शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी

Support and Resistance जो एक अवरोधक का काम करते है। जिससे कई बार Double Bottom Pattern भी बना देता है। उसकी निम्न वजह हो सकती है ।
Japanese Candlestick क्या हैं ? – 400 साल पुराणी तकनीक।
Japanese Candlestick क्या हैं ?
शेयर बाजार में कई प्रकार के चार्ट होते हैं जैसे की Line Chart, Renko Chart, Heikin Ashi Chart, Kegi Chart इत्यादि।
इनमेसे सबसे ज्यादा प्रसिद्द इस्तमाल किया जाने वाला चार्ट हैं Japanese Candlestick Chart.
Share Market में चाहे बडेसे बड़ा Trader या Investor क्यों न हो, ज्यादा तौर पर Candlestick Chart का ही उपयोग करते हैं।
शायद से Candlestick को शेयर मार्किट में मोमबत्ती पैटर्न या मोमबत्ती कहना ठीक नहीं होगा।
Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?
स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।
क्योकि Candlestick टेक्निकल एनालिसिस की जड़े होती हैं।
कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?
कैंडलस्टिक के २ प्रकार होते हैं।
एक Bullish कैंडल जो की हरी रंग की होती हैं।
और दूसरी Bearish कैंडल जो की लाल रंग की होती हैं।
जब प्राइस बढ़ कर रुक जाती हैं तो वह हरे रंग की कैंडल यानि के Bullish Candle बनाती हैं।
जब प्राइस घट कर रुक जाती हैं तो वह लाल रंग की कैंडल यानि के Bearish Candle बनाती हैं।
Candlestick के भाग
कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।
कैंडलस्टिक में कुल ४ चीजे रहती हैं।
Open, Close, High और Low .
एक उदहारण के तौर पर अगर एक कैंडलस्टिक एक प्राइस पे खुलता या शुरू होता हैं तो उसे हम ओपनिंग प्राइस कहते हैं
उसे दिन प्राइस जितना निचे गया हैं तो उसे हम Lowest Price कहते हैं।
और प्राइस उस दिन जितना ऊपर गया हैं तो उसे हम Highest Price कहेंगे।
और कैंडल जहापे ख़तम हुआ हैं तो उसे हम Closing Price कहेंगे।
Share market kaise start kare in hindi / शेयर मार्केट कैसे स्टार्ट करे इन हिंदी
शेयर मार्केट स्टार्ट करने से पहले सबसे पहले यह जानना जरूरी है की शेयर मार्केट क्या होता हैं.
दोस्तों शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है. जहा कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं. यहा पर लोग काफी पैसा कमाते भी है और गवाते भी हैं. किसी कंपनी का शेयर खरीदना मतलब हमारी उस कंपनी में हिस्सेदारी बन गई है.
आप जितना पैसा लगाते है उसी हिसाब से कंपनी के कुछ प्रतिशत के मालिक आप उस कंपनी के बन जाते हैं. इसका शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी मतलब यह है की भविष्य में उस कंपनी को मुनाफा होगा तो कंपनी आपको दुगना पैसा देगी. और कंपनी को अगर घाटा हुआ तो नुकसान आपको भी होगा. आपके लगाए हुए पैसे आपको नही मिलेगे. शेयर मार्केट में उतार चढाव होते रहते हैं.
आपने शेयर मार्केट के बारे में तो जान लिया अब शेयर मार्केट के संबंधित कुछ और जानकारी जान लीजिए.
सबसे पहले शेयर मार्केट से संबंधित नॉलेज प्राप्त करे
सबसे पहले आपको शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी सही रणनीति बनानी हैं. सही रणनीति तब ही बन सकती है जब आपके पास शेयर मार्केट का सही नॉलेज हो. इसलिए आपको शेयर मार्केट से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करनी होगी.
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले डिमैट अकाउंट की जरूरत रहेगी. अगर आप शेयर मार्केट में ज्यादा पैसा invest करना चाहते है तो सीधे अच्छे बैंक जाकर डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं.
अगर आप छोटा invest करना चाहते हैं. तो किसी शेयर मार्केट ब्रोकर से भी डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं. तथा ब्रोकर से नॉलेज भी प्राप्त कर सकते हैं. ब्रोकर से डिमैट अकाउंट खुलवाने से आपको यह फायदा हो सकता है की आपको समय समय पर शेयर से संबंधित जानकारी मिलती रहेगी.
शेयर मार्केट में शेयर कब खरीदे
आपको थोडा बहोत नॉलेज तो मिल गया होगा. अब invest कैसे करते है यह भी जान लेते हैं. लेकिन invest करने से पहले जितना हो सके इस शेयर मार्केट के सभी जानकारी और नॉलेज प्राप्त कर ले.
