मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें?

Enlight candle in Bedroom: सोने से पहले जलाते हैं खुशबूदार कैंडल तो जरूर बरतें सेहत के खतरे से जुड़ी ये सावधानी
Aromatic candles: खुशबूदार मोमबत्ती जलाने से माहौल खुशनुमा हो जाता है. फिर चाहे आप इन्हें कैंडल लाइट डिनर के दौरान डायनिंग टेबल पर जलाएं या फिर सोने से पहले बेडरूम में. लेकिन ये सावधानी जरूर बरतें
By: ABP Live | Updated at : 20 Aug 2022 09:45 PM (IST)
Are aromatic candles good for health: सोने से पहले खुशबूदार कैंडल जलाने के कई फायदे हैं. एक तो इससे आपके रूम का माहौल पूरी तरह पॉजिटिव हो जाता है और दूसरी ये कि इनकी खुशबू मन को शांति देती है, जिससे नींद जल्दी और गहरी आती है. कैंडल जलाने के बाद कमरे में ना तो बहुत तेज रोशनी होती है और ना ही एकदम घुप अंधेरा और यह स्थिति मन-मस्तिष्क को शांति देने के लिए बहुत अच्छी होती है. ऐसी मद्धम रोशनी में ब्रेन के अंदर मेलाटोनिन ( Melatonin)हॉर्मोन का सीक्रेशन अच्छी तरह से हो पाता है.
मेलाटोनिन हमारी नींद को कंट्रोल करने वाला हॉर्मोन होता है और सोने-जागने के पैरटर्न को बनाने में मदद करता है. जो लोग लाइट जलाकर सोते हैं, उनकी नींद की क्वालिटी अच्छी नहीं होती है क्योंकि तेज रोशनी में ब्रेन मेलेटोनिन को सही मात्रा में प्रड्यूस नहीं कर पाता है. यही कारण है कि 8 घंटे की नींद के बाद भी अगले दिन शरीर थका हुआ और टूटा-टूटा रहता है. जो लोग नियमित रूप से रात को तेज लाइट जलाकर सोते हैं, हो सकता है खुद उन्हें इस बात का अहसास ना होता हो. लेकिन एक समय के बाद इनके शरीर में फैट बढ़ने लगता है. थायरॉइड की समस्या हो सकती है, मानसिक समस्याएं शुरू हो सकती हैं.
खुशबूदार कैंडल जलाने की विधि
रात को सोने से पहले आप जो खुशबूदार कैंडल जला रहे हैं, उसके बारे में पहले कुछ बातों की पड़ताल कर लें. जैसे, क्या यह कैंडल पेराफिन की बनी है. अगर हां तो आप इसे सोने से पहले ना जलाएं. पेराफिन एक पेट्रोलियम पदार्थ है, जिसका उपयोग मोमबत्ती बनाने में मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? भी किया जाता है. जब आप ऐसी मोमबत्ती को जलाते हैं तो यह कमरे में खुशबू तो फैलाती है लेकिन साथ ही बेंजीन जैसे केमिकल भी रिलीज करती है, जो हवा में इरिटेशन बढ़ाने वाले मॉलेक्यूल्स की वजह बनते हैं.
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आप पता करें कि आप जो कैंडल सोने से पहले जला रहे हैं, क्या उसकी बत्ती (वो मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? धागा जिसे जलाया जाता है) लेड की तो नहीं बनी है. क्योंकि ज्यादातर खुशबूदार कैंडल्स की बत्ती (Wick) लेड से बनी होती है. यदि ऐसा है तो आप इसे सोने से पहले ना जलाएं. क्योंकि किसी भी स्थिति में यदि लेड सोते समय सांसों के माध्यम से अधिक मात्रा में शरीर में गया तो घातक स्थिति का कारण बन सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? सलाह जरूर लें.
