विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन

Mahindra & Mahindra Q2 Results: सितंबर तिमाही में 46 फीसदी बढ़ा महिंद्रा एंड महिंद्रा का प्रॉफिट
Mahindra and Mahindra (M&M) ने 11 नवंबर को सितंबर तिमाही के अपने नतीजों का ऐलान किया। इस दौरान कंपनी के रेवेन्यू में भी उछाल आया है। सितंबर तिमाही में कंपनी का EBITDA साल दर साल आधार पर 50 फीसदी बढ़कर 2,496 करोड़ रुपये रहा
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Mahindra & Mahindra Q2 Results: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सितंबर तिमाही के अपने वित्तीय नतीजों का ऐलान कर दिया है। इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट 46 फीसदी बढ़कर 2,090 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की सितंबर तिमाही में कंपनी ने 1,433 करोड़ रुपये प्रॉफिट कमाया था। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू भी 57 फीसदी उछाल के साथ 13,314 करोड़ रुपये पहुंच गया।
M&M के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ डॉ. अनीश शाह ने कहा, "हमारे शानदार वित्तीय नतीजें उस प्रोग्रेस को दिखाते हैं विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन जो हमने स्टेटेजिक लेवल पर हासिल की है। ऑटो सेगमेंट ने इस ग्रोथ का नेतृत्व किया है। लेकिन हमारी ग्रुप कंपनियों के बिजनेस का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है।"
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फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की सितंबर तिमाही में कंपनी का EBITDA साल दर साल आधार पर 50 फीसदी बढ़कर 2,496 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 1,661 करोड़ रुपये था। कंपनी की सेल्स वॉल्यूम भी सितंबर तिमाही में 75 तक के उछाल के साथ 1,74,098 यूनिट्स रही। एक साल पहले की समान अवधि में यह 99,334 यूनिट्स थी। हालांकि, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन एक साल पहले के 12.47 फीसदी से घटकर 11.98 फीसदी पर आ गया।
मुंबई की इस कंपनी ने कहा है कि सितंबर तिमाही में उसने अब तक का सबसे ज्यादा स्टैंडएलोन और कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू हासिल किया है। M&M के ग्रुप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मनोज भट्ट ने कहा, "कॉस्ट मैनेजमेंट और ऑपरेशनल मीट्रिक्स पर फोकस की वजह से हमारी शानदार रेवेन्यू ग्रोथ ने हमें अब तक का सबसे ज्यादा स्टैंडएलोन प्रॉफिट हासिल करने में मदद की है।"
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औसत वास्तविक श्रेणी (एटीआर) सूचक अस्थिरता का एक उपाय है
बोलिंजर बैंड सूचक - इसके ऊपर और नीचे दो व्यापारिक बैंड के साथ एक चलती औसत का उपयोग करना। एक सामान्य चलती औसत से प्रतिशत गणना के विपरीत, बोलिंगर बैंड बस एक मानक विचलन गणना जोड़ते और घटाते हैं।
Ichimoku Kinko Hyo सूचक - समर्थन और प्रतिरोध के भविष्य के क्षेत्रों के साथ-साथ गति को मापने के लिए उपयोग किया जाता है। इचिमोकू संकेतक को पांच लाइनों से युक्त किया जाता है जिसे तेनकन-सेन, किजुन-सेन, सेन्को स्पान ए, सेन्को स्पैन बी और चिको स्पान कहा जाता है। इस संकेतक को विकसित किया गया था ताकि एक व्यापारी किसी अन्य तकनीकी संकेतक की आवश्यकता के बिना किसी परिसंपत्ति की प्रवृत्ति, गति और समर्थन और प्रतिरोध बिंदुओं का अनुमान लगा सके।
मोमेंटम इंडिकेटर मूवमेंट इंडिकेटर की एक गति है जिसे मूल्य आंदोलन की गति (या शक्ति) की पहचान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। संवेग सूचक सबसे हाल के समापन मूल्य की तुलना पिछले समापन मूल्य (किसी भी समय सीमा के समापन मूल्य) से कर सकता है।
