रिवर्स निवेश

तथापि, वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक द्वार निर्धारित स्थिर रेपो दर की मौजूदगी में, बाजारी रेपो दर स्थिर रिवर्स निवेश रेपोदर से बहुत अधिक आगे-पीछे नहीं रहती है। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि जिस रूप में रेपो एवं रिवर्स रेपो को ऊपर परिभाषित किया गया है वह अन्तरराष्ट्रीय प्रवृत्ति का ठीक उल्टा है। भारतीय सन्दर्भ में जिसे रेपो कहा जाता है, अन्तरराष्ट्रीय लेन-दने उसे रिवर्स रेपो माना जाता है और भारत में जिसे रिवर्स रेपो माना जाता है उसे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर रेपो कहा जाता है। तेजी से बढ़ते वैश्वीकरण के दौरे में इससे भ्रम उत्पन्न हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए 27 अक्टूबर 2004 से भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो एवं रिवर्स रेपो की परिभाषाओं को बदल कर उन्हें अन्तरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कर लिया है। लेकिन इस इकाई में पूरा विवरण पुरानी भारतीय परिभाषा के अनुसार ही है।
पुनर्खरीद विकल्प/प्रति पुनर्खरीद विकल्प (रेपो / रिवर्स रेपो) - Repurchase Option / Repurchase Option (Repo / Reverse Repo)
पुनर्खरीद विकल्पों-रेपों (जिन्हें तात्कालिक अग्रिम संविदाएं भी कहा जाता है) लेन-देन में कोई एक पक्ष निधियों को एक निश्चित अवधि के लिए (रिवर्स निवेश जिसे रेपो अवधि कहा जाता है) किसी संपार्श्विक विशिष्ट प्रतिभूति के विरूद्ध पूर्व-निर्धारित दर ( रेपो दर) पर उधार लेता है। यद्यपि इसका प्राथमिक उद्देश्य निधियों को उधार लेना होता है तथापि प्रतिभूतियों का विधिक स्वामित्व भी बदल जाता है। इसका सीधा सा अर्थ यह हुआ कि प्रथम पक्ष प्रतिभूतियाँ दूसरे पक्ष को बेच देता है, साथ ही इन्हीं प्रतिभूतियों को किसी अग्रिम तिथि को पूर्व निर्धारित दर पर फिर से खरीद लेने के लिए भी स्वीकृति दे रिवर्स निवेश देता है।
इसको परिणामस्वरूप प्रतिभूतियाँ बेचने वाले पहले पक्षकार को प्रभूतियाँ बेचने तथा इनकी पुनर्खरीद की तिथि तक की अवधि के लिए निधियाँ प्राप्त हो जाती हैं।
Force Urbania साझा mobility वाहन पेश किया गया: एक अधिक परिष्कृत Traveller
देश में कुछ सबसे प्रतिष्ठित यूटिलिटी वाहनों जैसे टेंपो, मैटाडोर और Traveller के लिए जानी जाने वाली Force Motors ने हाल ही में खुलासा किया कि उसने ब्रांड के सबसे प्रत्याशित वाहनों में से एक का उत्पादन शुरू कर दिया है। Force Motors ने घोषणा की कि उसने अपने अगली पीढ़ी के शेयर्ड मोबिलिटी प्लेटफॉर्म Urbania का उत्पादन शुरू कर दिया है। कंपनी ने कहा कि इस बिल्कुल नए प्लेटफॉर्म में कुल 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। Urbania से अनजान लोगों के लिए, मॉडल को पहली बार 2020 ऑटो एक्सपो में एक आधुनिक वैन के रिवर्स निवेश रूप में जनता के सामने प्रदर्शित किया गया था। नई Urbania अत्यधिक लोकप्रिय Force Traveller का अधिक प्रीमियम संस्करण है।
RBI की तरफ से ब्याज दरों में नहीं हुआ बदलाव, जानिए कहां FD कराने पर मिलेगा ज्यादा फायदा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ब्याज दरों को लेकर ताजा घोषणा के बाद फिक्स्ड डिपॉजिट में आपको कहां पर ज्यादा ब्याज मिल रहा है, जानना जरूरी है। जहां, देश के टॉप बैंकों में एफडी की दर 5.50 फीसदी है, फाइनेंस कंपनियों में ज्यादा ब्याज मिलता है।
