बिटकॉइन से होने वाले नुकसान

-
Bitcoin (BTC): बिटकॉइन ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर पर आधारित एक डिजिटल करेंसी है जिसका आविष्कार ‘सतोषी नाकमोतो‘ नामक एक प्रोग्रामर ने किया था। इसका आदान-प्रदान पियर-टू-पियर तकनीक के जरिए होता है।
Cryptocurrency क्या है? कैसे काम करता है? इसके फायदे और नुकसान (Best Cryptocurrencies List)
सभी देशों की अपनी अलग अलग Currency (मुद्रा) होती है जिस तरह भारत में रुपया चलता है उसी तरह अमेरिका में डॉलर और अन्य देशों में अपनी अलग-अलग मुद्राएं चलती है जिन्हें आप जेब, घर अथवा बैंक में रख सकते हैं। परंतु अब बाजार में नई आभासी मुद्रा (Virtual Currency) तेजी से लोकप्रिय हो रही है जिसे क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) कहा जाता है।
यह एक डिजिटल या वर्चुअल करेंसी है जिसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है। यह कंप्यूटर प्रोग्रामिंग द्वारा निर्मित एक डिजिटल डिजिट है जिसे आप छू नहीं सकते लेकिन बाजार में इसकी वैल्यू सभी भौतिक मुद्राओं से काफी अधिक है।
Top 5 Best Cryptocurrencies |
बीते सालों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज लोगों में काफी तेजी से बढ़ा है और लोग इस डिजिटल करेंसी की तरफ तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं तथा की कीमत में काफी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है ऐसे में लोग इसे इन्वेस्टमेंट का सबसे बढ़िया जरिया बता रहे हैं।
इस Digital Currency को लेकर कई अवैध गतिविधियों के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं, ऐसे में सरकार ने पहले प्राइवेट क्रिप्टो-करेंसी को भारत में बैन करने का फैसला लिया तथा और सरकारी क्रिप्टोकरंसी को लॉन्च करने की बात कही थी। अब सरकार इसके इस्तेमाल को लेकर एक बिल ला रही है।
आज के इस लेख में हम आपको क्रिप्टो-करेंसी या आभासी मुद्रा क्या है? (Crypto currency in Hindi) यह कैसे काम करता है? और Best Cryptocurrencies की जानकारी देने जा बिटकॉइन से होने वाले नुकसान रहे हैं जहां इसके फायदे (Benifits) और नुकसान के बारे में भी आपको जानकारी मिलेगी।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (Cryptocurrency in Hindi)
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी एक आभासी मुद्रा है, जो पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम पर काम करती है। इसे कंप्यूटर एल्गोरिथ्म की मदद से बनाया गया है जिसमें क्रिप्टोग्राफी और ब्लॉकचैन टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है।
यहां होने वाले ट्रांजैक्शन डिजिटल सिगनेचर द्वारा वेरीफाई किये जाते है, और ब्लॉकचेन तकनीक की मदद से इसका पूरा लेखा-जोखा रखा जाता जिसे ledger (बही खाता) कहते है। यह विकेंद्रीकृत (Decentrallized) प्रणाली पर काम करती है इसलिए अधिकतर क्रिप्टो करेंसी स्वतंत्र होती है और इसे किसी वित्तीय संस्थान या अथॉरिटी द्वारा काबू नहीं किया जाता।
हालंकि इसका कोई भौतिक आस्तित्व नहीं है इसलिए इसे डिजिटल करंसी (E-currency) के तौर पर जाना जाता है। इस वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल लेन-देन और इन्वेस्टमेंट करने के लिए किया जा सकता है।
दुनिया की पहली Crypto-Currency बिटकॉइन (Bitcoin) थी जिसकी शुरुआत वर्ष 2009 में हुई। इसकी खोज जापान के सतोषी नाकमोतो नामक एक प्रोग्रामर (इंजीनियर) द्वारा की गई। बाद में कई लोगों ने अलग-अलग जगहों से क्रिप्टोकरंसी के संस्थापक (Founder) Satoshi Nakamoto होने का दावा किया।
क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती है? (Crypto Mining in Hindi)
