विदेशी मुद्रा व्यापार का परिचय

क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं?

क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं?

क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं?

कोई भी JustMarkets ग्राहक जिसके पास MT4 खाता हो वह ट्रेडर बन सकता है। बस अपने ट्रेडर क्षेत्र में जाएं और अपना ट्रेडर खाता सेट करें।

अपने ट्रेडर क्षेत्र में जाएं, सेटिंग्स देखें, स्लाइडर का उपयोग करके कमीशन को बदले, और परिवर्तनों को सहेजें। नया कमीशन केवल उन निवेशकों के लिए लागू होगा जिन्होंने परिवर्तन के बाद आपको सब्सक्राइब किया है। अन्य सभी निवेशकों के लिए, कमीशन अपरिवर्तित रहता है।

भुगतान हर सप्ताह रविवार शाम को 6:00 बजे (EET) किया जाता है।

कमीशन शनिवार को बंद ऑर्डर्स के लिए लिया जाता है।

हम इसे विशेष ट्रेडर वॉलेट में स्थानांतरित करते हैं। अपने ट्रेडर वॉलेट से, आप इसे अपने किसी भी ट्रेडिंग खाते में स्थानांतरित कर सकते हैं, या उसे निकाल सकते हैं।

JustMarkets कंपनियों के समूह का ट्रेडिंग नाम है जिसमें शामिल हैं:

Just Global Markets Ltd., पंजीकरण संख्या 8427198-1, पता: Office 10, Floor 2, Vairam Building, Providence Industrial Estate, Providence, Mahe, Seychelles, जो Seychelles Financial Services Authority (FSA) द्वारा विनियमित कंपनी है और सेक्युरिटी डीलर लाइसेंस नंबर SD088 हैं;

JustMarkets Ltd, क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं? पंजीकरण संख्या HE 361312, पता: 13/15 Grigori Afxentiou street, IDE IOANNOU COURT, Office 102, Mesa Geitonia, 4003, Limassol, Cyprus, जो Cyprus Securities and Exchange Commission (CySEC) द्वारा अधिकृत और विनियमित है और लाइसेंस नंबर 401/21 हैं;

JGM International Pty Limited, पंजीकरण संख्या 700565, पता: Law Partners House, Kumulu Highway, Port Vila, Vanuatu, जो Vanuatu Financial Services Commission (VFSC) द्वारा अधिकृत और विनियमित हैं।

यह वेबसाइट Just Global Markets Ltd. के स्वामित्व की है और उसीके द्वारा संचालित है, जो निवेश सेवाएं प्रदान करती है। इस वेबसाइट की किसी भी जानकारी की प्रतिलिपि और JustMarkets ब्रांड विशेषताओं का उपयोग करने के लिए JustMarkets की स्पष्ट लिखित अनुमति जरुरी है।

GMFT Services Ltd, पंजीकरण संख्या HE 424491, पता: Office G2, 3 Grigoriou Xenopoulou, 3106, Limassol, Cyprus, एक EU मर्चेंट कंपनी है, जो कुछ चीजे प्रदान करती है और भुगतान लेनदेन को संसाधित करने सहित व्यवसाय को संचालित करती है।

Just Global Markets Ltd. ऑस्ट्रेलिया, कैनेडा, EU और EEA, जापान, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा प्रतिबंधित देशों सहित कुछ अधिकार क्षेत्र के निवासियों और नागरिकों को सेवाएं प्रदान नहीं क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं? करता।

जोखिम अस्वीकरण: CFDs जटिल इंस्ट्रूमेंट हैं और इसमें लेवरेज के कारण तेजी से पैसा खोने का उच्च जोखिम रहता है। CFDs पर ट्रेड करते समय अधिकांश रिटेल निवेशक खाते पैसे खो देते हैं। आपको इस बात पर विचार करना चाहिए कि क्या आप समझते हैं कि CFDs कैसे काम करते है और क्या आप अपने पैसे खोने का उच्च जोखिम उठा सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? इसके फायदे और नुकसान

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? – स्विंग ट्रेड, स्टॉक का चयन कैसे करें? (Stock selection for swing trading) , फायदे, नुकसान, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में अंतर, स्विंग ट्रेडिंग से जुड़े सवाल और जवाब

स्विंग ट्रेडिंग क्या है, swing trading kya hai

स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग का वो तरीका है जिसमें कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक किसी स्टॉक (या किसी फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट) में निवेश करके प्रॉफिट बनाया जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक का चयन करते समय Technical Analysis के अलावा Fundamental Analysis का भी उपयोग किया जाता है।