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विदेश से होने वाले पर्यटन को प्रोत्साहन - आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) योजना
पर्यटन देश में आर्थिक वृद्धि और रोजगार उत्पादन का एक महत्वपूर्ण साधन है। पर्यटन क्षेत्र में भारत के निष्पादन में पिछले तीन वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाई गई है। वर्ष 2012 में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़कर 207.31 लाख और पर्यटन से विदेशी मुद्रा विनिमय से प्राप्ति (एफईई) 94,487 करोड़ रु. हो गई।
इस वृद्धि आंकड़े में आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) योजना ने एक अहम भूमिका निभाई है। भारत सरकार ने ग्यारह देशों के नागरिकों के लिए यह योजना आरंभ की है, जो हैं जापान, सिंगापुर, फिलीपीन्स, फिनलैंड, लक्सेमबर्ग, न्यूजीलैंड, कम्बोडिया, लाओस, वियतनाम, म्यांमार और इंडोनेशिया।
पर्यटन वीज़ा केवल उसी विदेशी नागरिक को दिया जाए जिनके पास भारत में निवास या व्यवसाय नहीं है और जिनका भारत आने का उद्देश्य केवल मनोरंजन, दर्शनीय स्थल, दोस्तों और संबंधियों से मिलने के लिए अवकाश पर आना है।
आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) योजना
भारत सरकार ने आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) योजना आरंभ की है। आरंभ में, जनवरी, 2010 में यह योजना पांच देशों के पर्यटकों के लिए आरंभ की गई थी, जो हैं फिनलैंड, जापान, लक्सेमबर्ग, न्यूजीलैंड और सिंगापुर । जनवरी, 2011 में, टीवीओए योजना छ: अन्य देशों के लिए विस्तारित की गई, जो हैं टीवीओए कम्बोडिया, वियतनाम, फिलीपीन्स, लाओस, इंडोनेशिया या म्यांमार।
इस टीवीओए योजना का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करना और कम समय की सूचना पर भारत आने की योजना बनाने का प्रोत्साहन देना है।
भारत में पर्यटन से एफईई मिलियन अमेरिकी डॉलर में) 2010-2013 (जून तक) | ||
---|---|---|
वर्ष | भारत में पर्यटन से एफईई (मिलियन अमेरिकी डॉलर में) | पिछले वर्ष की तुलना में % बदलाव |
2010 | 14193 | 27.5 |
2011 | 16564 | 16.7 |
2012 | 17737 | 7.1 |
2013 (अग्रिम अनुमान) (जन-जून) | 9201 | 8.8 |
आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) योजना के तहत आगमन पर सामूहिक वीज़ा देने की अनुमति भी दी गई है। दो या चार के समूहों में हवाई या समुद्री मार्ग से आने वाले या पर्यटन मंत्रालय द्वारा अनुमोदित भारतीय ट्रेवल एजेंसियों द्वारा प्रायोजित और पहले से आहरित मार्ग सूची के साथ आने वाले विदेशी पर्यटकों को अधिक से अधिक 60 दिनों के लिए सामूहिक लैंडिंग परमिट प्रदान किया जाएगा। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पर्यटकों या ट्रेवल एजेंसियों को अनिवार्य रूप से एक ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की जरूरत है।
आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) के लिए पात्रता
फिनलैंड, जापान, लक्सेमबर्ग, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कम्बोडिया, वियतनाम, फिलीपीन्स, लाओस, इंडोनेशिया या म्यांमार के नागरिकों को आगमन पर पर्यटक वीज़ा प्रदान किया जा सकता है और:
- भारत आने के लिए जिनका एक मात्र उद्देश्य मनोरंजन, दार्शनिक स्थल, दोस्तों या संबंधियों से मिलना, कम अवधि के लिए चिकित्सा उपचार या आकस्मिक व्यापार दौरा आदि है और अन्य कोई प्रयोजन / गतिविधि नहीं है।
- जिनका भारत में कोई निवास या व्यावसाय नहीं है।
- जिनके पास न्यूनतम 6 माह की वैधता वाला पासपोर्ट और पुन: प्रवेश परमिट है, यदि यह आवेदक की राष्ट्रीयता के देश के कानून के अनुसार आवश्यक है।
- जो सुनिश्चित वित्तीय स्थिति वाला व्यक्ति है (वापसी का टिकट प्रस्तुत करने और भारत में उनके रहने के दौरान व्यय करने के लिए पर्याप्त धनराशि की उपलब्धता को इस प्रयोजन के लिए पर्याप्त माना जाता है।
टीवीओए सुविधा कूटनीतिक / आधिकारिक पासपोर्ट धारकों पर लागू नहीं है। पुन: टीवीओए उन विदेशियों को नहीं दिया जाएगा जिनके पास भारत में स्थायी निवास या व्यवसाय है।
वे देश जहां के नागरिकों को टीवीओए पाने की पात्रता है।
टीवीओए सुविधा देने वाले हवाई अड्डे
आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) की वैधता
आगमन पर पर्यटन वीज़ा (टीवीओए) अपनी वैधता अवधि के अंदर भारत में प्रवेश और रहने के लिए इन निर्दिष्ट शर्तों के अधीन वैध होगा। आप्रवास अधिकारी द्वारा आगमन के समय फिनलैंड, जापान, लक्सेमबर्ग, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कम्बोडिया, वियतनाम, फिलीपीन्स, लाओस, इंडोनेशिया या म्यांमार के नागरिकों को एक प्रवेश पर्यटक वीज़ा प्रदान किया जा सकता है। आगमन पर पर्यटक वीज़ा विस्तार योग्य और परिवर्तन योग्य नहीं होगा।
आगमन पर पर्यटक वीज़ा की अनुमति एक कैलेण्डर वर्ष में एक विदेशी को दो आगमनों के बीच कम से कम दो माह के अंतर पर अधिकतम दो बार दी जा सकती है।
आगमन पर पर्यटक वीज़ा इन देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध है : फिनलैंड, जापान, लक्सेमबर्ग, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कम्बोडिया, वियतनाम, फिलीपीन्स, लाओस, इंडोनेशिया या म्यांमार जो दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, हैदराबाद और बैंगलोर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर उपलब्ध है। सरकार की योजना है कि गोवा हवाई अड्डे पर भी टीवीओए सुविधा का विस्तार किया जाए। टीवीओए सुविधा केवल निर्दिष्ट हवाई अड्डों पर उपलब्ध है और यह अन्य किसी आप्रवास जांच चौकी (आईसीपी) पर उपलब्ध नहीं है।
आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) के लिए प्रवेश विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन शुल्क
आगमन पर पर्यटक वीज़ा प्रदान करने के लिए प्रत्येक विदेशी से प्रति यात्री (बच्चों सहित) 60 अमेरिकी डॉलर के समकक्ष भारतीय रुपए का शुल्क प्रभारित किया जाएगा।
आगमन पर पर्यटक वीज़ा (टीवीओए) के लिए प्रपत्र
आगमन पर पर्यटक वीज़ा प्रदान करने के लिए आप्रवास अधिकारी द्वारा संबंधित हवाई अड्डे पर आगमन के समय फिनलैंड, जापान, लक्सेमबर्ग, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कम्बोडिया, वियतनाम, फिलीपीन्स, लाओस, इंडोनेशिया या म्यांमार के विदेशी नागरिकों को एक सरल वीज़ा आवेदन पत्र भरना होगा।
24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 734 नए मामले और 2 मरीज़ों की मौत
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,66,377 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,531 है. विश्व में संक्रमण के 63.49 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक इस महामारी की चपेट में आकर 66.09 लाख से ज़्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. The post 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 734 नए मामले और 2 मरीज़ों की मौत appeared first on The Wire - Hindi.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,66,377 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,531 है. विश्व में संक्रमण के 63.49 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक इस महामारी की चपेट में आकर 66.09 लाख से ज़्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के 734 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,66,377 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 12,307 रह गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण से तीन और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,531 हो गई है.
इनमें से मौत का एक मामला केरल द्वारा संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुनर्मिलान करने के बाद मृतकों की सूची में जोड़ा गया है.
इस तरह केरल के एक व्यक्ति के अलावा पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो 2 मामले सामने आए हैं, उनमें से एक मामला कर्नाटक, जबकि एक पश्चिम बंगाल से सामने आया है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 63,49,83,244 हो गए हैं और इस संक्रमण के चलते दुनियाभर में अब तक 66,09,692 लोगों की मौत हो चुकी है.
आंकड़ों के अनुसार, भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से उबरने की दर बढ़कर 98.78 प्रतिशत हो गई है.
कोविड-19 से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,41,22,562 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 219.80 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.
चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
नवंबर महीने की बात करें तो कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे के दौरान बीते 12 नवंबर को 833, 11 नवंबर को 842, 10 नवंबर को 1,016, नौ नवंबर को 811, आठ नवंबर 625, सात नवंबर को 937, छह नवंबर को 1,132, पांच नवंबर को 1,082, चार नवंबर को 1,216, तीन नवंबर को 1,321, दो नवंबर को 1,190 और एक नवंबर को 1,046 नए मामले सामने आए थे.
इस अवधि में बीते 12 नवंबर को 5, 11 नवंबर को 1, 10 नवंबर को 03, नौ नवंबर को 02, आठ नवंबर को कोई मौत नहीं, सात नवंबर को 02, छह नवंबर को 14, पांच नवंबर को 5, चार नवंबर को 3, तीन नवंबर को 4, दो नवंबर को 4 और एक नवंबर को 4 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 3,805 मामले एक अक्टूबर को सामने आए थे और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ सबसे अधिक 28 लोगों की मौत तीन अक्टूबर को हुई थी.
सितंबर महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 7,946 मामले एक सितंबर को सामने आए थे और (केरल के आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद) सर्वाधिक 35 लोगों की जान 18 सितंबर को गई थी.
अगस्त में बीते एक दिन या 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 20,551 मामले पांच अगस्त को सामने आए थे और (केरल के आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद) सर्वाधिक 72 लोगों की जान 18 अगस्त को गई थी.
जुलाई महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सबसे ज्यादा 21,880 मामले बीते 22 जुलाई को सामने आए थे और सबसे अधिक 67 मौतें बीते 23 जुलाई को दर्ज की गई थीं.
जून में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 24 जून को सर्वाधिक 17,336 नए मामले दर्ज किए गए थे. और इस दौरान सर्वाधिक 38 लोगों की मौत 23 जून को हुई थी.
मई महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,805 नए मामले सात मई को दर्ज किए गए थे और इस दौरान सबसे अधिक 65 मौतें 22 मई को दर्ज की गई थीं.
अप्रैल महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,688 नए मामले 30 अप्रैल को दर्ज किए गए थे और इस दौरान सबसे अधिक 1,399 (असम और केरल में आंकड़ों में संशोधन के बाद) मौतें 26 अप्रैल को दर्ज की गई थीं.
मार्च के महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 7,554 नए मामले दो मार्च को आए थे और इस दौरान सबसे अधिक 4,100 (महाराष्ट्र और केरल के आंकड़ों में संशोधन के साथ) मौतें 26 मार्च को दर्ज की गई थीं.