क्रिप्टोकरंसी के लेनदेन में Peer to Peer तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है और Crypto currency आम लोगों के बीच बटे Blockchain की मदद से भेजा जाता है, यहाँ सभी लेन-देन का हिसाब इस Blockchain में रखा जाता है।
प्रत्येक लेनदेन पर नजर बनाए रखने और इस ब्लॉकचेन को सुरक्षित बनाए रखने के लिए इसे वेरीफाई किया जाता है जिसे पावरफुल कंप्यूटर पर बैठे हजारों लोग करते हैं जिन्हें माइनर्स (Crypto Minners) कहा जाता है।
Crypto Mining किसे कहते है: कंप्यूटर की मदद से क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन को हल करके ई-करेंसी ट्रांजैक्शन को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाने या CryptoCurrency प्राप्त करने की प्रक्रिया को क्रिप्टो माइनिंग/खनन (Crypto Mining) कहा जाता है।
List Best Cryptocurrencies to Buy in 2021
Bitcoin के अलावा दुनिया भर में 1000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है, जिनमें से कुछ पॉपुलर Cryptocurrencies है: Ethereum, Ripple, Monero, Litecoin, आदि।
Top 5 Best Cryptocurrencies |
-
Bitcoin (BTC): बिटकॉइन ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर पर आधारित एक डिजिटल करेंसी है जिसका आविष्कार ‘सतोषी नाकमोतो‘ नामक एक प्रोग्रामर ने किया था। इसका आदान-प्रदान पियर-टू-पियर तकनीक के जरिए होता है।
बीते साल 2019 में Facebook ने भी Libra Cryptocurrency को Launch करने का ऐलान किया था।
क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल (Use of Crypto Currency)
- Remitance: बिटकॉइन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल रेमिटेंस (विदेश से आने वाले पैसे) के क्षेत्र में होता है क्योंकि यहाँ बैंक के मुकाबले काफी कम चार्ज लिया जाता हैं। जब विदेशी लोग बैंक के जरिए यह पैसा अपने देश भेजते हैं तो इस पर बैंक 5% से 30% तक फीस लेती है। तो वही सामान्य मनी ट्रांसफर की फीस 10% होती है।
CryptoCurrency के फायदे (Benifits)
- क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल करेंसी है जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में आसानी होती है।
बिटकॉइन के नुकसान (Disadvantages of Crypto)
- बिटकॉइन का सबसे बड़ा नुकसान यही है कि इसे किसी सरकार या अथॉरिटी द्वारा Manage नहीं किया जाता, इसीलिए इसकी कीमत में अचानक उछाल और गिरावट देखने को मिलती है। ऐसे में यहां इन्वेस्ट करना जोखिम भरा हो सकता है।
क्या India में Cryptocurrency Legal है?
दुनिया भर के 90 से अधिक देश आज क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं परंतु कुछ देशों में यह कानूनी रूप से सही (Legal) ठहराया गया है तो इसे कुछ देशों में अवैध (Illegal) घोषित किया गया है। क्योंकि वहां अब तक इसे लेकर कोई कानूनी मान्यता या फैसला नहीं हुआ है। हालाँकि India में Cryptocurrency Legal (मान्य) है।
भारत में वर्ष 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टो करेंसी को बैन कर दिया गया था, जिसके बाद वर्ष 2019 में आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक के ड्राफ्ट में प्रस्ताव पास कर Cryptocurrency की खरीद फरोख करने वालों को 10 साल की सजा का प्रावधान लाया गया। लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा क्रिप्टोकरेंसी (आभासी मुद्रा) पर लगे आरबीआई के बैन को हटाते हुए इससे ट्रेड करने की मंजूरी दे दी गयी।
फरवरी 2021 में सरकार ने प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी को बैन कर दिया है और सरकारी क्रिप्टो करेंसी को लॉन्च करने की तैयारी में है। यानी अब Bitcoin की तरह ही भारत की अपनी खुद की डिजिटल करेंसी होगी और हो सकता इसके बाद बिटकॉइन को भारत में पूर्ण रूप से बैन कर दिया जाए। एक रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल करेंसी के संबंध में भारत में तेजी से काम चल रहा है।
