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करेंसी ट्रेड

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इस लेख में, हमने बुनियादी ऑनलाइन ट्रेडिंग शर्तों और उनके अर्थों का एक आसान अवलोकन दिया है। निम्नलिखित को पढ़ने से आपको बाजार को ठीक से समझने में मदद मिलेगी और गलतियाँ करने की संभावना कम हो जाएगी। यदि आप एक ऑनलाइन व्यापारी हैं, जिसने अभी-अभी Elland Road जैसे प्लेटफॉर्म के साथ व्यापार करना शुरू किया है, तो इस शब्दावली को संभाल कर रखना सुनिश्चित करें।

ट्रेड वॉर के बाद अब करेंसी वॉर, भारत पर भी पड़ेगी मार

Currency War

नई दिल्ली। चीन और अमरीका के बीच जारी ट्रेड वॉर अभी तक थमा नहीं थी कि अब दुनिया में करेंसी वॉर की आशंका बढ़ गई है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन पर उनकी करेंसी से छेड़छाड़ की आरोप करेंसी ट्रेड करेंसी ट्रेड लगाया है। साथ ही ट्रंप ने कहा है कि अमरीका के सुधारात्मक कदमों के बाद भी यूरोपीय यूनियन ब्याज दरों में कमी कर रहा है इससे डॉलर मजबूत हो रहा है और यह दूसरी करेंसियों से प्रतिस्पर्धा से बाहर हो रहा है। आपको बता दें कि ट्रंप का यह बयान युआन के इस साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के बाद आया है। संभावना जताई जा रही है कि युआन की इस गिरावट को रोकने के लिए चीन का सेंट्रल बैंक हस्तक्षेप नहीं करेगा। जानकारों का मानना है कि यदि दुनिया में करेंसी वॉर छिड़ता से तो इसकी सबसे ज्यादा मार भारत जैसे विकासशील देशों पर पड़ेगी। इसका कारण यह है कि विकासशील देश सबसे ज्यादा आयात पर निर्भर रहते हैं।

घातक होगा करेंसी वॉर का असर

इस समय दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में ट्रेड वॉर चल रहा है। एेसे में यदि करेंसी वॉर शुरू हो जाता है तो इसका असर और भी घातक होगा। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार करेंसी वॉर से अमरीक-चीन के अलावा दूसरे देशों की करेंसी पर भी असर पड़ेगा। करेंसी वॉर के कारण विकासशील देशों में पेट्रोल-डीजल समेत तमाम आयातित वस्तुएं महंगी हो जाएंगी।

ट्रंप ने लगाए यह आरोप

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि यूरोपीय यूनियन, चीन और अन्य देश अमरीकी करेंसी डॉलर से छेड़छाड़ कर रहे हैं। ट्रंप का कहना है कि अमरीका ब्याज दरों में वृद्धि कर रहा है जबकि यह देश इन दरों में कटौती कर रहे हैं। इससे डॉलर लगातार मजबूत होकर दूसरे करेंसियों से प्रतिस्पर्धा से दूर होता जा रहा है। इसके अलावा ट्रंप ने फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति का करेंसी ट्रेड भी विरोध किया है।

इससे पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा करेंसी ट्रेड कि वह चीन के साथ ट्रेड वॉर को बढ़ाने को लेकर तैयार हैं। ट्रंप ने चीन से आयातित कुल 500 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं पर शुल्क लगाने की बात कही है। खबरों के अनुसार पिछले सप्ताह वाशिंगटन ने 200 अरब मूल्य के चीनी उत्पादों की सूची तैयार की थी जिनपर सितंबर तक आयात शुल्क लगाए जा सकते हैं। इस सूची में खाद्य उत्पाद, खनिज और उपभोक्ता वस्तुएं समेत 6,000 वस्तुएं शामिल हैं जिनपर 10 फीसदी आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव है। हालांकि इस पर अभी अगस्त तक विचार विमर्श चलने का अनुमान है।

Digital Rupee: कल से कैश की जरूरत खत्‍म! आम आदमी भी कर सकेंगे डिजिटल रुपये में भुगतान

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने खुदरा स्तर पर डिजिटल रुपये (Digital Rupee) का पायलट करेंसी ट्रेड करेंसी ट्रेड प्रोजेक्ट लॉन्च करने की घोषणा की है. आरबीआई ने मंगलवार को कहा कि वह 1 दिसंबर से रिटेल सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के लिए पायलट प्रोजेक्ट लेकर आएगा. आरबीआई ने कहा कि डिजिटल रुपया एक डिजिटल टोकन के रूप में होगा, जो लीगल टेंडर यानी वैध मुद्रा होगी.

