स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

Duration: 2 Hours
Swing Trading क्या है फायदे और नुकसान
आज का हमारा टॉपिक स्विंग ट्रेडिंग के ऊपर है। आज हम इस आर्टिकल में आप को बताएंगे कि स्वींग ट्रेडिंग (swing trading) क्या होती है , स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते है ,और स्विंग ट्रेडिंग के हमे क्या फायदे और नुकसान हो सकते है ?
हमारे भारत के कई लोग जाने अनजाने में स्वींग ट्रेडिंग करते है लेकिन उन्हें इस के बारे में पता ही नहीं होता। तो आज हम इसी के बारे में आप को पुरी जानकारी देंगे।
स्वींग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग का अर्थ है जब हम किसी कंपनी के शेयर को कम दाम में ख़रीदते है और जैसे ही उस कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ जाता है तो हम उसे बेच कर प्रॉफिट बना लेते है। स्विंग ट्रेडिंग क्या है? इस में दो दिन भी लग सकते है और एक महीना भी लग सकता है। स्वींग ट्रेडिंग करने से हमे लोस्स कम हो सकता है क्योंकि इस में हम शेयर को ज्यादा टाइम तक होल्ड कर के नहीं रखते।
जैसे ही कोई शेयर का प्राइस कम होता है तो हम उस शेयर को खरीद लेते है और जब दो दिन बाद उस का प्राइस बढ़ गया तो हम उसे बेच देते है।
ऐसे ही हम कितने ही शेयर खरीदते और बेचते रहते है। जिस से हमें कम रिस्क ले करअच्छा प्रॉफिट बना लेते है। जब हम किसी कंपनी के शेयर कम प्राइस पर खरीदते है और जैसे ही उस का प्राइस बढ़ जाये उसे बेच देते है। इसी को ही स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है।
स्वींग ट्रेडिंग कैसे करते है
स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए हमारे पास डी -मैट अकाउंट होना चाहिए, तभी हम स्विंग ट्रेडिंग में निवेश कर सकते है। उसके बाद स्वींग ट्रेडिंग करने के लिए हम एक अच्छी कंपनी को ढूंढ़ते है। फिर हम उस के बारे में थोड़ी रिसर्च करते है। ऐसी कंपनियों के शेयर का प्राइस बहुत जल्द कम और ज्यादा हो जाता है।
फिर जैसे ही उस कंपनी का प्राइस कम होता है हम उसे खरीद लेते है और जैसे ही हमे लगता है की हमे उस से 5 % प्रॉफिट हो सकता है तो हम उसे बेच देते है।
स्वींग ट्रेडिंग से हमे कई फायदे भी हो सकते है और नुकसान भी हो सकता यह आप के ऊपर निर्भर होता है कि आप कोन सी कंपनी के शेयर खरीद रहे हो।
स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है
1.रिस्क कम होना
स्वींग ट्रेडिंग में निवेश करना कम रिस्क वाला काम होता है क्योंकि हम इस में शेयर को ज्यादा दिन तक होल्ड कर के नहीं रखते। इस में हम स्विंग ट्रेडिंग क्या है? किसी कंपनी के कम प्राइस वाले शेयर को खरीद लेते है और जैसे ही हमे उस से थोड़ा सा प्रॉफिट हो हम उसे बेच कर किसी और कंपनी के शेयर को खरीद लेते है।
2.बिगनर्स के लिए
बिगनर्स के लिए स्वींग ट्रेडिंग में निवेश करना काफी फायदेमंद रहता है।
3.ज्यादा एनलाइसिस नहीं करनी पड़ती
स्वींग ट्रेडिंग हमे हमे किसी कंपनी की ज्यादा एनलाइसिस नहीं करनी पड़ती हम उस कंपनी के बारे में प्रमुख बाते जान कर उस में निवेश कर सकते है। जिस कंपनी के शेयर का प्राइस कम और ज्यादा होता रहे हम उस में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते है। इस के लिए हमे ज्यादा जाँच पड़ताल करने की भी जरूरत नहीं है।
4.कम समय में प्रॉफिट बनाना
स्वींग ट्रेडिंग में हम हम समय में भी प्रॉफिट बना सकते है। इस में हम कम दाम में शेयर खरीद कर जैसे प्राइस थोड़ा सा भी बड़े हम उसे बेच कर उस से प्रॉफिट बना लेते है। इस लिए स्विंग ट्रेडिंग में हम कम समय में भी निवेश कर सकते है।
Objective of the Webinar-
इस वेबिनार का उद्देश्य कुछ टेक्निकल इंडिकेटरों का प्रयोग करके मार्केट प्रतिभागियों को पोजीशनल / स्विंग ट्रेडिंग टूल तथा टेक्निक को सिखने में मदद करना है׀ पोजीशनल ट्रेडिंग के माध्यम से अच्छा रिटर्न उत्पन्न करने के लिए उन्हें सक्षम बनाना है׀