अंतिम शब्द
आने वाला युग डिजिटल करेंसी का युग होने जा रहा है ऐसे में यदि आप भी क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करना चाहे तो कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे यह फायदेमंद होने के साथ ही जोखिम भरा भी हो सकता है।
नोट: यदि आपके पास खोने के लिए कुछ पैसे है तो आप उसे यहां इन्वेस्ट कर सकते हैं कभी भी उधार लेकर या लोन पर लिए गए पैसों को इस तरह के इन्वेस्टमेंट में लगाने से बचें। केवल वही राशि निवेश करें जिसका आप वहन कर सकते हैं।
भारत भी अब क्रिप्टो करेंसी को स्वीकार चुका है ऐसे में आपको क्रिप्टोकरंसी क्या है? यह कैसे काम करती है? और कुछ पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के बारे में तथा इसके फायदे एवं नुकसान के बारे में भी आपको पता होना चाहिए इसलिए यदि आपको यह लेख अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी जरूर शेयर करें।
वित्त बिटकॉइन से होने वाले नुकसान सचिव ने भ्रम किया दूर, कहा- भारत में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी कभी नहीं होगी लीगल, पैसा डूबा तो सरकार जिम्मेदार नहीं
LagatarDesk : वित्त मंत्री ने 1 फरवरी को संसद में बजट पेश किया. बजट में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर कड़ा रूख अपनाया गया. सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई 30 फीसदी टैक्स लगाने की घोषणा की गयी. बजट से पहले कयास लगाये जा रहे थे कि क्रिप्टोकरेंसी को भारत में मान्यता दे दी जायेगी. लेकिन बजट में ऐसा कुछ नहीं हुआ. बल्कि सरकार ने ऐलान किया कि आरबीआई की तरफ से डिजिटल रूपये लॉन्च किया जायेगा. जो डिजिटल करेंसी होगी.
कभी लीगल नहीं होगी बिटकॉइन, इथीरियम
अब वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने लोगों की गलतफहमी को दूर कर दिया है. उन्होंने यह साफ कर दिया है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं मिलेगी. सोमनाथन ने कहा कि दुनिया की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथीरियम या नॉन फंजीबल टोकन कभी वैध मुद्रा या लीगल टेंडर घोषित नहीं हो सकते.
निजी करेंसी से होने वाले नुकसान के लिए सरकार जिम्मेदारी नहीं
वित्त सचिव ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को सरकार की सुरक्षा नहीं है. यानी इससे होने वाले नुकसान के लिए सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी क्रिप्टो एसेट या क्रिप्टोकरेंसी बाजार में मौजूद हैं या आयेंगे, उनको भारत में मान्यता नहीं मिली है और न ही भविष्य में वो कभी लीगल होगी.
लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
क्रिप्टो एसेट्स की कीमत दो लोगों के बीच होती है तय
सोमनाथन ने कहा कि क्रिप्टो एसेट को सरकार की तरफ से कोई मंजूरी नहीं मिली है. इसके दाम निजी ढंग से तय किये जाते हैं. क्रिप्टो एसेट ऐसी संपत्ति है जिसकी कीमत दो लोगों के बीच निर्धारित होती है. उन्होंने कहा कि आप सोना खरीदें, हीरा खरीदें या क्रिप्टो खरीदें, इनके दामों को सरकार कभी ऑथराइज या गारंटी तय नहीं करती.
डिजिटल रूपये को मिलेगी लीगल टेंडर
डिजिटल करेंसी पर सोमनाथन ने कहा कि रिजर्व बैंक की तरफ से डिजिटल रूपये जारी होगी. यह कभी भी डिफॉल्ट नहीं होगा. यह पैसा आरबीआई के पास होगा. डिजिटल रूपये एक लीगल टेंडर होगी. इसके अलावा बाकी कोई भी डिजिटल करेंसी लीगल टेंडर नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह कभी लीगल टेंडर बनेंगी भी नहीं.