Table of Contents

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? | Swing Trading in Hindi

आसान भाषा में कहें तो स्विंग ट्रेडिंग में एक से अधिक ट्रेडिंग सत्र में मध्यम या छोटी अवधि के लिए पोजीशन को होल्ड करना होता है, लेकिन आमतौर पर स्विंग ट्रेडिंग में ये होल्डिंग पीरियड कई हफ्तों या कुछ महीनों से अधिक नहीं होना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग का टारगेट कम समय में शेयर का प्राइस बढ़ने पर प्रॉफिट बुक कर लाभ कमाना है। स्विंग ट्रेडिंग में कुछ ट्रेडर काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले स्टॉक की तलाश करते हैं, तो कुछ स्टेबल रहने वाले स्टॉक को सेलेक्ट करते हैं लेकिन दोनों ही कंडीशन में टारगेट अल्प अवधि में प्रॉफिट बुक कर लाभ कमाना ही होता है।

एक अच्छा स्विंग ट्रेडर किसी एक स्टॉक से बहुत ज्यादा प्रॉफिट की उम्मीद नहीं रखता बल्कि छोटे प्रॉफिट को बुक कर अपने दुसरे स्टॉक की तलाश शुरू कर देता है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें?

एक स्विंग ट्रेडर के तौर पर आपको ये बिल्कुल साफ़ होना चाहिए कि आपको कितने प्रतिशत प्रॉफिट के बाद निकल जाना है, 4 से 15% का प्रॉफिट स्विंग ट्रेडिंग के लिए पर्याप्त है लेकिन ट्रेड लेने से पहले आपको ध्यान रखना है कि आपको केवल ऐसे स्टॉक का चयन करना है जिसका फंडामेंटल स्ट्रांग हो।

आपको स्विंग ट्रेड लेने से पहले रिस्क और रिवॉर्ड रेश्यो को भी ध्यान में रखना होगा। जैसे मान लीजिए आपने कोई ट्रेड लिया जिसमें हर शेयर में आप ज्यादा से ज्यादा 100 रुपए का रिस्क लें सकते हैं और कम से कम प्रति शेयर 300 रुपए के प्रॉफिट के बाद ही आप पोजीशन से एग्जिट लेंगें। 100 रुपए का रिस्क लेकर केवल 75 रुपए का प्रॉफिट लेकर निकल जाना बिल्कुल भी बुद्धिमानी नहीं है। आप चाहे तो टोटल इन्वेस्ट किए गए Amount के परसेंटेज के आधार पर क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं? भी रिस्क और रिवॉर्ड तय कर सकते हैं। यानी तब आपका रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो 1:3 का होना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक सिलेक्ट करते समय इन बातों को जरूर ध्यान दें-

  • स्विंग ट्रेड के लिए आप Friday को मार्केट बंद होने के बाद Friday, Saturday या Sunday किसी भी दिन स्टॉक का चयन कर सकते हैं।
  • स्विंग ट्रेड सिलेक्ट करते समय ध्यान रखें की केवल 100 रुपए से ऊपर वाले स्टॉक को ही सेलेक्ट करें क्योंकि हमें पैनी स्टॉक्स से बचना है। ऐसा इसलिए क्योंकि पैनी स्टॉक्स को Operators द्वारा आसानी से Manipulate किया जा सकता है।
  • स्टॉक में अच्छा वॉल्यूम होना चाहिए यानी ऐसा शेयर जिसमें बेचे और खरीदे जाने वाले शेयर की संख्या यानी वॉल्यूम ज्यादा है।
  • Upper और Lower सर्किट लगने पर स्टॉक को Ignore करना चाहिए क्योंकि उस पर हमारा Control नहीं होता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के लिए हमें ऐसे स्टॉक का चयन करना चाहिए जिसका फंडामेंटल स्ट्रांग है और शेयर ने पिछले हफ्ते निफ़्टी या सेंसेक्स से ज्यादा रिटर्न दिया है।
  • ऐसे स्टॉक को सिलेक्ट करें जिनका मार्केट कैप 1000 करोड़ से ज्यादा है।
  • स्टॉक अपने 52 वीक हाई के आसपास होना चाहिए, अगर स्टॉक अपने 52 वीक हाई से लगभग 10-15% नीचे है तो आप ऐसे स्टॉक का चयन कर सकते हैं।
  • शुरुवात में आप कोशिश कीजिए की आप मार्केट कैप के अनुसार Top 100 कम्पनीज में से ही स्टॉक सिलेक्ट करें।
  • जो भी स्टॉक आपने सिलेक्ट किया है उसका कैंडल चार्ट Open करके उसका Resistance और Support लेवल नोट कर लें और उसी के अनुसार एंट्री और एग्जिट लें।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे

  • स्विंग ट्रेडिंग में आपको कम समय में प्रॉफिट मिल जाता है।
  • कम प्रॉफिट का टारगेट होने के कारण टारगेट हिट करने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
  • स्टॉक में एंट्री लेने के लिए उसके गिरने का इंतज़ार नहीं करना पड़ता।
  • स्टॉक के फंडामेंटल स्ट्रांग होने के कारण नुकसान होने की संभवना कम होती है।
  • यह एक लेस स्ट्रेस यानी कम तनाव वाली ट्रेडिंग है।
  • अगर आप शेयर बाजार में नए हैं तो भी इसे Try कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान

  • शार्ट टर्म में एग्जिट लेने के कारण आपको बड़ा प्रॉफिट नहीं मिल पता है।
  • स्टॉक से जुडी रोजाना आने वाली हर छोटी बड़ी खबर से शेयर के प्राइस में उतार-चढ़ाव आता है।
  • एक दिन से ज्यादा होल्ड करने के कारण शेयर में गैप अप और गैप डाउन का भी सामना करना पड़ता है।
  • डे ट्रेडिंग करने वालों को धैर्य के साथ स्टॉक में बने रहने में प्रॉब्लम आती है।

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

स्विंग ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग के बीच का अंतर (Swing trading vs Day trading) आमतौर पर होल्डिंग टाइम का है। स्विंग ट्रेडिंग में अक्सर कम से कम एक दिन से ज्यादा के लिए शेयर को होल्ड किया जाता है, जबकि डे ट्रेडिंग में बाजार बंद होने से पहले पोजीशन को क्लोज करना होता हैं।

क्योंकि हमें स्विंग ट्रेडिंग में एक दिन से ज्यादा के लिए पोजीशन को होल्ड करना होता है इसलिए हमें गैप अप और गैप डाउन का भी सामना करना पड़ता है।

स्विंग ट्रेडिंग से जुड़े सवाल और इनके जवाब

सवाल – स्विंग ट्रेडिंग में हम अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक को कितने दिन तक रख सकते हैं

जवाब – आमतौर पर स्विंग ट्रडिंग में आप स्टॉक को 1 दिन से ज्यादा या कुछ हफ्ते तक रख सकते हैं लेकिन कोशिस करें की आपको स्टॉक को 3 हफ्ते से ज्यादा होल्ड ना करना पड़े।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने?

स्विंग ट्रेडिंग के लिए ऐसा स्टॉक चुने जो अपने 52 वीक हाई के आसपास हो, अगर स्टॉक अपने 52 वीक हाई से लगभग 10-15% नीचे है तो आप ऐसे स्टॉक का चयन कर सकते हैं।

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उम्मीद करते हैं आपको स्विंग ट्रेडिंग क्या है (Swing trading in hindi) और उससे जुडी जानकारी अब मिल गयी है, अगर अभी भी आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट करके हमें बता सकते हैं, धन्यवाद।

Demat और Trading अकाउंट में क्या फर्क होता है? स्टॉक ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो समझ लें ये कैसे होते हैं अलग

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दो अलग-अलग चीजें होती हैं. डीमैट अकाउंट ऐसा अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या शेयर को रख सकते हैं, वहीं, ट्रेडिंग अकाउंट से आप ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.

Representative Image (Source: Pexels)

शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि आपके पास इसके लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट अकाउंट रखना स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए सबसे पहली शर्त है. इसके अलावा एक ट्रेडिंग अकाउंट भी है, जिसकी जरूरत आपके इन्वेस्टमेंट नेचर के हिसाब से पड़ती है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दो अलग-अलग चीजें होती हैं. डीमैट अकाउंट ऐसा अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या शेयर को रख सकते हैं, वहीं, ट्रेडिंग अकाउंट से आप ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इनका फर्क, इनका काम और इनका रोल क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं? समझना जरूरी है.

Demat Account क्या होता है?

डीमैट अकाउंट ऐसा अकाउंट होता है, जहां आप अपने शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में होल्ड करके रख सकते हैं. डीमैट अकाउंट फिजिकल शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल देता है. डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको एक एक डीमैट नंबर दिया जाता है जिससे आप अपना ट्रेड उसमें सेटल कर सकते हैं.

इसका काम कुछ-कुछ बैंक अकाउंट जैसा होता है, जहां आप अपना पैसा डिपॉजिट और विदड्रॉ कर सकते हैं. इसी तरह इस अकाउंट में सिक्योरिटी रखी जाती है और जरूरत पड़ने पर डेबिट और क्रेडिट किया जाता है.

