विदेशी मुद्रा व्यापार का परिचय

Bitcoin क्या होता है?

Bitcoin क्या होता है?
Cryptocurrency Mining: क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग और कैसे करती है काम, क्रिप्टोकरंसी में पैसे लगाने से पहले इसे जरूर समझ लें

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है | Bitcoin Price In India Today 2022

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है : क्या आप जानना चाहते हैं आज 1 बिटकॉइन का कीमत कितने रुपए होता हैं? आज के समय पर Bitcoin एक ट्रेंडिंग करेंसी बन गया है। एस वजह से हर कोई आजकल Bitcoin के बारे में बहुत सारे सर्च कर रहे हैं और इंटरनेट पर एक बिटकॉइन का कीमत क्या है यह लगातार सर्च करता रहता है।

लेकिन सबसे बड़ा समस्या यह है कि आपको बहुत कम वेबसाइट के अंदर ही Bitcoin Live Price Today दिखाया जाता है जो लेटेस्ट होता हैं. शायद आप जानते होंगे बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसके वजह से बिटकॉइन प्राइस इंडिया में इनका मुल्ल हर सेकेंड में ही बदलता Bitcoin क्या होता है? रहता है। इसके लिए हम हमेशा ही हमारी ऑडियंस को सलाह देते हैं Live Bitcoin Price Chart 2022 देखने के लिए, जिसके जरिए वह आज का करंट 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आ रहा है इसके बारे में सटीक जानकारी पा सके.

अगर आप 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है या फिर बिटकॉइन प्राइस इंडिया टुडे 2022 का सटीक जवाब चाहने के साथ-साथ Bitcoin को खारीदना चाहाते हैं तो हमारी इस लेख को अच्छी तरीके से पूरा पढ़ें।

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है बताइए

Table Of Contents

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है

अभी आप एक बिटकॉइन का कीमत रुपए में कितना होता है यह जानने के लिए बहुत ही उत्सुक हो गए होंगे. इसका सटीक जवाब देने के लिए आज हम आपके सामने आज का लाइव Bitcoin Price Today 2022 जो अभी इंडिया में बिटकॉइन प्राइस चल रहा है वह नीचे टेबल में प्रस्तुत किए हुए है.

1 बिटकॉइन का कीमत रुपए में (Live)👇

आप ऊपर दिए गए चार्ट को देखकर आज का एक बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी का कीमत जान पाएंगे. यह प्राइस चार्ट लास्ट 24 घंटे का पूरा डिटेल्स आपको दे देगा जहां पर आपको लाइव Bitcoin Ka Price जानने का मौका मिलेगा.

जैसे कि आप जानते हैं अन्य Cryptocurrency के जैसा Bitcoin भी एक डिजिटल करेंसी है जिसका प्राइस हर एक सेकेन्ट में बदलता रहता है। इसलिए अगर आप आज बिटकॉइन खरीदने का सोच रहे हैं तो आपको आज 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है यह जानना बहुत ही जरूरी है। तो अगर आप एक बिटकॉइन का कीमत कितना रुपए है यह सटीक तरीके से जानते हैं तभी आप कोई भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से बिटकॉइन खरीद सकते हैं वह भी सटीक मूल्य में.

1 बिटकॉइन क्या होता है?

1 बिटकॉइन का कीमत रुपए में जाने के बाद आपके मन में एक प्रश्न आ रहा होगा कि एक बिटकॉइन का मतलब क्या होता है. इसके लिए आपको पहले बिटकॉइन क्या है इसके बारे में बखूबी से जाना पड़ेगा. Bitcoin एक डिजिटल क्रिप्टो करेंसी है जो एनक्रिप्टेड माध्यम में ही आपको खरीदना पड़ेगा. इसका मतलब यह है कि अगर आप कभी भी एक बिटकॉइन खरीदते हैं तो आपके पास कोई भी पेपर वर्क होगा ही नहीं।

अगर साधारण भाषा में बोला जाए तो १ बिटकॉइन एक क्रिप्टो करेंसी होता है जिसका कीमत अभी के टाइम पर 16,87,002। यह मूल्य कभी भी स्थिर नहीं रहता है, क्योंकि हर एक सेकंड में बिटकॉइन का भेलू बदलता रहता ही है एवं इस बिटकॉइन को बीटीसी (BTC) के नाम पर भी जाना जाता है।

1 बिटकॉइन का दाम कितना बढ़ेगा

अभी आप में से बहुत लोग एक बीटीसी का मूल्य जानने के बाद आप क मन में यह प्रश्न आ रहा होगा कि क्या मैं भविष्य के लिए कुछ बीटीसी को खरीद के रखो. इस प्रश्न का उत्तर आपको तभी मिलेगा जब आप एक बीटीसी का दाम कितने भरने वाला है इसका जवाब पाएंगे.

तो अगर आप जानना चाहते हैं भविष्य में 1 बिटकॉइन कितने रुपए का होने वाला है, तो आप जान लीजिए भविष्य में एक बीटीसी का कीमत $1,00,000 के आसपास हो सकता है. यानी कि अगर आप इंडियन रूपी में कन्वर्ट करो तो इसका मुल्लों आता है 7428550 रुपए.