ITR 2019-20 : इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल बिटकॉइन से होने वाले नुकसान करने में अब सिर्फ दो दिन बाकी
आयकर विभाग ने कोरोना संकट की वजह से असेसमेंट ईयर 2019-20 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की तारीख बढ़ाकर 10 जनवरी कर दी थी। अब इसमें आज से लेकर सिर्फ दो दिन बचे है। आखिरी समय की जल्दबाजी से बचने के लिए आप भी जल्द से जल्द अपना आईटीआर फाइल कर लें। टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के बारे में बिटकॉइन से होने वाले नुकसान बिटकॉइन से होने वाले नुकसान लोगों को कई बातों को लेकर कनफ्यूजन भी रहता है। बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरंसी से होने वाली कमाई के बारे में भी आईटीआर में जानकारी देने को लेकर कई लोगों को कनफ्रयूज़न रहता है।
इनकम टैक्स नियमों के तहत, क्रिप्टोकरंसी से मिलने वाले लाभ को कैपिटल गेन्स या बिजनेस इनकम की श्रेणी में माना जाता है। इस मामले से जुड़े एक जानकार ने बताया कि दो मामलों में ही क्रिप्टोकरंसी से जुड़े लेन-देन को इनकम टैक्स में रिपोर्ट किया जाता है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले यह ध्यान देना होगा कि अगर कोई टैक्सपेयर क्रिप्टोकरंसी होल्ड करता है और उनक टैक्सेबल इनकम 50 लाख रुपये से ज्यादा है बिटकॉइन से होने वाले नुकसान तो उन्हें अपने आईटीआर में क्रिप्टोकरंसी को एक ऐसट के तौर पर रिपोर्ट करना होगा।
जब वो क्रिप्टोकरंसी की खरीद या बिक्री करते हैं तो इससे होने वाले फायदे या नुकसान को ‘इनकम फ्रॉम कैपिटग गेन्स’ बिटकॉइन से होने वाले नुकसान के तौर पर दिखाना होगा। 36 महीने से भी कम समय के लिए किसी एसेट को होल्ड करने पर होने वाले फायदे/नुकसान को छोटी अवधि वाला और इससे ज्यादा समय तक होल्ड करने पर फायदे/नुकसान को लंबी अवधि माना जाएगा।
एक अन्य जानकार इस बारे में आगे की जानकारी देते हुए बताते हैं कि बिटकॉइन होल्ड करने वाले दो तरह के होते है। पहल माइनर्स और दूसरे इन्वेस्टर्स होते है। माइनर्स को बिटकॉइन ट्रांजैक्शन की माइनिंग से कमाई होती है। इन माइन कॉइन की बिक्री करने पर अधिग्रहण खर्च नहीं होता है। सेक्शन 55 में भी अधिग्रहण खर्च के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में माइन किए गए बिटकॉइन पर कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं वसूला जा सकेगा।
अगर किसी ने बिटकॉइन में इन्वेस्ट किया है तो निवेशक अधिग्रहण खर्च और खरीदे गए बिटकॉइन को बेचते समय सेल वैल्यू तय किया जाता है। इसके बाद बिटकॉइन की इस बिक्री पर होने वाली फायदे/नुकसान पर शॉर्ट/लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स देना होगा। टैक्सपेयर्स को यह भी ध्यान देना होगा कि कैपिटल गेन्स वाले व्यक्ति या क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन से होने वाले नुकसान के जरिए बिजनेस इनकम प्राप्त करने वाले लोगों को आईटीआर-2 और आईटीआर-3 फॉर्म उनके रिटर्न भरने के लिए होता है।
क्रिप्टो प्रोसेसिंग के फ़ायदे, विपक्ष और नुकसान
क्रिप्टो के बदले सामान और सेवाएं व्यापक रूप से पेश की जाती हैं, और व्यापारी समझते हैं कि फीस और लेनदेन की गति के दृष्टिकोण से डिजिटल संपत्ति फिएट मनी की तुलना में अधिक सुविधाजनक है। इसलिए, क्रिप्टो प्रोसेसिंग व्यापारियों को प्रगतिशील और रूढ़िवादी में विभाजित करने का एक कारक है। पहला समूह आसमान छू रहा है। उदाहरण के लिए, 2020 में BTC स्वीकार करने वाले व्यवसायों की संख्या 15 174 तक पहुंच गई जो 2019 की तुलना में 94% अधिक है। इस बीच, क्रिप्टो मुद्रा मर्चेंट प्रसंस्करण फ़ायदों और नुक़सानों दोनों से जुड़ा हुआ है; इसलिए, व्यापार मालिकों को इस मुद्दे पर गहराई से विचार करने की जरूरत है।