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास कोई शेयर हो, ऐसा कोई जरूरी नहीं है. आपके अकाउंट में ज़ीरो बैलेंस हो तो भी कोई दिक्कत नहीं है.

ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है?

डीमैट अकाउंट के उलट अगर आपको स्टॉक ट्रेडिंग करनी है तो आपको इसके लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ेगी. स्टॉक क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं? मार्केट में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयर में निवेश करना हो तो आप इस अकाउंट से इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ट्रेडिंग कर सकते हैं.

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में कुछ बेसिक फर्क

1. डीमैट अकाउंट आपके शेयर और असेट को डिमैटिरियलाइज्ड फॉर्म में रखने वाला अकाउंट होता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट को आपके बैंक और डीमैट अकाउंट के बीच का लिंक माना जा सकता है.

2. डीमैट अकाउंट जहां बस असेट स्टोर करने के लिए खुलवाया जाता है, इससे कोई ट्रांजैक्शन नहीं हो सकता. वहीं, ट्रेडिंग अकाउंट ट्रेड ट्रांजैक्शन करने के काम आता है.

3. डीमैट अकाउंट पर इन्वेस्टर्स को सालाना चार्ज देना होता है. ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है, लेकिन चार्ज कंपनी पर भी निर्भर होता है कि वो आपसे चार्ज लेगी या नहीं.

डीमैट अकाउंट के बिना ट्रेडिंग अकाउंट, और ट्रेडिंग अकाउंट के बिना डीमैट अकाउंट रख सकते हैं?

आमतौर पर डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ ही खोले जाते हैं. स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए ये दोनों ही अकाउंट जरूरी है. जब एक निवेशक शेयरों में ट्रेड करता है तो ये शेयर स्टोर करने के लिए उसे डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है.

हालांकि, अगर ट्रेडर बस ट्रेडिंग कर रहा है, जैसे कि वो इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और क्या आप ट्रेडर पर ट्रेड कर सकते हैं? करेंसी ट्रेडिंग कर रहा है, तो वो ट्रेडिंग अकाउंट से भी हो जाता है, इसमें डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं पड़ती है.

ओलंप ट्रेड क्या है, olymp trade kya hai in hindi

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olymp trade in hindi में हम आपको बताएंगे की olymp trade kya hai in hindi और ये कैसे काम करता है, आप binary option में ट्रेडिंग करना चाहते हो, तो आपको यह जानना बहुत ही जरूरी है की is olymp trade real तो आइए शुरू करते हैं।

binary option का नाम तो आपने सुना ही होगा, आजकल यह बहुत ही फेमस है, ऑनलाइन कई जगहों पर आपने इनके adds भी देखे होंगे, जैसे olymp trade, iq option, binomo और कई सारी app बाइनरी ऑप्शन का प्लेटफार्म प्रदान करती है, और ऐड भी ऐसे दिखाए जाते हैं कि आप रातो रात अमीर हो जाओगे, लेकिन इन में कितनी सच्चाई है यह आज हम आपको is olymp trade safe मैं बताएंगे।

olymp trade kya hai in hindi

ओलंप ट्रेड क्या है, (olymp trade kya hai in hindi)

olymp trade एक बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग करने का प्लेटफार्म है, यहां पर आप ट्रेडिंग करके पैसे अर्जित कर सकते हो, 2014 में स्थापित हुई यह कंपनी आज बहुत ही लोकप्रिय बन चुकी है, olymp trade का ऑफिशियल ऐप और वेबसाइट दोनों ही है।

यहां पर आप कुछ पैसे को जमा करके ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकते हो, यह app आपको ऐप डाउनलोडिंग के प्लेटफार्म से मिल जाएगी.

यह app कितना लोकप्रिय है उनका पता इस बात से लगता है कि जब आप देखेंगे कि 50 मिलियन लोगों ने इसे डाउनलोड किया है, जो बहुत बड़ा नंबर है कौन सी app अच्छी है और कौन सी app खराब है, यह देखने के लिए हम स्टार रेटिंग का सहारा लेते हैं, olymp trade को 4.3 स्टार रेटिंग मिली हुई है।

Olymp trade review in Hindi

अगर इस trading कि बात करें, तो यहां पर ट्रेडिंग करने के लिए आपको इंग्लिश भाषा की जानकारी जरूरी नहीं है,,क्योंकि यह ऐप में आपको 8 अलग-अलग भाषा मिल जाएगी, इससे आप अधिक जानकारी के साथ ट्रेडिंग कर पाएंगे, फिर भी आपको कोई समस्या है तो ओलिंप ट्रेड आपको 24×7 यानी कि हर समय आपकी मदद करती है,

यह एप मोबाइल कंप्यूटर और टेबलेट तीनों में उपलब्ध है ,इसी वजह से 2018 में इस ऐप को बेस्ट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से पुरस्कृत किया गया था और भी कई पुरस्कार इस ऐप को मिले हुए हैं, जो इस बात को साबित करते हैं कि यह एप्स यूजर फ्रेंडली है।

आशा करता हूं कि आप ने Olymp trade के बारे में बहुत कुछ जान लिया है अब बात करते हैं की इस से अर्निंग कैसे करें, इस ऐप को यूज कैसे करें?