1 बिटकॉइन प्राइस इंडिया में कितने रुपए है

अगर आप इंडिया में रहकर बिटकॉइन खरीदने का प्लान कर रहा है तो आपको 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है इसका दाम जानना बहुत ही जरूरी है. बिटकॉइन का प्राइस इंडिया में लेकर आए हैं जिसके जरिए आप आज का एवं इस समय में एक बिटकॉइन प्राइस टुडे इन इंडिया में कितना चल रहा है इसका सटीक ज्ञान पा सके. तो अगर हम इंडियन रूपी में एक बिटकॉइन का प्राइस बोलना चाहे तो अभी लगभग 35 लाख के आसपास 1 Bitcoin का Price आ रहा है.

बिटकॉइन जैसा अन्न Cryptocurrency का कीमत

हम जानते हैं आप में से बहुत सारे लोग बिटकॉइन का कीमत कितने रुपए है इसके साथ-साथ अन्य Cryptocurrency का कीमत भी जानना चाहते होंगे. इसलिए हम आपके लिए नीचे एक क्रिप्टो प्राइस टेबल में सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के लाइव प्राइस को प्रस्तुत किए हैं.

ऊपर दिए गए लिस्ट में हम लोग बिटकॉइन के साथ-साथ अन्य क्रिप्टो करेंसी जैसे एथेरियम, बाइनेंस कॉइन, दोगैकॉइन, पोल्का डॉट, कार डानो जैसे पॉपुलर. इस लिस्ट में आपको पिछले 24 घंटे का प्राइस ग्राफ के साथ मिल जाएगा. आशा करता हूं आप ऊपर दिए गए टेबल में से 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है इसके साथ-साथ अन्य बिटकॉइन का प्राइस भी अच्छी तरीके से जान लिए होंगे.

FAQs on Bitcoin Price Today

बिटकॉइन प्राइस इंडिया में कितना है?

अभी इंडिया में बिटकॉइन प्राइस 16 Lakh का आसपास चल रहा है.

बिटकॉइन में इन्वेस्ट कैसे करें ?

आप Wazirx एवं Coinswitch Kuber जैसे ऐप के जरिए Bitcoin में invest कर सकते हैं.

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है ?

1 Bitcoin का कीमत 16 लाख के आस-पास है.

बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया क्या चल रहा है?

आज बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया ने 16 लाख के आसपास चल रहा है।

निष्कर्ष

जैसे कि आप देख पा रहे हैं आज हम इस लेख में 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है इसके बारे में पूरा जानकारी आपको दे दिए हैं. तो आशा करता हूं आप हमारी इस Bitcoin क्या होता है? लेख को पढ़ने के बाद आज का लाइव बिटकॉइन प्राइस को अच्छी तरीके से जान गए होंगे. अभी आपके मन में बिटकॉइन प्राइस के अलावा और भी कुछ प्रश्न है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं.

GovtsYojana वेबसाइट में आपका स्वागत है। हम इस वेबसाइट में सरकारी योजना, बिजनेस-लोन, सरकारी नौकरी एवं ट्रेंडिंग टॉपिक्स को लेकर आलोचना करते हैं।

आप GovtsYojana वेबसाइट को नियमित भीजिट करके हिंदी भाषा में यह सारे जानकारी पा सकते हैं।

Cryptocurrency Mining: क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग और कैसे करती है काम, क्रिप्टोकरंसी में पैसे लगाने से पहले इसे जरूर समझ लें

Cryptocurrency Mining: जब भी क्रिप्टोकरंसी की बात आती है तो कई मुश्किल से टर्म सुनने को मिलते हैं, जैसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology), क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Bitcoin Mining)। अक्सर लोग इन्हें जाने बगैर ही क्रिप्टोकरंसी में निवेश (Investment in Cryptocurrency) करने लग जाते हैं, लेकिन आप जहां पैसे लगा रहे हैं, आपको ये पता होना जरूरी है कि वहां काम कैसे होता है। इनके बारे में जानकर आप ये समझ पाएंगे कि आखिर क्रिप्टो में पैसे लगाना सुरक्षित है भी या नहीं।

cryptocurrency mining: what is bitcoin mining and how it works, know all about blockchain technology

Cryptocurrency Mining: क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग और कैसे करती है काम, क्रिप्टोकरंसी में पैसे लगाने से पहले इसे जरूर समझ लें

क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग?