क्रिप्टो प्रोसेसिंग क्या है? प्रगतिशील होने का महत्व
बहुत से लोग जानते हैं कि प्रसंस्करण एक गतिविधि है, जो खरीदारों से व्यापारियों को पेमेंट वितरित करने के लिए उन्मुख है; इसलिए, क्रिप्टो प्रोसेसिंग के क्षेत्र में आभासी मुद्राओं से जुड़े पेमेंटों को संभालना शामिल है। व्यापारियों को एक नई क्षमता के साथ सशक्त बनाने के लिए प्रदाता एक व्यवसाय को क्रिप्टो प्रोसेसिंग गेट से जोड़ते हैं। इसके अलावा, प्रदाता व्यापारियों के लिए अलग-अलग समाधान प्रदान करते हैं – वे प्राप्त आभासी मुद्राओं को धारण कर सकते हैं, अन्य आभासी मुद्राओं के लिए डिजिटल संपत्ति का आदान-प्रदान कर सकते हैं, या उन्हें फिएट मनी के लिए बेच सकते हैं।
बिटकॉइन अभी भी इस क्षेत्र पर हावी है (क्रिप्टो पेमेंट का 91% बिटकॉइन में निष्पादित किया जाता है), लेकिन व्यापारियों ने चरण-दर-चरण अन्य तरल डिजिटल संपत्ति को स्वीकार करना शुरू कर दिया।
क्रिप्टो प्रोसेसिंग के मुख्य लाभ
क्रिप्टो प्रोसेसिंग से एक व्यापारी को बिटकॉइन से होने वाले नुकसान बिटकॉइन से होने वाले नुकसान मिलने वाले सबसे अधिक लाभों के बारे में बात करते हुए, निम्नलिखित फ़ायदों को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है:
- ग्राहक आधार में वृद्धि। क्रिप्टोकरेसी भौगोलिक सीमा सहित किसी भी सीमा को स्वीकार नहीं करती है; इसलिए, क्रिप्टो प्रोसेसिंग व्यापारियों को दुनिया भर में अपने सामान और सेवाओं की पेशकश करने का अधिकार देती है।
- कोई रद्द नहीं। बैंकों के बारे में बात करते हुए, खरीदार और विक्रेता दोनों को लेन-देन में समस्या का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन क्रिप्टो पेमेंट हर लेनदेन को सफल बनाने के लिए क्रांतिकारी तंत्र का उपयोग करते हैं।
- कम फीस। क्रिप्टो प्रोसेसिंग का तात्पर्य किसी तीसरे पक्ष से नहीं है, ग्राहकों और व्यापारियों को सीधे जोड़ना; इसलिए, पारंपरिक संपत्तियों की तुलना में लेनदेन की फीस बहुत कम है।
उच्च गति। सबसे तेज़ क्रिप्टो प्रोसेसिंग मिनटों में पेमेंट प्राप्त करना संभव बनाती है; इसलिए, व्यापारी और ग्राहक दोनों अपना समय बचाते हैं।
क्रिप्टो प्रोसेसिंग से जुड़ी मुख्य बाधाएं।
क्रिप्टो प्रोसेसिंग के नुकसान के बारे में बोलते समय, निम्नलिखित पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए:
- अस्थिरता। क्रिप्टोकरेंसी अस्थिर हैं; इसलिए, अधिकांश व्यापारी फिएट मनी के लिए तुरंत डिजिटल संपत्ति बेचना पसंद करते हैं।
- स्केलेबिलिटी की समस्याएं। लेनदेन प्रसंस्करण के दृष्टिकोण से ब्लॉकचेन नेटवर्क की सीमित क्षमता है। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन प्रति सेकंड 4-5 लेनदेन की प्रक्रिया कर सकता है, रिपल – लगभग 1500, ईओएस – 4000 से अधिक, जबकि वीज़ा की मापनीयता प्रति सेकंड 24 000 लेनदेन है।
- विधान। अधिकांश देश डिजिटल मुद्राओं को कानूनी पेमेंट साधनों के रूप में स्वीकार करने की राह पर हैं, लेकिन क्रिप्टो पेमेंटों पर प्रतिबंध लगाने वाले देशों की संख्या अभी भी बड़ी है।
इसके अलावा, विभिन्न क्रिप्टो प्रोसेसर हैं, और एक व्यापारी को सर्वोत्तम समाधान इस्तेमाल की जरूरत है।
B2BinPay टर्नकी समाधानों के क्षेत्र में क्रांति लाएगा