How to download olymp trade app ओलंप ट्रेड डाउनलोड कैसे करें

इस ऐप को यूज करना बहुत ही आसान है, जैसे आप और ऐप डाउनलोड करते हो वैसे ही इसे एप के स्टोर पर जाकर सर्च करें और अपने एंड्रॉयड फोन में इंस्टॉल कर ले, अगर आप pc या लैपटॉप में ट्रेड करना चाहते हो, तो Olymp trade की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ट्रेडिंग कर सकते हो।

जब भी आप अपने मोबाइल में इस ऐप को इंस्टॉल कर लोगे, तो आप को ओपन का ऑप्शन मिलेगा, इसे ओपन करोगे तो रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलेगा, वहा से लॉगइन और रजिस्ट्रेशन कर सकोगे।

रजिस्ट्रेशन करने के लिए अपना ईमेल आईडी डाल कर अपना प्राइवेट पासवर्ड बनाएं, जो आपको याद रहे अगर याद ना रहे तो आप अपने नोटपैड में लिख ले, बाद में नीचे दो सिंबल दिखाई देंगे usd और URO इसमें से USD को सिलेक्ट कर ले और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूर्ण करें।

ओलंंप ट्रेड से पैसे कैसे कमाए, how to earn money online

जब आप इस ऐप को ओपन करो गे तो कुछ करंसी यानी कि USD, AUD, INR और बहुत सी करेंसी का रेट ऊपर नीचे होता रहता है, आपको किसी एक करंसी को सिलेक्ट करना है ,आपके सामने उसका चार्ट खुल जाएगा।

अब आपको अनुमान करना है कि इस करेंसी का रेट ऊपर जाएगा या फिर नीचे, अगर आपको लगता है कि 1 मिनट में भाव ऊपर जाएगा, तो up बटन को दबाकर पैसे लगाये, अगर भाव 1 मिनट तक ऊपर रहा तो आपको प्रॉफिट होगा, और अगर भाव नीचे आया तो आपका नुकसान होगा।

ओलंप ट्रेड में क्या ध्यान रखें

पहला जब भी आप किसी करेंसी को चुनते हो तो, पहले कुछ दिन तक उसका चार्ट सिर्फ देखें और जाने की चाट किस तरह ऊपर नीचे होता है, उसका बर्ताव क्या है, कीस समय रेट ज्यादा ऊपर या नीचे होता है

दूसरा पहले डेमो अकाउंट से प्रैक्टिस करें, जब आप 10 में से 8 ट्रेड विंग करने लगे तभी रियल अकाउंट से trade करो

तीसरा जब भी आप trade करो, उसके पहले देख लो कि कितने पैसे की ट्रेड है, पहले पहले तो सिर्फ $1 से ही शुरुआत करें

चौथा जब भी एक साथ में दो ट्रेड हार जाओ तब ट्रेडिंग बंद कर दो और पूरा दिन ट्रेडिंग मत करो, अगले दिन जब मन शांत और प्रफुल्लित हो तभी ट्रेड करो

पांचवा किसी को देखकर या ऐड देखकर ट्रेडिंग मत करो ,पहले ट्रेडिंग को सीखो प्रैक्टिस करो और बाद में ही ट्रेडिंग करो क्योंकि यहां पर आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है

निष्कर्ष

trading के बारे में वैसे तो हमने सब कुछ बता दिया है, Olymp trade पिछले कुछ सालों में अपने सिस्टम को बहुत ही अपग्रेड किया है, और इससे ट्रेडर को फायदा भी हुआ है, इस कंपनी ने मार्केट में अपना भरोसा हासिल कर लिया है Olymp trade लगभग हर दृष्टिकोण से बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लगता है, लेकिन कुछ खामियां उसमें भी है

अगर आप अच्छे ट्रेडर हो तो ही आप binary option से पैसे earn कर पाओगे हमारी राय तो यही रहेगी कि पहले आप ट्रेडिंग को समझें सीखे और बाद में ही ट्रेडिंग करें,क्योंकि पैसे बहुत ही बड़ी मेहनत से मिलते हैं।

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