ब्रिकी का दबाव

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जुबिलैंट, वेस्टलाइफ की ब्रिकी घटी
देश की दो प्रमुख क्विक सर्विसे रेस्टोरेंटों (क्यूएसआर)- जुबिलैंट फूडवक्र्स और वेस्टलाइफ डेवलपमेंट- ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान एक अंक में सेम-स्टोर सेल्स ग्रोथ (ब्रिकी का दबाव एसएसजी) दर्ज की हैं। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले यह लगातार दूसरी तिमाही है जब उनकी बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। लगातार पांच तिमाहियों के दौरान दो अंकों में वृद्धि दर्ज करने के बाद पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान इन दोनों कंपनियों ने पहली बार एक अंक में वृद्धि दर्ज की थी जो 5 से 6 फीसदी के दायरे में रही थी। जुबिलैंट फूडवक्र्स भारत में डोमिनोज ब्रांड के स्टोरों का परिचालन करती है जबकि वेस्टलाइफ डेवलपमेंट भारत में मैकडॉनल्ड्स स्टोरों का संचालन करती है। एसएसजी किसी स्टोर में एक साल और इससे अधिक की बिक्री में वृद्धि है। इससे राजस्व में वृद्धि की स्पष्ट तस्वीर दिखती है और इसलिए विश्लेषक इसे एक प्रमुख पैमाना मानते हैं।
ऑनलाईन ब्रिकी को लेकर आढ़तियों ने किया विरोध
ऑनलाइन बिक्री का आढ़तियों ने किया विरोध
पाई। इस बार सरकार द्वारा अनाज मंडियों में किसानों की धान की फसल की बिक्री को लेकर पाई मंडी के आढ़तियों में सरकार के प्रति रोष है। पाई मंडी के पूर्व प्रधान रणधीर सिंह, रामकुमार, सत नारायण सहित कई आढ़तियों ने बताया कि प्रदेश में सरकार के द्वारा आढ़तियों पर ऑनलाइन किसानों की फसल बेचने का जबरदस्ती दबाव बनाया जा रहा है। इस कारण से बढ़ते खर्चे के बोझ से आढ़तियों को अपना आढ़त का कार्य बंद करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि आढ़तियों का पिछला पैसा भी खरीदारों के पास बकाया है। सरकार पहले राइस मिलरों व निर्यातकों को जवाबदेह बनाए। यदि सरकार इनकी ओर डूबते पैसे को देने की लिखित गारंटी देती है तो कार्य आगे बढ़ाया जा सकता है, अन्यथा नहीं। सरकार कि इस व्यवस्था में किसानों को दिए जाने वाला जे फार्म और खरीदार को ई फार्म ई-उपार्जन साफ्टवेयर से स्वयं बनेगा। इसके लिए मार्केट कमेटी द्वारा मंडी गेट पर किसान से संबंधित सभी सूचनाएं जिनमें नाम, पता, बैंक खाता नंबर, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, फसल की किस्म, मात्रा शामिल हैं, आनलाइन भरा जाएगा।
मार्केट कमेटी के कार्यवाहक सचिव सतवीर राविश ने बताया कि प्रदेश की बड़ी अनाज मंडियों में किसानों की फसल आन लाइन बिकेगी, परंतु पाई की अनाज मंडी उनमें शामिल नही है। पाई में पहले की तरह ही किसानों की फसल मैनुअल बिकेगी।
सेमीकंडक्टर की किल्लत से सितंबर में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री घटी, दिग्गज कंपनी पर भी दबाव
passenger vehicle sales in September 2021: मारुति सुजुकी, Hyundai और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनियों ने शुक्रवार को बिक्री में गिरावट की जानकारी दी.