कंपनी व्यापारियों को सबसे लाभकारी स्थितियों के साथ सशक्त बनाने के लिए अपने समय से पहले समाधान प्रदान करती है। क्रिप्टो पेमेंट प्रसंस्करण में 20 से अधिक आभासी मुद्राएं, त्वरित और सुरक्षित लेनदेन, 24/7 समर्थन शामिल हैं। व्यापारी अपनी उंगलियों पर सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करते हैं।
आपके अनुरोध के लिए आपको धन्यवाद। हम आपसे शीघ्र ही संपर्क करेंगे।
आईओएस ऐप डाउनलोड करने के लिए अपने कैमरे को क्यूआर पर इंगित करें
B2BinPay® – all-in-one Crypto Payment Platform.
B2BinPay allows any business to securely and cost-effectively Send, Receive, Convert and Accept CryptoCurrency Payments Online. Bitcoin, Bitcoin Cash, Ethereum, Ripple, Tether, Litecoin, Stellar, TRON, Zcash, Binance Coin, USDT, PAX, DAI, USDC and any tokens based on Ethereum blockhain (ERC20), Binance Smart Chain (BIP20) and TRON blockchain. All major coins, tokens and stablecoins in one place!
Services are provided by B2BX Digital Exchange OÜ, Estonian legal entity regulated by FIU https://fiu.ee/en
Registry code: 14562776
B2BinPay word and logo are registered EU Trademarks. Registration numbers are 018027721 & 018036692
Operating licence number: FVT000176, Providing a Virtual Currency Service:
1. Providing services of exchanging a virtual currency against a fiat currency
2. Providing a virtual currency wallet service
3. Providing services of exchanging a virtual currency against a virtual currency
Location of activity: Estonia, Tallinn 10117, Narva mnt 7b-503
ATTENTION: B2BINPAY shall not act as a custodian meaning that the B2BINPAY does not bear any of custodian responsibilities in regard to safety of Client’s funds and does not hold Client’s funds for safekeeping to minimize the Client’s risk of funds loss. The Client acknowledges and understands this.
B2BINPAY shall not be held liable in cases where error occurs in the Client(s)’s account(s) and/or in cases of unauthorized access to the Client(s)’ account(s) and/or when any of the following actions of the Client resulted in loss of money and/or profit of बिटकॉइन से होने वाले नुकसान the Client, end user(s), third parties:
- transfer of API data (KEY, SECRET) to the third parties;
- transfer of credentials (login, password) to log in into private client’s area;
- enabling/turning off 2FA verification;
- adding/removing IP addresses in/from the “white” list;
- adding/removing accesses to wallets of the third parties.
We do not offer services of B2BINPAY to citizens of jurisdictions where the right to trade is limited or prohibited by the rules of current legislation. By registering at the B2BINPAY, you confirm that you have reached the required age and are fully capable, and also you have all necessary rights to use the services of the B2BINPAY, according to the jurisdiction or the country of which you are a citizen or resident. Also, you have read all documents posted on the website, including the Terms of Use, the Privacy Policy, the Cookie Policy, the AML & KYC as well as all other documents provided by the B2BINPAY, and completely agree with them.