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे में सर्वाधिक 1,72,433 मामले तीन फरवरी को रिकॉर्ड किए गए और इस अवधि में सबसे अधिक 1,733 लोगों की मौत दो फरवरी को हुई थीं.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा दिन 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
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Adani की एंट्री से शेयर बना रॉकेट, 5 दिन से लग रहा है अपर सर्किट, अंबानी भी रेस में
आज तक 21 घंटे पहले aajtak.in
© आज तक द्वारा प्रदत्त Adani की एंट्री से शेयर बना रॉकेट, 5 दिन से लग रहा है अपर सर्किट, अंबानी भी रेस में
दुनिया के तीसरे सबसे अमीर और एशिया के नंबर-1 रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) का नाम जुड़ते ही एक कंपनी का शेयर रॉकेट की रफ्तार से भागने लगा. हम बात कर रहे हैं फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) के स्टॉक की. बिग बाजार (Big Bazar) वाली कंपनी Future Retail के अधिग्रहण के लिए पहले सिर्फ रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) आगे थे, लेकिन बीते दिनों गौतम अडानी भी उन्हें टक्कर देने के लिए इस रेस में शामिल हो गए हैं. इसके बाद से ही शेयरों में तेजी का दौर जारी है.
कर्ज में डूबी कंपनी को खरीदने की होड़
Big Bazar वाली फ्यूचर रिटेल पर अलग-अलग क्रेडिटर्स का भारी-भरकम बकाया है. कर्ज में डूबी इस कंपनी के अधिग्रहण को लेकर देश के दोनों सबसे रईस मुकेश अंबानी और गौतम अडानी आमने-सामने आ गए हैं. दोनों ने ही इसे खरीदने के लिए अपने पेपर भी जमा कर रखे हैं. हालांकि, इस कंपनी को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने की रेस में सिर्फ अडानी-अंबानी ही नहीं, बल्कि अप्रैल मून रिटेल प्राइवेट लिमिटेड समेत कुल 13 अन्य कंपनियां भी मैदान में हैं, जिन्होंने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) दाखिल किए हैं.
FRL Stocks में 4.29% की तेजी
बात करें Gautam Adani की जोरदार एंट्री की, तो इसका सीधा असर कंपनी के शेयरों पर दिखाई दे रहा है. Future Retail के स्टॉक्स में लगातार अपर सर्किट लग रहा है. आज सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भी कंपनी के शेयर तेजी से भाग रहे हैं. खबर लिखे जाने तक दोपहर 12 बजे तक के कारोबार के दौरान एफआरएल (FRL) के शेयर 4.29 फीसदी की तेजी लेते हुए 3.65 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे. इससे पहले शेयर बाजार ओपन होते ही कंपनी के शेयर 3.65 फीसदी की बढ़त के साथ खुले थे.
बाजार टूटा, पर फ्यूचर के शेयर बने रॉकेट
सोमवार को शेयर बाजार (Stock Market) की शुरुआत मामूली बढ़त के साथ हुई थी, लेकिन जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ा ये तेजी गिरावट में तब्दील होती गई. सेंसेक्स 5.94 अंक या 0.01 फीसदी ऊपर 61,800 पर खुला और निफ्टी 12.60 अंक या 0.07 फीसदी ऊपर 18,362 पर खुला था. इस दौरान लगभग 1369 शेयरों में तेजी आई 947 शेयरों में गिरावट आई और 149 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था. दोपहर 12 बजे तक बीएसई का Sensex 170.13 अंक या 0.28 फीसदी की गिरावट के साथ 61,624.91 पर, जबकि एनएसई का Nifty 18.30 अंक या 0.10 फीसदी टूटकर 18,331.40 के लेबर पर आ गया था. भले ही शेयर बाजार में गिरावट आई हो, लेकिन फ्यूचर रिटेल के शेयर (FRL Stock) रॉकेट की रफ्तार से भाग रहे हैं.
फ्यूचर ग्रुप पर कर्जदारों का इतना बकाया
फ्यूचर ग्रुप (Future Group) कभी देश का दूसरा सबसे बड़ा रिटेलर था. आज भी सुपर मार्केट का नाम आते ही सबसे पहले बिग बाजार (Big Bazar) जुबान पर आ जाता है. लेकिन इसकी मूल कंपनी किशोर बियाणी के नेतृत्व वाली फ्यूचर रिटेल (Future Retail) पर भारी-भरकम कर्ज ने इसे खत्म कर दिया. कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत कंपनी को 33 वित्तीय लेनदारों (Financial Creditors) से 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के दावे मिले हुए हैं.