माइनिंग का नाम सुनते ही सबसे पहले सोने, हीरे या कोयले की खुदाई का ख्याल मन में आता है। क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब पजल्स को सॉल्व करके नई बिटकॉइन बनाना है। चलिए थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं। जिस तरह हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट कर के आगे भेजता है। क्रिप्टोकरंसी के मामले में कॉइन भेजने वाले उसे रिसीव करने वाले के बीच में बैंक जैसा कुछ नहीं होता है, बल्कि सिर्फ कंप्यूटर्स होते हैं। इन कंप्यूटर्स को कुछ लोग चलाते हैं, जिसके जरिए हर ट्रांजेक्शन वैलिडेट होती है। उनकी इस मेहनत के बदले उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। इसे ही बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं। अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी इसी तरह माइनिंग होती है।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को भी आसान भाषा में समझें

जब कोई शख्स किसी दूसरे शख्स को क्रिप्टोकरंसी भेजता है, तो वह ट्रांजेक्शन कंप्यूटर्स के पास जाती है। इनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन को वेलिडेट किया जाता है और इन्हें डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में शामिल किया जाता है। यह सारी ट्रांजेक्शन एक ब्लॉक में दर्ज होती हैं और इस ब्लॉक की साइज करीब 1 एमबी की होती है। जब एक ब्लॉक भर जाता है तो उसे ब्लॉक कर के नया ब्लॉक बनाया जाता है और नए ब्लॉक को पहले वाले ब्लॉक से जोड़ा जाता है। यह सारे ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते हैं, जिससे एक चेन सी बन जाती है। इसी वजह से इसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहा जाता है।

माइनर्स निभाते हैं अहम भूमिका

डिजिटल करेंसी की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को आसानी से मैनिपुलेट किया जा सकता है। यही वजह है कि बिटकॉइन के डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की अनुमति है। इस तरह यह सुनिश्चित करना माइनर्स का काम है कि नेटवर्क पर डबल स्पेंडिंग न हो। इसी वजह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जिसमें पूरी चेन में जुड़े हर कंप्यूटर पर जानकारी मौजूद होती है, जिससे यह तकनीक बेहद सुरक्षित बन जाती है।

यूं होती है माइनिंग से कमाई

नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए माइनर्स को इनाम के तौर पर नए कॉइन दिए जाते हैं। चूंकि डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर्स में कोई केंद्रीय अथॉरिटी नहीं है, इसलिए ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के लिए माइनिंग प्रोसेस बहुत अहम है। केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की इजाजत है। इसके लिए प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) consensus protocol बनाया गया है। PoW नेटवर्क को बाहरी हमलों से भी बचाता है।

एडवांस मशीनों की होती है जरूरत

क्रिप्टो माइनिंग एक तरह से बहुमूल्य धातुओं की माइनिंग की तरह है। जिस Bitcoin क्या होता है? तरह सोना, चांदी या हीरे को निकाला जाता है, उसी तरह क्रिप्टो माइनर्स सर्कुलेशन में नए कॉइन रिलीज करते हैं। इसके लिए ऐसी मशीनों को काम पर लगाया जाता है जो गणित के जटिल समीकरणों को सुलझाते हैं। इन समीकरणों की जटिलता लगातार बढ़ती ही जा रही है। समय के साथ-साथ माइनर्स ने PoW को सुलझाने के लिए ज्यादा एडवांस्ड मशीनों को लगाया है। माइनर्स के बीच प्रतिस्पर्द्धा बढ़ने से क्रिप्टोकरेंसी की कमी भी बढ़ी है।

कौन कर सकता है माइनिंग?

क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए ऐसे कम्प्यूटर चाहिए, जिनमें जटिल क्रिप्टोग्राफिक मैथमेटिक इक्वेशंस को सॉल्व करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर हो। बिटकॉइन के शुरुआती दिनों में इसे होम कम्प्यूटर से एक सिंपल सीपीयू चिप से माइन किया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। आज इसके लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसे चौबीसों घंटे भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन के साथ जोड़े रखना पड़ता है। हर क्रिप्टो माइनर के लिए ऑनलाइन माइनिंग पूल का मेंबर होना जरूरी है।

क्या है बिटकॉइन, कैसे काम करती है और कितनी सुरक्षित है, यहां मिलेगा जवाब

बिटकॉइन

दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।

क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।

कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।

इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने Bitcoin क्या होता है? में यह सक्षम है.


चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये Bitcoin क्या होता है? जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।

क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।

बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।

दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।

क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।

कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।

इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.


चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।

क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।

बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।

'Bitcoin'

इस वर्ष की दूसरी तिमाही से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट शुरू होने के बाद अल साल्वाडोर को बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट पर भारी नुकसान हुआ है। अल साल्वाडोर के पास 2,381 बिटकॉइन हैं जिनका औसत प्राइस 43,357 डॉलर का है

स्टडी में कहा गया है कि प्राइसेज के बढ़ने पर रिटेल इनवेस्टर्स की ओर से बिटकॉइन में खरीदारी की जा रही थी, जबकि इसके व्हेल्स जैसे बड़े होल्डर्स बिकवाली कर प्रॉफिट कमा रहे थे

इस सप्ताह की शुरुआत में बड़ी संख्या में कस्टमर्स के अपनी रकम निकालने के बाद बहामास के इस एक्सचेंज ने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की थी। बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Binance ने इसे खरीदने की पहल की थी लेकिन बाद में वह पीछे हट गया था

Crypto एक्सचेंज BitMEX के पूर्व सीईओ ऑर्थर हेयस (Arthur Hayes) ने कहा है कि बिटकॉइन की कीमत 15 हजार डॉलर तक नीचे जा सकती है।

रेटिंग: 4.12
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 315
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *