 10 लाख से रूपये 01 करोड़ तक पात्रता:- (क) आयु – 18-40 वर्ष, (ख) शैक्षणिक योग्यता -न्यूनतम दसवीं कक्षा उत्तीर्ण , (ग) आय – सीमा कोई बंधन नही वित्तीय सहायता:- (क) मार्जिन मनी…
विभाग द्वारा जिले के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को एकल एंव दलीय विधा में पदक प्राप्त करने पर प्रत्येक वर्ष खेल वृत्ति प्रदान किए जाने का प्रावधान है। इस हेतु वर्ष 2019 में 18 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनका परीक्षण किया जाकर पात्र आवेदकों को खेल दिवस के अवसर पर खेल वृत्ति प्रदान किया जाना प्रस्तावित है।
मां तुझे प्रणाम योजना
खेल एवं युवा कल्याण विभाग अंतर्गत प्रतिवर्ष मां तुझे प्रणाम योजना अंतर्गत जिले के समस्त विकासखण्डों से 05 युवक एवं 05 युवतियों को भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अनुभव यात्रा पर भेजा जाता है। वर्ष 2019 में जिले में कुल 48 युवक एवं युवतियों को चयन मां तुझे प्रणाम योजनांतर्गत किया गया है, जिन्हें संचालनालय से भोपाल निर्देश प्राप्त होने पर अनुभव यात्रा पर भेजा जाएगा।
सशक्त वाहिनी योजना के तहत बालिकाओं व युवतियों को पुलिस विभाग में भर्ती होने प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही महिलाओं के लिए चलाई जा रही शासन की कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। वहीं महिलाओं को सुरक्षा प्रहरी बनाने के लिए पुलिस विभाग में 33 प्रतिशत स्थान आरक्षित किया गया है। इससे कि समाज में महिलाओं व युवतियों के प्रति सुरक्षा का भावनात्मक माहौल तैयार…
डीपीई की आरडीसी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए केंद्रीय सरकारी लोक उद्यमों (सीपीएसईज़) और राज्य स्तरीय लोक उद्यमों (एसएलपीई) के कार्यपालकों के वित्तीय योजना लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम/कार्यशालाएं निम्नलिखित हैं।
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तकनीकी और वित्तीय सहायता
- मछली पालन के लिए पट्टे पर गांव के तालाबों को प्राप्त करने में सहायता ।
- मछली संस्कृति इकाई के निर्माण के लिए ऋण के लिए वित्तीय योजना सहायता ।
- प्रशिक्षण और पुनश्चर्या पाठ्यक्रम की व्यवस्था करना
- तालाब साइटों की मिट्टी और पानी का विश्लेषण
- योजना और तालाबों के अनुमानों की तैयारी
- गुणवत्ता वाले बीज और फ़ीड की आपूर्ति
- मछली के विकास की जांच
- मछली रोगों की जांच
- मछली फसल काटने की मशीन में सहायता
- मछली परिवहन और विपणन में सहायता
मत्स्य पालन विभाग हरियाणा मत्स्य पालन क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों को लेने के लिए मछली किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। वित्तीय सहायता प्रदान की एक योजना-वार विवरण निम्नानुसार है : :-
नीचे दिए गए गहन मत्स्य विकास कार्यक्रम की योजना के तहत मछली किसानों को वित्तीय सहायता: -
क्रमांक | गतिविधि का नाम | वित्तीय सहायता |
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1. | एरियटर की स्थापना पर अनुदान | वास्तविक लागत सीमा 30,000 रूपये प्रति हैक्टेयर ( समान्य वर्ग के लिए अनुदान की सीमा 40 प्रतिषत तथा कमजोर वर्ग/ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति/महिला तथा सहकारी समितिओं के लिए 60 प्रतिषत अनुदान लाभार्थिओं का अनुदान प्रदान किया जायेगा) |
2. | गहरा नलकूप की स्थापना पर अनुदान | वास्तविक लागत सीमा 2 लाख रूपये प्रति हैक्टेयर ( समान्य वर्ग क े लिए अनुदान की सीमा 40 प्रतिषत तथा कमजोर वर्ग/ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति/महिला तथा सहकारी समितिओं के लिए 60 प्रतिषत अनुदान लाभार्थिओं का अनुदान प्रदान किया जायेगा ) |
3. | उथला (कम गहरा) नलकूप की स्थापना पर अनुदान । | वास्तविक लागत सीमा 50,000 रूपये प्रति हैक्टेयर ( समान्य वर्ग के लिए अनुदान की सीमा 40 प्रतिषत तथा कमजोर वर्ग/ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति/महिला तथा सहकारी समितिओं के लिए 60 प्रतिषत अनुदान लाभार्थिओं का अनुदान प्रदान किया जायेगा) |
4. | अधिसूचित जल की नीलामी राशि पर वित्तीय सहायता | 4,00,000 / -रुपये की अधिकतम सीमा के साथ वास्तविक नीलामी की राशि का 25% अनुदान। |
मछली पालन क्षेत्र में अनुसूचित जाति परिवारों के लिए योजना योजना कल्याण के तहत मछली किसानों को वित्तीय सहायता नीचे दी गई है:-
क्रमांक | वस्तुओं का विवरण | मूल्यांकन |