Objective of the webinar is to help the participants in learning positional / swing trading tools & techniques by using certain technical indicators. To make them able to generate good returns from positional trading
Speaker
श्री प्रवीण कुमार फाइनेंसियल मार्केट में 8 वर्ष का अनुभव रखते है׀ वे पेशे से ट्रेनर है और फाइनेंसियल मार्केट में सक्रिय रूप से शामिल है׀ वह एक टेक्नो-फंडा ट्रेडर है और प्रतिकूल इन्वेस्टर है जो विशेष रूप से अपने मार्केट रिसर्च और मार्केट साइकोलॉजी के लिए जाने जाते है׀ इन्होंने प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस पर कई सेशन लिए है׀
Mr. Parveen Kumar comes with 8 years of experience in financial markets. He is a trainer by profession & actively involved in financial markets. He is a techno-funda trader & contrarian investor specially known for his market research & market psychology. He took many sessions on fundamental & technical analysis with reputed institutions.
What You Will Learn
- पोजीशनल / स्विंग ट्रेडिंग क्या है
- पोजीशनल ट्रेडिंग के लिए सेट अप कैसे खोजे
- बेहतर रिटर्न के लिए एंट्री / एग्जिट साइकोलॉजी
- पालन करने के लिए नियम और अनुशासन
- धन का नियोजन
- What is positional /swing trading
- How to find set ups for positional trading
- Entry/Exit Psychology for better returns
- Rules & Discipline to follow
- Money allocation
A pdf file which will be given as a take away to practice positional trading.
Prerequisites
विभिन्न क्षेत्रीय क्षेत्रों के बाजार के ज्ञान के साथ RSI, कैंडलस्टिक्स और मूविंग एवरेज की बुनियादी समझ
Basic understanding of RSI, Candlesticks & Moving Averages along with knowledge of various sectoral Indices of Markets
What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें?
What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें : दोस्तों क्या आप भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करके पैसा कमाना चाहते हैं? ऐसे में हम आपको बता दे कि आज कल हर व्यक्ति शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के जरिए कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहता है। यदि आप भी उन लोगों में शामिल है, तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा।
जिसमें हम आपको बताएंगे कि ट्रेडिंग क्या होता हैं? ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? और वर्तमान समय में ट्रेडिंग करना कैसे सीखा जाए? जानते हैं इन सभी तथ्यों के बारे में इसके लिए हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
What is Trading in Hindi
ट्रेडिंग क्या होता है? (What is Trading in Hindi)
यदि हम इसे आसान शब्दों में बताएँ तो ट्रेडिंग का मतलब व्यापार करना होता है। जैसे कि किसी वस्तु को खरीदकर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है। यदि आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं और 1 साल बाद उसे बेच देते हैं, तो इसे स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कहते हैं। मान लीजिए आप शेयर मार्केट में 1000 रुपए लगाते हैं और उसे 1200 रुपए में बेच देते हैं, तो इसी प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहा जाता है। आज के समय बहुत सारे व्यक्ति स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। लेकिन हम आपको बता दें इसमें वित्तीय जोखिम की संभावना रहती है। इसलिए जब भी आपको शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना हो तो अपने जिम्मेदारी पर करें।
हम आपको बता दें कि स्टॉक मार्केट में मुख्यतः चार प्रकार के ट्रेडिंग होते हैं-
- इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
- शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग (short term trading)
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