Documents posted at the website are available only in English. You acknowledge possessing a sufficient knowledge of the English language, at level necessary to understand the information included with the documents, and you fully understand the legal consequences of the documents.
In case you do not understand or understand the English language poorly, you acknowledge that you shall use the services of a professional interpreter, prior to agreeing to the relevant terms included within the documents.
If you do not agree with any of the above statements and/or documents, please leave this website immediately.
Continuation of your usage of our website confirms your agreement with the above statements and documents.
We don't provide services to residents of USA, Afghanistan, Barbados, Burkina Faso, Cambodia, Cayman Islands, Democratic People's Republic of Korea (DPRK), Haiti, Iran, Jamaica, Jordan, Mali, Morocco, Myanmar, Nicaragua, Pakistan, Panama, the Philippines, Senegal, South Sudan, Syria, Trinidad and Tobago, Uganda, Vanuatu, Yemen, Zimbabwe.
वित्त सचिव ने भ्रम किया दूर, कहा- भारत में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी कभी नहीं होगी लीगल, पैसा डूबा तो सरकार जिम्मेदार नहीं
LagatarDesk : वित्त मंत्री ने 1 फरवरी को संसद में बजट पेश किया. बजट में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर कड़ा रूख अपनाया गया. सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई 30 फीसदी टैक्स लगाने की घोषणा की गयी. बजट से पहले कयास लगाये जा रहे थे कि क्रिप्टोकरेंसी को भारत में मान्यता दे दी जायेगी. लेकिन बजट में ऐसा कुछ नहीं हुआ. बल्कि सरकार ने ऐलान किया कि आरबीआई की तरफ से डिजिटल रूपये लॉन्च किया जायेगा. जो डिजिटल करेंसी होगी.
कभी लीगल नहीं होगी बिटकॉइन, इथीरियम
अब वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने लोगों की गलतफहमी को दूर कर दिया है. उन्होंने यह साफ कर दिया है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं मिलेगी. सोमनाथन ने कहा कि दुनिया की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथीरियम या नॉन फंजीबल टोकन कभी वैध मुद्रा या लीगल टेंडर घोषित नहीं हो सकते.
निजी करेंसी से होने वाले नुकसान के लिए सरकार जिम्मेदारी नहीं
वित्त सचिव ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को सरकार की सुरक्षा नहीं है. यानी इससे होने वाले नुकसान के लिए सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी क्रिप्टो एसेट या क्रिप्टोकरेंसी बाजार में मौजूद हैं या आयेंगे, उनको भारत में मान्यता नहीं मिली है और न ही भविष्य में वो कभी लीगल होगी.
लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
क्रिप्टो एसेट्स की कीमत दो लोगों के बीच होती है तय
सोमनाथन ने कहा कि क्रिप्टो एसेट को सरकार की तरफ से कोई मंजूरी नहीं मिली है. इसके दाम निजी ढंग से तय किये जाते हैं. क्रिप्टो एसेट ऐसी संपत्ति है जिसकी कीमत दो लोगों के बीच निर्धारित होती है. उन्होंने कहा कि आप सोना खरीदें, हीरा खरीदें या क्रिप्टो खरीदें, इनके दामों को सरकार कभी ऑथराइज या गारंटी तय नहीं करती.
डिजिटल रूपये को मिलेगी लीगल टेंडर
डिजिटल करेंसी पर सोमनाथन ने कहा कि रिजर्व बैंक की तरफ से डिजिटल रूपये जारी होगी. यह कभी भी डिफॉल्ट नहीं बिटकॉइन से होने वाले नुकसान होगा. यह पैसा आरबीआई के पास होगा. डिजिटल रूपये एक लीगल टेंडर होगी. इसके अलावा बाकी कोई भी डिजिटल करेंसी लीगल टेंडर नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह कभी लीगल टेंडर बनेंगी भी नहीं.