सफल व्यापारी बनने का तरीका

उन्होंने कहा कि आरडब्ल्यूए को अपना कार्यालय चलाने और जनता के छोटे-छोटे काम करवाने के लिए फंड उपलब्ध कराए जाएंगे। एमसीडी में ‘‘आप’’ की सरकार बनने के बाद एक तरह से वास्तविक रूप में आरडब्ल्यूए का सशक्तिकरण किया जाएगा। इसका मकसद जनता को दिल्ली का मालिक बनाना है।दिल्ली के लोगों हाथों में सीधे सत्ता दी जाएगी और जनता अपनी आरडब्ल्यूए के जरिए अपने काम करा सकेगी।
पैसे और निवेश के ये टिप्स आपको यह जानने में मदद कर सकते हैं कि बुल मार्केट कब टिकने के लिए वापस आया है
मार्केटवॉच की सर्वश्रेष्ठ म्युचुअल फंड और ईटीएफ कहानियां आपको साप्ताहिक रूप से ईमेल पर प्राप्त करने के लिए यहां साइन अप करें!
निवेश समाचार और रुझान
इस बात की प्रबल संभावना है कि शेयरों में भालू बाजार खत्म हो गया है, क्योंकि निवेशक आखिरकार उम्मीद छोड़ देते हैं
कैपिट्यूलेशन तब होता है जब निवेशक निराशा के कारण हार मान लेते हैं, भालू बाजार के दुःख का अंतिम भावनात्मक चरण। अधिक पढ़ें
S&P 500 एक ऐसे स्तर को तोड़ने के कगार पर है जो भालू बाजार के अंत का कारण बन सकता है
फिर भी, अलग-अलग शेयरों द्वारा बनाया गया नया 52-सप्ताह का उच्च स्तर कम है, जो ‘खरीद’ संकेत को रोक रहा है। अधिक पढ़ें
यहां बताया गया है कि कैसे एक हेज फंड अनाज के खिलाफ जा रहा है और बाजारों को हरा रहा है
‘आप’ की जीत के बाद निगम में जनता चलाएगी सरकार: केजरीवाल
श्री केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम चुनाव में ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही है। आप पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीट का रिकॉर्ड बनाया था। निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है। उन्होंने लोगों को एक गारंटी देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी एमसीडी में सरकार बनाने के बाद एक स्कीम लांच करेगी, जिसका नाम ‘‘जनता चलाएगी एमसीडी’’ होगा। अब जनता निर्णय लेगी और सरकार काम करेगी। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्ली के आरडब्ल्यूए को मिनी पार्षद का दर्जा दिया जाएगा। जैसे पार्षद एक वार्ड का नेता होता है, वैसे ही आरडब्ल्यूए को अपने इलाके का नेता माना जाएगा। उस आरडब्ल्यूए के इलाके में रहने वाली जनता को कोई काम करवाना है, तो उसको किसी सफल व्यापारी बनने का तरीका नेता के चक्कर काटने नहीं होंगे। वह अपने आरडब्ल्यूए के कार्यालय में जाकर बिजली, पानी नाली-गली आदि अपनी समस्या बताएगा और आरडब्ल्यूए के पास वो सारे काम करवाने की पावर होगी।
भारत-कनाडा के बीच कैसे बढ़े बिजनेस, सरकार और इंडस्ट्री लीडर्स ने किया मंथन
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Friday, 02 December, 2022
नई दिल्लीः भारत और कनाडा के बीच बिजनेस को कैसे बढ़ाया जाए, इसको लेकर के सरकार और इंडस्ट्री लीडर्स ने आपस में मंथन किया. इंडो-कैनेडियन बिजनेस चैंबर (आईसीबीसी) के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में सरकार और उद्योग जगत के लीडर्स ने स्थायी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत और कनाडा के बीच अधिक सहयोग का आह्वान किया.
क्लाइमेट एक्शन में कर सकते हैं प्रगति
अमेरिका और रूस के बाद अब विश्व का ‘तीसरा ध्रुव’ बन रहा है भारत, ये रहे प्रमाण
देखो बंधुओं, विश्व दो ध्रुवों में बंटा हुआ है ये तथ्य है। तब अमेरिका और सोवियत संघ थे, आज रूस और अमेरिका हैं। बीच में चीन ने भी धक्कामुक्की की परंतु हाथ कुछ न आया। पर एक देश ऐसा भी है, जिसका प्रभाव सबसे मजबूत और सबसे अलग है और जिससे संबंध प्रगाढ़ करने के लिए सब लालायित हो रहे हैं, वह है अपना भारत। दरअसल, आर्थिक शक्ति ही विदेशी संबंधों की आधारशिला मानी जाती है। जितने अधिक FTA किसी देश के साथ होंगे, उतना ही उस देश की ओर लोग और संस्थाएं आकर्षित होंगी क्योंकि FTA यानी मुक्त व्यापार समझौता इस बात का सूचक है कि देश की आर्थिक स्थिति कैसी है और इस परिप्रेक्ष्य में भारत का कद काफी बढ़ने वाला है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे भारत विश्व के नए ध्रुव के रूप में उभर रहा है और क्यों भारत के साथ व्यापार बढ़ाने को लेकर अनेक देश अतिउत्सुक हैं।
कई देशों के साथ हो चुका है भारत का FTA