नई दिल्ली। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट तथा रिवर्स रेपो रेट में बदलाव नहीं किए जाने की घोषणा की, जो क्रमशः 4% और 3.35% पर पहले की तरह बरकरार रहेंगी। मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 2 जून, 2021 से 4 जून, 2021 तक निर्धारित बैठक के बाद यह घोषणा की गई। RBI ने लगातार छठी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने तथा इसे MPC के 4% के लक्ष्य के करीब रखने के उद्देश्य से रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया है। इसके अलावा, वर्तमान में बेहद कमजोर आर्थिक हालात को देखते हुए इन उपायों से बाज़ार में नकदी के प्रवाह को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
एडिशन ने देल्हीवेरी में किया 1250 लाख डॉलर्स का निवेश
नई दिल्ली, 24 सितंबर, 2021: डेल्हीवरी ने ली फिक्सेल की वेंचर कैपिटल फर्म, एडिशन द्वारा 1250 लाख डॉलर्स के निवेश की घोषणा की है। अन्य प्रमुख वैश्विक निवेशकों के पहले दौर के रिवर्स निवेश बाद, एडिशन द्वारा किया गया निवेश डेल्हीवरी में किया गया सबसे नया निवेश है। ली डेल्हीवरी को लंबे समय से समर्थन देते आ रहे है और 2015 से कंपनी में निवेश और पुन: निवेश कर रहे हैं।
डेल्हीवरी के सीईओ श्री साहिल बरुआ ने कहा, “ली के साथ हमारे संबंध काफी पुराने हैं और हमारे कैप टेबल पर उनका फिर से स्वागत करते हुए हमें खुशी हो रही है। यह निवेश संस्थागत निवेशकों द्वारा डेल्हीवरी में रखे गए विश्वास की पुष्टि करता है और हमारे व्यवसाय की ताकत का एक सत्यापन है।”
एडिशन के संस्थापक ली फिक्सेल रिवर्स निवेश ने कहा, “डेल्हीवरी ने लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अभिनव उत्पाद, सेवाएं प्रस्तुत करके बाज़ार में अपना अग्रणी स्थान कायम किया है और कई प्रमुख निवेशकों को आकर्षित किया है। हमें डेल्हीवरी और इसके नए लॉजिस्टिक्स एसएएएस का समर्थन करना जारी रखते हुए खुशी हो रही है, रिवर्स निवेश जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिक्स बाजारों में परिवर्तन लाने के लिए सक्षम है।”
RBI ने घटाया रेपो और रिवर्स रेपो रेट, जानिए कितनी घट सकती है होम-ऑटो लोन की EMI
आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने मौद्रिक नीति रिवर्स निवेश की समीक्षा में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती करने का ऐलान कर दिया है, जिससे रेपो रेट घटकर 6 प्रतिशत रह गया है। इसके साथ ही रेपो रेट सात साल के सबसे निचले स्तर 6.0 फीसदी पर पहुंच गया। वहीं रिवर्स रेपो रेट में भी 0.25 प्रतिशत की कमी किए जाने से यह 5.75 फीसदी रह गया है।
कर्ज सस्ता कर ग्रोथ में तेजी लाने के लिए रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है। ब्याज दरों मे कटौती के बाद होम लोन, रिवर्स निवेश कार लोन, पर्सनल लोन और बिजनेस लोन सस्ता होने की उम्मीद है। आरबीआई के इस कदम के बाद ब्याज दरें सात साल के न्यूतम स्तर पर आ गई है। लिहाजा मान जा रहा है कि देश के सारे बैंक भी जल्द ही ब्याज दरों मे कटौती कटौती का ऐलान कर सकते है, जिसका सीधा फायदा आपकी जेब पर होगा।