---|---|---|
1 | अधिसूचित जल की नीलामी राशि पर वित्तीय सहायता | 4,00,000 / -रुपये की अधिकतम सीमा के साथ वास्तविक नीलामी की राशि का 25% अनुदान। |
2 | तालाब की लीज राशि पर सहायता। | वास्तविक नीलामी राशि का 50% अनुदान या रु। 50,000 वित्तीय योजना वित्तीय योजना / - प्रति हेक्टेयर। जो भी 2,00,000 /रुपये की अधिकतम सीमा के साथ कम है। |
3 | इनपुट्स पर सब्सिडी (फीड की गई फीड) | लाभार्थी को इस अनुदान मद 1.50 लाख रू0 /हैक्टेयर खर्च मे 60 प्रतिशत की दर से धनराशि 90,000/- रूपयें प्रति हैक्टेयर के अनुसार अनुदान प्रदान किया जायेगा, जिसकी अधिकतम सीमा 1.80 लाख रू0 होगी । |
4 | मछली किसानों को प्रशिक्षण वजीफा | मत्स्य किसानों को 10 दिन का प्रशिक्षण दिया जायेगा इसके लिए 100/- रूपये प्रतिदिन तथा 100/- रूपये एक मुश्त प्रति व्यक्ति आने जाने का किराया प्रदान किया जायेगा । |
5 | मछली पकड़ने के जाल की खरीद पर सब्सिडी | धनराशि 15000/- रू0 के मछली जाल खरीद पर 50 प्रतिशत की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी व अनुदान की अधिकतम सीमा 7500/- रूपयें होगी। । |
6 | मछली मंडी मे थोक एवं खुदरा मछली दुकान के किराये पर अनुदान सहायता | 1. लाभार्थी को थोक मछली दुकान हेतु 50 प्रतिशत की दरे से 5000/- रू0 प्रति माह एवं वास्तवित किराये का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो अनुदान प्रदान किया जाये । 2. लाभार्थी को प्रचून मछली दुकान हेतु 50 प्रतिशत की दरे से 3000/- रू0 प्रति माह एवं वास्तवित किराये का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो अनुदान प्रदान किया जाये । |
7. | रंगीन मछली की लघु एवं मध्यम वर्गीय बेकर्याड वित्तीय योजना हैचरी युनिट की स्थापना हेतु अनुदान सहायता | 1. लघु वर्गीय रंगीन मछलियों की बैकयार्ड हैचरी की प्रति ईकाई 25,000/- रू0 के अनुसार 50 प्रतिशत की दर से 12,500/- रूपये प्रति व्यक्ति को अनुदान प्रदान जायेगा । 2. मध्यम वर्गीय रंगीन मछलियों की बैकयार्ड हैचरी की प्रति ईकाई 2,00,000/- रू0 के अनुसार 50 प्रतिशत की दर से 100000/- रूपये प्रति व्यक्ति को अनुदान प्रदान जायेगा |
मैं अपने वित्तीय लक्ष्य किस तरह से पूरे करुं?

आप यात्रा के लिए परिवहन के साधन के चयन पर किस तरह से निर्णय लेते हैं? आप पैदल जाना चाहें, ऑटो रिक्शा लें या रेल गाडी या हवाई जहाज, यह सब कुछ उस यात्रा के लिए आपके पास उपलब्ध बजट व यात्रा समय पर निर्भर करता है।
अपने वित्तीय लक्ष्यों के नियोजन के लिए भी इन्ही प्रकार के सिद्धांतों की जरूरत होती है।
भिन्न-भिन्न यात्रा ज़रूरतों के लिए परिवहन के भिन्न-भिन्न परिवहन साधन- भिन्न-भिन्न जरूरतों के लिए भिन्न-भिन्न योजनाएं (या योजनाओं का संयोजन)।
कोई बेहद छोटी अवधि की ज़रूरतों के लिए लिक्विड फंड; मध्य अवधि की ज़रूरतों के लिए इनकम फंड और दीर्घकालीन ज़रूरतों के लिए इक्विटी फंड (या विभिन्न फंड के संयोजन) पर विचार कर सकता है। समान परिसंपत्ति श्रेणी की भिन्न-भिन्न योजनाओं में भिन्न-भिन्न निवेशक अपनी जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर निवेश कर सकते हैं।
"पीएमजीएसवाई ने महिलाओं एवं पुरुषों दोनों को आर्थिक अवसर मुहैया कराए हैं। जहां पुरुष अपने गांव से बाहर गैर-खेतिहर कामों की ओर मुड़े, वहीं औरतें अपने घरों के आस-पास खेतों में कृषक मजदूरों के रूप में काम करने लगीं।"
पीएमजीएसवाई के कारण सड़क सुविधाएं बेहतर हो जाने से पुरुषों के लिए खेतिहर कामों से गैर खेतिहर रोजगारों की तरफ़ बढ़ पाना संभव हुआ है, ख़ासकर अपने गांव से बाहर रोजगार पाना आसान हुआ है। पीएमजीएसवाई सड़कों के बनने से:
- अध्ययन में शामिल गांवों में गैर कृषि क्षेत्र में प्राथमिक रोजगार की दर में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह वृद्धि वित्तीय योजना हमें 2009 के बाद सड़क नेटवर्क से जुड़े गांवों में संदर्भ वर्ष में गैर-कृषि प्राथमिक रोजगार के औसत हिस्से की तुलना में 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
- प्राथमिक रोजगार के लिए अपने गांव से बाहर जाने वाले लोगों की संख्या में 8 प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई। यह वृद्धि 2009 के बाद सड़क नेटवर्क से जुड़े गांवों में संदर्भ वर्ष में गांव के बाहर प्राथमिक रोजगार में संलग्न लोगों की संख्या के सापेक्ष 35 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।