सबसे पहले यह जान ले की आप जिस कंपनी में invest करने जा रहे है. उस बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर ले. इसके बाद ही उस कंपनी के शेयर खरीदे. किस कंपनी का शेयर गिरा या बढ़ा यह जान ने के लिए Economic Times जैसा न्यूज पेपर पढ़ सकते हैं. या फिर NDTV Business जैसा चेनल देख सकते हैं.
तो इस प्रकार शेयर मार्केट के उतार चढाव जानकर शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं.
शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाए
जैसे की हमने बताया आपको शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट खोलना होगा. जब भी आपको शेयर मार्केट में मुनाफा होगा. आपके डिमैट अकाउंट सभी राशी जमा होगी. डिमैट अकाउंट आपके सेविंग अकाउंट के साथ लिंक होता हैं. अगर आप चाहे तो डिमैट अकाउंट से सेविंग अकाउंट में आपकी धन राशी transfer कर सकते हैं.
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आपको ब्रोकर का सहारा लेना होगा. वह आपको निवेश करने के लिए सपोर्ट करेगे. ब्रोकर आपको निवेश करने के लिए अच्छी कंपनी Suggest करेगे. ऐसा करने के लिए वह थोड़ी बहुत फीस लेते है.
भारत में दो शेयर मार्केट हैं. Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE). यहा पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं. जो ब्रोकर होते है वह stock exchange के सदस्य होते हैं. हम उनके जरिए शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते हैं. हम सीधे stock market में जाकर शेयर खरीद या बेच नही सकते हैं. यह जो भी प्रोसेस होता है सभी ऑनलाइन माध्यम से होते हैं.
Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi
किसी भी stock को खरीदने से पहले ट्रेडर उसका technical analysis भी करते हैं। टेक्निकल एनालिसिस के लिये charts की जरूरत होती है। आज की पोस्ट इसी बारे में है कि शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी stock market में ज्यादातर कौन से charts का प्रयोग किया जाता है तथा trading में चार्ट्स का क्या महत्व है ?
एक निश्चित समय की अवधि में मूल्य डेटा के साथ किसी भी एसेट जैसे-शेयर या कमोडिटी आदि का चार्ट बनाकर technical analysis किया जा सकता है। चार्ट डाटा का ग्राफिकल रूप में वर्णन करता है जिसे वह शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी सिम्बल-जैसे कि लाइन Line chart,बार्स Bar chart,कैंडलस्टिक Candlestick chart आदि के द्वारा दर्शाता है। Stock market में मुख्यतः तीन प्रकार के चार्ट का प्रयोग किया जाता है।
चार्ट के बारे में जानने से पहले आपको technical analysis के बारे जानना चाहिए इसमें चार्ट की पास्ट परफोर्मेश के बारे में समझाया जाता है जिसे आधार पर आप equity,derivative तथा currency की भविष्य की चाल का अनुमान लगा सकते हैं। टेक्निकल एनालिसिस के बारे में अधिक जानने के लिए आप ये पोस्ट पढ़ सकते हैं -Stock Analysis kya hai tatha Stock Analysis kaise kren in Hindi
Types of Charts:
यूँ तो चार्ट कई प्रकार के होते हैं परन्तु Stock market ज़्यदातर तीन तरह के चार्ट प्रयोग होते हैं एक Line chart दूसरा Bar chart तीसरा Candlestick chart।
लाइन चार्ट बहुत ही बेसिक और साधारण stock charts होते हैं जिनका उपयोग technical analysis में किया जाता है। लाइन चार्ट किसी भी शेयर के क्लोजिंग (बंद होने )प्राइस को continuous line के द्वारा दर्शाता है। उपर्युक्त इमेज में लाइन चार्ट का चित्र दिया गया है। लाइन चार्ट के द्वारा आप किसी भी शेयर की कम समय से लेकर लम्बे समय तक की प्राइस मूवमेंट को देख सकते है।
इसके द्वारा आप किसी भी stock का trend पता कर सकते हैं तथा support &resistance पता कर सकते हैं। आप ये भी जान सकते हैं कि कौन सा शेयर शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी कब split हुआ तथा किसने कब dividend दिया, साथ ही आप हिस्टोरिक ट्रेडिंग वॉल्यूम भी जान सकते हैं,किसी भी शेयर की और भी बहुत सी जानकारी आप line chart के प्राप्त कर सकते हैं।
Bar Charts:
बार चार्ट किसी भी शेयर के open,high,low तथा close प्राइस को दर्शाता है। प्राइस बार में जो वर्टीकल लाइन्स होती हैं वह किसी टाइम पीरियड के low तथा high प्राइस को दर्शाती हैं। बार चार्ट में जो शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी होरिजेंटल लाइन्स होती हैं वह शेयर के ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस को दर्शाती हैं। इसे OHLC(open-high-low-close chart) चार्ट भी कहते हैं। इसके द्वारा आप किसी भी stock का आसानी से technical analysis कर सकते है।
Candlestick Charts:
कैंडलस्टिक चार्ट भी कुछ कुछ बार चार्ट की तरह ही होता है यह भी equity,derivative तथा currency की प्राइस मूवमेंट को दर्शाता है। Candlestick chart में प्रत्येक कैंडल एक सेशन की प्राइस मूवमेंट की रेंज को बताती है।
हरामी पैटर्न- Harami Pattern
एक मंदी का उलटा पैटर्न है जो तब बनता है जब कीमतें प्रतिरोध स्तर से ऊपर उठती हैं। इसमें लगातार तीन कैंडिल होती हैं जिनमें दो समानांतर ऊपरी शरीर और एक निचला शरीर होता है। पहली कैंडिल में एक उल्टा सिर और कंधों का निर्माण होता है। दूसरी कैंडिल में एक बड़ा शरीर होता है और उसके बाद एक छोटा शरीर होता है। तीसरी कैंडिल में एक छोटा शरीर है और उसके बाद एक बड़ा शरीर है।
कैंडलस्टिक पैटर्न बाजार की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करने के लिए व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण उपकरणों में से एक है। एक कैंडलस्टिक चार्ट में चार भाग होते हैं: ओपन, हाई, लो और क्लोज। ये चार भाग एक व्यापारिक सत्र के दौरान उद्घाटन, समापन, उच्चतम और निम्नतम कीमतों का प्रतिनिधित्व करते हैं। व्यापारी कैंडलस्टिक्स का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए करते हैं कि बाजार ऊपर या नीचे चल रहा है, और यदि गति में कोई बदलाव है।
शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी
- Post author: admin
- Post published: September 19, 2021
- Post category: Stock Market
- Post comments: 1 Comment
जब भी ट्रेडर्स को किसी स्टॉक के प्राइस के मूवमेंट को जानना या समझना होता है वो टेक्निकल एनालिसिस के लिए किसी न किसी Chart Pattern उपयोग करते है।
Chart Patterns पर Price Action को समझ कर इन्वेस्टर और ट्रेडर दोनों शेयर बाजार से काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं। उन Chart Patterns में एक है Double Bottom Chart Pattern
शेयर मार्किट शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी में चार्ट क्या होता है?
शेयर मार्किट में चार्ट होल ट्रेड (इनसाइडर, रिटेलर, म्यूच्यूअल फंड्स, इंस्टिट्यूट, FII, DII शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी के दुवारा किया ट्रेड) को रिप्रेजेंट करता है। बेसिकली यह एक तरह का एवरेज चार्ट होता है जो सभी शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी के ट्रेड को एक साथ एक चार्ट के रूप में शो करता है। अन्य शब्दो में
जब हम टेक्निकल एनालिसिस के लिए किसी भी मूल्य चार्ट को देखते हैं, तो हमें कई अलग-अलग प्रकार के चार्ट पैटर्न दिखाई देते हैं। विभिन्न प्रकार के चार्ट पैटर्न अलग-अलग तरीकों से सुझाव देने में मदद करते हैं कि कीमत कहाँ जा सकती है, किसी भी स्टॉक की कीमत समय के साथ ऊपर जाएगी या नीचे।
यह Double Bottom Chart Pattern Price Action Trading +44 SMA Siddharth Bhanushali Sir के द्वारा प्रदत है।
Double Bottom Chart Pattern क्या होता है?
Double Bottom Chart Pattern, Support and Resistance की सायक्लोजी पर काम करता है। यह एक Chart Pattern का एक प्रकार है इसकी विशेषता है कि इसमें मूल्य को W-आकार के रूप में दर्शाया जाता है। जब किसी स्टॉक की कीमत दो बार गिरके ऊपर की ओर जाये,
यानी पहले एक बॉटम बनाएं और फिर वहां से ऊपर की ओर बढ़ना शुरू करें और अपने रेजिस्टेंस लेकर को टच करके वापस निचे आये और फिर अपने बॉटम लेवल को टच करके वापस ऊपर की ओर चली जाये, तब Double Bottom पैटर्न बनता है।
1 टाइम फ्रेम–
इसका बेस्ट टाइम फ्रेम Weekly या Daily Chart है।
2 स्टॉक सिलेक्शन
DOUBLE BOTTOM CHART ON 44 MOVING AVERAGE
ये मेथड कुछ नहीं बस जब यही Double Bottom Chart Pattern जब 44 SMA पर बनेगा तब इसे 44 SMA + Double Bottom Chart Pattern कहलायेगा।
जैसे इसमें 44 SMA ही सपोर्ट लेवल बन रहा है जो एक अवरोधक के रूप में काम करता है।