Published at : 20 Aug 2022 09:45 PM (IST) Tags: bedroom candles aromatic candles Enlight candle हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
बदरपुर: मोमबत्ती से बिस्तर में लगी आग, 4 भाई-बहन झुलसे
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बदरपुर के मोलड़बंद इलाके में बिजली गुम होने के बाद चार भाई-बहन मोमबत्ती जलाकर पढ़ाई कर रहे थे। तभी अचानक मोमबत्ती बिस्तर पर गिर गया। कमरा अंदर से बंद था, इसलिए चारों भाई-बहन कमरे से बाहर नहीं निकल पाए। पड़ोसी ने घर में आग लगा देखा तो पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। लेकिन, जबतक पुलिस व दमकल विभाग मौके पर पहुंची,चारों बच्चे आग के चपेट में आ गए थे। दरवाजा तोड़ बच्चों को बाहर निकाला गया और उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दो को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। जबकि दो बच्चों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। डीसीपी चिन्मय बिश्वाल के मुताबिक मकान नंबर डी-50 में सुनील कुमार अपने परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी वीणा देवी,बड़ी बेटी राखी(13) दीपाली(7) आशु (5) और छोटा बेटा लक्की (3) है। सुनील पेशे से ड्राइवर है, जबकि उसकी पत्नी वीणा घरों में काम करती है। हादसे में राखी 40 फीसद,दीपाली 30 फीसद जली है और दोनों का आईसीयू में इलाज चल रहा है,जबकि आशु और लक्की मामूली रूप से जले हैं,दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सोमवार सुबह छुट्टी दे दी गई।
घटना के वक्त केवल बच्चे ही थे
रविवार रात को सुनील कुमार अपने काम पर चले गए थे। जबकि वीणा एक शादी कार्यक्रम में खाना बनाने के लिए गई थी। घर में केवल चारों बच्चे ही थे। रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे इलाके में बिजली गई हुई थी। ठंड के कारण बच्चे अंदर से दरवाजा बंद कर रखा था और मोमबत्ती जलाकर पढ़ाई कर रहे थे। तभी मोमबत्ती बिस्तर पर गिर गई। ठंड के कारण बिस्तर पर रजाई और गर्म कपड़े थे। रजाई के कारण आग तुरंत पकड़ लिया और पूरे कमरे में आग फैल गई। अंदर से दरवाज बंद था। इस कारण चारों बच्चे बाहर भी नहीं निकल पा रहे थे।
इसी दौरान पड़ोस में रहने वाला रविकांत भी बिजली कटने के कारण मोमबत्ती लेने के लिए निकला था। उसने कमरे के अंदर लगी आग और बच्चों का शोर सुन तुरंत स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। जबतक पुलिस और दमकल विभाग के कर्मी पहुंचते,तबतक पड़ोसियों ने खुद ही कमरे में पानी फेंक आग पर काबू पाने की कोशिश की और काफी हद तक काबू भी पा लिया। पुलिस और दमकल विभाग की टीम भी पहुंच गई और चारों बच्चों को बाहर निकाला,तबतक चारों बच्चे आगे के चपेट में आ चुके थे।
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बची हुई मोमबत्तियों के मोम से दूर करें फटी एड़ियों की समस्या, जानें इस्तेमाल करने का तरीका
Written by: Kishori Mishra Updated at: Feb 25, 2021 12:13 IST
सर्दियों में एड़ी फटने की समस्या काफी ज्यादा आम है। लेकिन अगर लंबे समय तक एड़ियां फटी रहती हैं, तो यह इंफेक्शन का खतरा बना सकती हैं। इसके साथ ही फटी एड़ियों के कारण कई महिलाओं अपने पसंदीदा फुटवियर भी नहीं पहन पाती हैं। एड़ियां फटने के कारण उन्हें अपने पैरों को छुपा कर रखा होता है। अगर आपको भी फटी एड़ियों के कारण लोगों के सामने शर्मिंदा होना पड़ रहा है, तो घबराएं नहीं। घर पर बची हुई मोम से आप अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं। जी, हां आपके घर पर कैंडल तो जरूर जला होगा, उसमें पिघले मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? हुए मोम को आप फेंक देती होंगी। लेकिन अब इसे आपको फेंकने की जरूरत नहीं है। इन्हीं बची हुई मोम से आप एड़ियां फटने की समस्या से राहत पा सकते हैं। आइए पहले जानते हैं आखिर हमारी एड़ियां फटती मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? क्यों हैं?