उदाहरण के लिए भारत और गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल ने हाल ही में FTA के संबंध में प्रक्रिया को तेज़ करने पर सहमति जताई है, जिसे लेकर पीयूष गोयल ने सुनिश्चित किया है कि सफल व्यापारी बनने का तरीका डील जल्द से जल्द होगी। इस ग्रुप में सऊदी अरब, UAE, बहरीन, कतर, ओमान और कुवैत जैसे महत्वपूर्ण देश हैं, जो भारत के महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार हैं। इनके साथ भारत ने 2021-22 के सत्र में $154 बिलियन का व्यापार किया था और इनके महासचिव डॉ NFM अल हजरफ के अनुसार, “व्यापार अब एक चुनौतीपूर्ण युग में प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में व्यापार, निवेश, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, क्लाइमेट चेंज इत्यादि के लिए FTA का होना अति आवश्यक है। GCC और भारत के बीच के संबंध काफी गहरे हैं।”
परंतु GCC एकमात्र इकाई नहीं है जिसके साथ भारत ने इस अनुबंध पर हस्ताक्षर किया हो। भारत ने 2022 में पहले ही ऑस्ट्रेलिया एवं UAE के साथ FTA पर हस्ताक्षर कर लिया है और इसके अतिरिक्त यूरोपीय यूनियन, यूके, कनाडा, यहां तक सफल व्यापारी बनने का तरीका कि अंकल सैम यानी अमेरिका तक हमसे FTA पर मुहर लगाने के लिए लालायित बैठा है। इन सभी लंबित कार्यों को सुनिश्चित करने हेतु पीयूष गोयल ने अनेक विभाग स्थापित किए हैं, जिनमें 9 डिवीजन में मंत्रालय के सरकारी अफसर सहित निजी सेक्टर के विशेषज्ञ भी होंगे। इसके अतिरिक्त 70 एंड टू एंड SOPs भी स्थापित हुए। यही नहीं, 80 डायरेक्टर और डेप्युटी सेक्रेटरी भी इन FTA के हर पक्ष का आंकलन करने हेतु नियुक्त किए गए हैं।
भारत की ओर बढ़ रही है दुनिया
ये तत्परता तनिक विचित्र नहीं लगती? Deloitte के एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ट्रेडर कई FTA पर मात खाए हैं। प्रारंभ में अगर उन्हें 100 अवसर मिलते थे तो वे केवल 3 में सफल हुए हैं। इनके सफलता का आंकलन केवल 25 प्रतिशत है, तो फिर प्रश्न है कि कोई सफल व्यापारी बनने का तरीका भारतीयों के लिए इतने जतन और जोखिम क्यों लेगा? उत्तर अनेक हैं। प्रारंभ सफल व्यापारी बनने का तरीका में द्विपक्षीय समझौतों में भारत सोच समझकर सभी कदम साध रहा है। उदाहरण के लिए UAE वाले FTA में भारत उनके 90 प्रतिशत उत्पादों पर ड्यूटी फ्री एक्सेस प्रदान करेगा तो UAE हमारे 99 प्रतिशत उत्पादों के लिए यही सुविधा करेगा। यहीं बात ऑस्ट्रेलियाई समझौते में भी काफी हद तक लागू हुई। परंतु सफल व्यापारी बनने का तरीका ये छोटी सी बात अंग्रेजों के पल्ले नहीं पड़ी, इसलिए भारत के साथ उनका समझौता अटका हुआ है।
भारत का महत्व एक और कारण से भी बढ़ा है – कोविड के पश्चात की वैश्विक व्यवस्था। आज WTO को कोई टके का भाव नहीं देता और कई देश उसके ऑर्डर को मानने को तैयार नहीं है। जब भारत ने RCEP से हाथ पीछे खींचे, तभी संकेत मिल जाने चाहिए थे कि सब कुछ ठीक नहीं है। लोगों का अब पाश्चात्य संगठनों से अधिक मोहभंग हो रहा है। जो भी भारत से संधि करना चाहते हैं, उनका अपने आप में विश्व में एक महत्वपूर्ण कद है, चाहे अमेरिका हो या कोई और। भले ही ऑस्ट्रेलिया क्वाड का भाग हो परंतु उसने भारत के साथ अपने हितों को बढ़ावा देना बेहतर समझा। ठीक इसी भांति यूरोपीय यूनियन भी अब भारत के साथ अपना विशेष FTA करने को इच्छुक है।
व्यापार में तरक्की के 3 सबसे आसान उपाय
अच्छी आदतें जीवन मॆ सफलता तथा उन्नति की ओर ले जाती है वहीं बुरी आदतें आदमी को धीरे धीरे बर्बादी की ओर ले जाती हैं। हम दोस्त यारो मॆ बीच बैठकर अच्छी और बुरी दोनो तरह के संस्कार सीख सकते है लेकिन एक बात ध्यान रहे इसका सफल व्यापारी बनने का तरीका भुगतान आपको अकेले ही करना पड़ता है। व्यापार मॆ वाणी तथा बुद्धि का खास उपयोग होता है तीव्र तथा विवेकपूर्ण बुद्धि आपको सफल व्यापारी बनने मॆ सहयोग करती है। एक व्यक्ति की पहचान का सबसे बड़ा माध्यम उसकी मनमोहक वाणी ही होती है।
ज्योतिष मॆ बुध ग्रह व्यापार, वाणी तथा तीव्र बुद्धि का कारक होता है। सरल शब्दों मॆ इसे आकाशमंडल का बनिया कहें तो सर्व उपयुक्त होगा। जिस व्यक्ति का बुध अच्छा होता है ऐसा व्यक्ति किसी भी व्यापार मॆ सफल होता है मिट्टी को सोना बनाने की कला ऐसे लोगो मॆ होती है।