बिटकॉइन से होने वाले नुकसान

आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2009 में एक बिट कॉइन की वैल्यू 0.008 डॉलर्स थी, वही बिटकॉइन से होने वाले नुकसान आज के समय में अगर आप गूगल पर जाकर 1 बिटकॉइन की वैल्यू चेक करें तो यह 37476. 60 यूएस dollars है जो की इंडियन रुपीस में 27 लाख 47 हजार 700 रुपए के आसपास की हो जाती है।
बिटकॉइन क्या है किसने बनाया और कैसे खरीदें | Bitcoin In Hindi
Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.
अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.
इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन से होने वाले नुकसान बिटकॉइन लीगल है.
एक तकनीकी विशेषज्ञ ने अपनी 2 साल की बेटी के साथ खेला,उसे मिठाई खिलाई और फिर उसकी हत्या कर दी
यह मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है जहाँ एक व्यक्ति ने अपनी 2 साल की मासूम सी बच्ची की हत्या कर दी। व्यक्ति बच्ची को मरने से पहले उसे शहर से बाहर ले गया, उसके लिए मिठाइयाँ खरीदीं और खिलायीं, फिर रास्ते में उसके साथ खूब खेला भी लेकिन उसके बाद उसने अपनी ही बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी।
मृतक की पहचान जिया और आरोपी पिता की पहचान 45 वर्षीय राहुल परमार हुई है, यह व्यक्ति पेशे से एक तकनीकी विशेषज्ञ था, जिसने अपनी नौकरी खो दी थी और उसे बिटकॉइन व्यवसाय में भी वित्तीय नुकसान हुआ था, फिर आरोपी ने कई लोगों से पैसे उधार लिए जिसकी वजह से वह पूरी तरह से कर्ज में डूबा हुआ था, उसके पास अपनी बच्ची को खाना देने के लिए भी पैसे नहीं थे। जिसके चलते उसने इतना बड़ा कदम बिटकॉइन से होने वाले नुकसान उठाया और अपनी बेटी की हत्या कर दी।
Bitcoin खरीदने वाले चार में से तीन इनवेस्टर्स को हुआ नुकसान
मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin खरीदने वाले लगभग तीन चौथाई लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। यह जानकारी बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के इकोनॉमिस्ट्स की ओर से पिछले सात वर्षों में लगभग 95 देशों के क्रिप्टोकरेंसी इनवेस्टर्स के डेटा की स्टडी से मिली है।
इस स्टडी में बताया गया है कि बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट करने वाले लगभग तीन चौथाई लोगों को नुकसान होने का अनुमान है। इस अवधि में बिटकॉइन का प्राइस लगभग 250 डॉलर से बढ़कर पिछले वर्ष नवंबर में लगभग 69,000 डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंचा था। ऐप्स के जरिए क्रिप्टोकरेंसीज खरीदने और बेचने वाले लोगों की संख्या इस अवधि में 1.19 लाख से बढ़कर लगभग 3.25 करोड़ पर पहुंच गई। स्टडी करने वाले रिसर्चर्स ने लिखा है, “हमारे एनालिसिस से पता चलता है कि बिटकॉइन के प्राइस में बढ़ोतरी इसके रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या बढ़ने से जुड़ी है।”
बिटकॉइन खरीदने वाले चार में से तीन इनवेस्टर्स को हुआ नुकसान
मर्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाजा से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन खरीदने वाले लगभाग तीन चौथाई लोगो को नुकसान उठाना पड़ता है! यह जानकारी बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के इकनॉमिस्ट्स की और से पिछले सात वर्षो में लगभग 95 देशो के क्रिप्टोकरेंसी इनवेस्टर्स के डाटा की स्टडी से मिली है!
इस स्टडी में बताया गया है की बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट करने वाले लगभग तीन चौथाई लोगो को नुकसान होने का अनुमान है! इस अवधि में बिटकॉइन का प्राइस लगभग 250 डॉलर से बढ़ कर पिछले वर्ष नवंबर में लगभग 69,000 डॉलर के उच्च स्तर पर पंहुचा था! ऐप्स के जरिये क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने वाले लोगो की संख्या इस अवधि में 1.19 लाख से बढ़कर लगभग 3.25 करोड़ पर पहुंच गई! स्टडी करने वाले रिसर्चस ने लिखा है, हमारे एनालिसिस से पता चलता है की बिटकॉइन के प्राइस में बढ़ोतरी इसके रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या बढ़ने से जुडी है!
बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)
दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया बिटकॉइन से होने वाले नुकसान गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
बिटकॉइन बिटकॉइन से होने वाले नुकसान का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।