2022 में ट्रेडिंग करना कैसे सीखे?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए इसके विषय में नॉलेज की आवश्यकता होती है और ऐसे में स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको लंबे अभ्यास की आवश्यकता होती है। तभी आप मुनाफा कमा सकते हैं। यदि आप स्टॉक मार्केट में कैसे ट्रेडिंग किया जाता है, इसके बारे में सीखना चाहते हैं तो यूट्यूब पर कई सारे फ्री में कोर्स कराए जाते हैं। जहाँ आप आसानी से ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं।
इसके अलावा यदि आपको किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है, तो किताबें पढ़कर भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं। यह किताबे मार्केट में आसानी से 500 रुपए से लेकर 1000 रुपए में मिल जाती है। हम आपको बता दें कि इन किताबों में ट्रेडिंग के बारे में बहुत सारे एक्सपीरियंस सीखने को मिलते हैं। इसलिए किताबों के माध्यम से ट्रेडिंग सीखना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
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अंतिम शब्द
दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से शेयर मार्केट से जुड़े ट्रेडिंग के बारे में अच्छी तरह समझाया है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल (What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें?) पसंद आया होगा।
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कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.
शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
ट्रेडिंग करके पैसा कैसे कमाएं?
ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आप किसी भी कंपनी के शेयर को कम दाम में खरीदे और जब उस कंपनी के शेयर के दामों में बढ़ोतरी हो तब आप उस कंपनी के शेयर को बेच दें। इस प्रकार से आप मुनाफा कमा सकते हैं।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि आपको किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद लेना है बल्कि पूरी सावधानी के साथ आपको इस बात का एनालिसिस करना है। कि कौन सी कंपनी भविष्य में तरक्की कर सकती है और कौन सी कंपनी के शेयर भविष्य में बढ़ सकते हैं।
आपको उसी कंपनी के शेयर को खरीदना चाहिए जो कंपनी लगातार तरक्की कर रही है क्योंकि अगर आप बिना सोचे समझे किसी भी कंपनी में पैसा लगा देंगे तो हो सकता है कि कंपनी की परफॉर्मेंस अच्छी ना हो और कंपनी घाटे में चली जाए।
इससे आपके पैसे डूब जाएंगे। स्टार्टिंग में शेयर बाजार से पैसा कमाने स्विंग ट्रेडिंग क्या है? के लिए आप किसी ट्रेडर की सहायता ले सकते हैं जो अनुभवी हो।
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर होता है?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर के आप काफी अधिक पैसे कमा सकते हैं क्योंकि यहां पर पैसे कमाने की कोई भी लिमिट नहीं होती है। ट्रेडिंग 1 साल से कम की अवधि के लिए की जाती है।
कुछ ट्रेडिंग रोजाना होती है तो कुछ ट्रेडिंग कुछ महीने के लिए या फिर कुछ सप्ताह के लिए होती है, वही जो इन्वेस्टमेंट होता है वह 1 साल से अधिक के लिए होता है और लंबे समय के लिए होता है। इन्वेस्टमेंट को लंबे समय के लिए होल्ड करके रखा जाता है।
एक अच्छा ट्रेडर कैसे बनें?
कहा जाता है कि किसी काम को अगर सीखना है तो उस काम के साथ जुड़ना पड़ता है या फिर उस काम को कर चुके अथवा कर रहे व्यक्ति के साथ दैनिक तौर पर कुछ समय व्यतीत करने होते हैं।
इसलिए एक बेहतरीन ट्रेडर बनने के लिए आपको पहले से ही शेयर मार्केट में काम कर रहे अनुभवी लोगों का साथ करना है और उनके साथ लगातार शेयर मार्केट की बारीकियों को सीखना है।
क्योंकि जो व्यक्ति पहले से ही इस फील्ड में है उससे बेहतर आपको शेयर मार्केट की जानकारी अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं दे सकता है।
आप अपने एक्स्ट्रा समय में चाहे तो यूट्यूब वीडियो अथवा ब्लॉग के द्वारा अपने शेयर मार्केट के ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।