आरबीआई ने कहा है कि वह एक दिसंबर को खुदरा डिजिटल रुपये (e₹-R) के लिए पहली खेप लॉन्च करेगी. RBI ने यह भी बताया कि डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं. यानी नोट के मूल्‍य जितना ही डिजिटल रुपया भी होगा. आरबीआई ने कहा कि एक दिसंबर को बंद उपयोगकर्ता समूह (CUG) में चुनिंदा जगहों पर यह परीक्षण किया जाएगा. इसमें ग्राहक एवं बैंक मर्चेंट दोनों शामिल होंगे.

डिजिटल वॉलेट के जरिए होगा लेनदेन
यूजर्स भागीदार बैंकों की ओर से पेश किए गए और मोबाइल फोन पर स्टोर डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ई-आर (e₹-R) के साथ लेनदेन करने में सक्षम होंगे. आरबीआई ने कहा कि लेनदेन पर्सन टू पर्सन (P2P) और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) दोनों हो सकते हैं. वहीं, व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर क्यूआर कोड का उपयोग करके व्यापारियों करेंसी ट्रेड को भुगतान किया जा सकता है.

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ये चार बैंक होंगे शामिल
डिजिटल रुपये के खुदरा उपयोग के इस परीक्षण में भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक समेत चार बैंक शामिल होंगे. यह परीक्षण दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में किया जाएगा. डिजिटल रुपये को बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा और उपयोगकर्ता पायलट परीक्षण में शामिल होने वाले बैंकों की तरफ से पेश किए जाने वाले डिजिटल वॉलेट के जरिये ई-रुपये में लेनदेन कर पाएंगे.

आरबीआई ने कहा कि यह डिजिटल रुपया परंपरागत नकद मुद्रा की ही तरह धारक को भरोसा, सुरक्षा एवं अंतिम समाधान की खूबियों से भी लैस होगा. नकदी की ही तरह डिजिटल रुपया के धारक को भी किसी तरह का ब्याज नहीं मिलेगा और इसे बैंकों के पास जमा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

शुरुआती ऑनलाइन व्यापारियों के लिए बुनियादी व्यापारिक शर्तों की व्याख्या

एक नौसिखिए व्यापारी के लिए जिसने हाल ही में किसी भी वित्तीय बाजार में अपनी यात्रा शुरू की है, मूल बातें जानना महत्वपूर्ण है। प्रत्येक ट्रेडर के लिए एक शुरुआती बिंदु है जो धीरे-धीरे ऑनलाइन ट्रेडिंग में विशेषज्ञ बन जाता है। लेकिन कभी-कभी लोग उस शुरुआती बिंदु को छोड़ देते हैं और उचित ज्ञान के बिना जटिल वित्तीय बाजार में गोता लगाते हैं। यह खतरनाक और जोखिमों से भरा हो सकता है। यदि आप व्यापार करना सीखना चाहते हैं, तो बुनियादी शर्तों को जानना आपका पहला कदम होना चाहिए।

इस लेख में, हमने बुनियादी ऑनलाइन ट्रेडिंग शर्तों और उनके अर्थों का एक आसान अवलोकन दिया है। निम्नलिखित को पढ़ने से आपको बाजार को ठीक से समझने में मदद मिलेगी और गलतियाँ करने की संभावना कम हो जाएगी। यदि आप एक ऑनलाइन व्यापारी हैं, जिसने अभी-अभी Elland Road जैसे प्लेटफॉर्म के साथ व्यापार करना शुरू किया है, तो इस शब्दावली को संभाल कर रखना सुनिश्चित करें।

एक ब्रोकर एक विश्वसनीय व्यक्ति होता है जो एक व्यापारी के रूप में आपके द्वारा अनुरोध किए गए हर खरीद या बिक्री के ऑर्डर देता है। तो, एक दलाल एक मध्यस्थ है जो व्यापारियों की ओर से एक वित्तीय संपत्ति खरीदता या बेचता है।

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