क्यों फटती हैं हमारी एड़ियां (Causes of Craked heels)
कुछ लोगों के पैरों की स्किन काफी ज्यादा सेंसिटिव और ड्राई होती है। ऐसे में किसी तरह के मौसमी बदलाव के कारण पैरों की ड्राई स्किन फटने लगती है, जिससे एड़ियों में दरारें दिखने लगती हैं। इसके अलावा एड़ियां फटने के कई कारण होते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
- एड़ियों में नमी की कमी होने के कारण एड़ियां फट सकती हैं।
- बिना चप्पल जूतों के चलने की वजह से भी कुछ लोगों की एड़ियां फटने लगती हैं।
- कम पानी पीने वाले लोगों की भी एड़ियां अधिक फटती हैं।
- पैरों को गर्म पानी में अधिक समय तक रखने के कारण भी आपकी एड़ियां फट सकती हैं।
- सर्दियों में अधिक गर्म पानी से नहाने वाले लोगों की एड़ियां फट जाती है।
- शरीर में प्रोटीन की कमी के कारण भी आपकी एड़ियां फट सकती हैं।
बची हुई या खराब मोम से फटी एड़ियों की समस्या कैसे करें दूर? (How to Use Wax on Craked Heels)
कई महिलाओं को आपने देखा होगा कि वे फटी एड़ियों की समस्या को दूर करने के लिए मार्केट में मौजूद क्रीम्स का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन इससे आपको ज्यादा फायदा महीं होता है। हम आपको एक खास चीज के बारे में बताने जा रहे है, जिससे आप फटी एड़ियों की परेशानी को दूर कर सकते हैं। इससे आपके पैर पहले से अधिक सॉफ्ट भी नजर आएंगे। मोम आपके पैरों को अंदर से नरिश करता है। जिससे आपके पैरों की एड़ियां फटती नहीं है। इसके साथ ही यह आपकी स्किन के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।
मोम से फटी एड़ियों की समस्या को दूर करने के लिए सबसे पहले मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? बचे हुए मोम को एक बड़ी सी स्टील की कटोरी में इकट्ठा कर लें। अब इस कटोरी को गैस पर रखकर मोम को अच्छे से पिघलाएं। मोम जब अच्छे से पिघल जाए, तो गैस बंद कर दें। अब इस मोम के पिघले हुए पेस्ट में 2 बड़ा चम्मच सरसों का तेल मिक्स करें। अच्छे से तेल को मिक्स करने के बाद इसे ठंडा होने दें। आप चाहे, तो इस मिश्रण में कपूर भी मिला सकती हैं। अब जब चाहे, इसे हल्का सा पिघलाकर अपनी एड़ियों में लगाएं। इससे एड़ियां फटने की परेशानी से कुछ ही दिनों में राहत मिलेगा। इतना ही नहीं, इसे आप अपनी फटी हुई स्किन पर लगा सकती हैं। इससे आपकी स्किन काफी ज्यादा सॉफ्ट होगी। सर्दियों में यह आपके लिए पेट्रोलियम जेली की तरह काम करेगा।
फटी एड़ियों से पैरों की सुंदरता हो गई है बर्बाद, तो इस तरह पाएं कोमल और साफ एड़ी
लाइफस्टाइल डेस्क : ठंड के दिनों में हमें अपनी स्किन का बहुत ज्यादा ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में स्किन बहुत शुष्क हो जाती है और खासकर एड़ियां जो हमेशा जमीन के संपर्क में रहती है, धूल-मिट्टी और ठंड से फट जाती है। सर्दियों में एड़ी फटना मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? एक मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? आम समस्या है, लेकिन जब एड़ियां ज्यादा फट जाती है तो संक्रमण होने और इसमें से खून आने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि एड़ियों को नरम, मुलायम और कोमल कैसे बनाया जाए? तो चलिए हम आपको बताते हैं कि कैसे आप एड़ियों की देखभाल कर सकते हैं .
पैरों को एक्सफोलिएट करें
पैरों को एक्सफोलिएट और मॉइस्चराइज करना फटी एड़ियों से निजात दिलाने के लिए काफी मददगार होता है। इसके लिए अपने पैरों को गुनगुने, साबुन वाले पानी में 20 मिनट तक रखें। किसी भी सख्त, मोटी त्वचा को हटाने मोमबत्तियों को कैसे पढ़ें? के लिए फुट स्क्रबर, या प्यूमिक स्टोन का उपयोग करें। इसपर हील बाम या मॉइस्चराइजर लगाएं।
शहद
फटी एड़ियों के लिए शहद एक नेचुरल ट्रीटमेंट के रूप में काम कर सकता है। इसमें एंटीबायोटिक और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। कई रिसर्च से पता चला है कि शहद घावों को भरने और स्किन को साफ करने में मदद कर सकता है और त्वचा को मॉइस्चराइज कर सकता है। आप शहद को अपने तलवों पर लगाकर फटी एड़ियों से निजात पा सकते हैं।
नारियल का तेल
ड्राई और फटी एड़ी, एक्जिमा और सोरायसिस के लिए नारियल के तेल बेहद फायदेमंद है। यह आपकी त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है। नहाने के बाद पैरों में नारियल तेल का उपयोग करना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसे लगाने के बाद मोजे पहन लें। इससे फटी एड़ियों में संक्रमण का खतरा भी नहीं होता है।
मोमबत्ती
सर्दियों में फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के लिए मोमबत्ती बेहद कारगर होती है। इसके लिए मोमबत्ती को एक छोटे कटोरे में पिघला लें। अब इसमें 2 बड़ा चम्मच सरसों का तेल मिक्स करें और इसे ठंडा कर कर अपनी एड़ियों पर लगाएं। इससे एड़ी नरम और मुलायम बनती है।