Hyundai मोटर इंडिया ने सेमीकंडक्टर की कमी के चलते सितंबर में थोक बिक्री में 34.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की.
passenger vehicle sales in september 2021: दुनियाभर में सेमीकंडक्टर की कमी (shortage of semiconductor) ने सितंबर में यात्री वाहनों (passenger vehicle) की बिक्री पर असर डाला है. मारुति सुजुकी, Hyundai और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनियों ने शुक्रवार को बिक्री में गिरावट की जानकारी दी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, किआ इंडिया और होंडा कार्स ने भी पिछले महीने थोक बिक्री में गिरावट दर्ज की. दूसरी तरफ, टाटा मोटर्स, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर, निसान और स्कोडा जैसी कार विनिर्माता कंपनियों की पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री सप्लाई सीरीज की समस्याओं के बावजूद पिछले महीने बढ़ी है.
बोरिदा में गांजा व शराब की अवैध ब्रिकी जोरों पर
0 महिला समूह ने कलेक्टर से की शिकायत रायगढ़ (निप्र)। ओडिशा सीमा से लगे बोरिदा गांव में इन दिनों गांजा व शराब की अवैध रूप से ब्रिकी करने वालों के खिलाफ महिला समूह ने कलेक्टर से शिकायत कर उनके विरुद्घ कार्रवाई की मांग की है। बरमकेला क्षेत्र के बोरिदा गांव में गांजा व शराब का अवैध करोबार करने वाले लोग सक्रिय है। मामले की जानकारी पुलि
0 महिला समूह ने कलेक्टर से की शिकायत
रायगढ़ (निप्र)। ओडिशा सीमा से लगे बोरिदा गांव में इन दिनों गांजा व शराब की अवैध रूप से ब्रिकी करने वालों के खिलाफ महिला समूह ने कलेक्टर से शिकायत कर उनके विरुद्घ कार्रवाई की मांग की है।
बरमकेला क्षेत्र के बोरिदा गांव में गांजा व शराब का अवैध करोबार करने वाले लोग सक्रिय है। मामले की जानकारी पुलिस को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रही है। गांव में बढ़ रही शराबखोरी को लेकर महिलाओं ने एक जागृति महिला समूह बनाया है। जो गांव में गांजा व शराब की ब्रिकी ब्रिकी का दबाव पर रोक लगाने अभियान चलाती है। उसके बाद भी शराब माफियों द्वारा दबाव बनाया जाता है। मामले में महिलाओं ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया है जिसमें कहा है कि शराब व गांजा ओडिशा से लाकर ब्रिकी करने की बात कही है। उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होने से गांव के बड़े ब्रिकी का दबाव के अलावा छोटे-छोटे बच्चे भी गांजा व शराब का सेवन कर रहे हैं। जिससे गांव का माहौल बिगड़ रहा है। महिला समूह ने गांव में शराब माफिया पर कार्रवाई करने की मांग की है।
दस्तावेज नहीं दिखाने पर वाहनों की ब्रिकी रोकी
उज्जैन, अग्निपथ। दूसरे प्रदेशों के वाहनों की शहर में हो रही ब्रिकी को पुलिस ने दस्तावेज नहीं दिखाने पर रोक दिया है। वाहन विक्रय करने वालों द्वारा दस्तावेज नहीं दिखाने पर उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। शहर में बिना दस्तावेज और फायनेंस के वाहन दूसरे प्रदेशों से लाकर बेचे जाने की शिकायत मिलने पर पुलिस ने जांच शुरु की है। 2 दिनों में कार बाजार और आटो डील से करीब 250 वाहनों को पुलिस ने जब्त किया है। जिनके दस्तावेज विक्रय करने वालों से मांगे गये है। वाहनों की जांच आरटीओ के माध्यम से भी कराई जा रही है।
जांच के दौरान महाराष्ट्र और गुजरात के वाहन सबसे ज्यादा होना सामने आये है। पुलिस ने माधवनगर, नीलगंगा, चिमनगंज और नानाखेड़ा में कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कुछ संदिग्ध वाहनों की जानकारी भी सामने आई है। सबसे अधिक वाहन चिमनगंज थाना क्षेत्र में बेचने के लिये लाये गये थे। पुलिस की कार्रवाई से कार बाजार और आटो डील संचालकों में हडक प मच गया है। पुलिस सभी से पूछताछ भी कर रही है। संभावना है कि दूसरे प्रदेशों के वाहनों की शहर में ब्रिकी का बड़ा राज भी खुल सकता है।