डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं?

Debt Fund- डेट फंड
क्या होता है डेट फंड?
Debt Fund: डेट फंड एक निवेश पूल, जैसेकि म्युचुअल फंड या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड होता है जिसके मूलभूत संग्रह में मुख्य रूप से फिक्स्ड इनकम निवेश होते हैं। डेट फंड अल्प अवधि या दीर्घ अवधि बॉन्डों, सिक्योरिटाइज्ड उत्पादों, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स या फ्लोटिंग रेट डेट में निवेश कर सकता है। औसतन डेट फंडों पर फी रेशियो इक्विटी फंडों की तुलना में कम होते हैं क्योंकि कुल प्रबंधन लागतें अंदरूनी रूप से कम होती हैं। अक्सर क्रेडिट फंड या फिक्स्ड इनकम फंडों के रूप में संदर्भित डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? डेट फंड, फिक्स्ड इनकम एसेट वर्ग के तहत आते हैं। पारंपरिक रूप से इन कम जोखिम वाले व्हीकल्स की खोज वैसे निवेशक करते हैं जो कैपिटल को संरक्षित करना चाहते हैं या निम्न जोखिम इनकम डिस्ट्रीब्यूशन अर्जित करना चाहते हैं। डेट फंड ऑप्शंस में इच्छुक निवेशक निष्क्रिय और सक्रिय उत्पादों के बीच चयन कर सकते हैं।
डेट फंड जोखिम
डेट फंड विभिन्न प्रकार के जोखिमों से संबंधित सिक्योरिटीज के एक व्यापक क्षेत्र में निवेश कर सकते हैं। व्यवसायों द्वारा उनकी पूंजी संरचना के एक हिस्से के रूप में जारी कॉरपोरेट डेट के रिस्क प्रोफाइल को साधारणतया कंपनी की क्रेडिट रेटिंग द्वारा वर्गीकृत किया जाता है। इन्वेस्टमेंट ग्रेड डेट स्थिर आउटलुक और उच्च क्रेडिट क्वालिटी वाली कंपनियों द्वारा जारी किया जाता है। हाई-यील्ड डेट जो मुख्य रूप से संभावित डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? उभरती ग्रोथ संभावनाओं वाली कंपनियों द्वारा जारी किया जाता है, उच्चतर संभावित जोखिम के साथ अधिक रिटर्न देता है। अन्य डेट वर्गों में डेवलप्ड मार्केट डेट और इमर्जिंग मार्केट डेट शामिल हैं। निवेशक सक्रिय एवं निष्क्रिय दोनों ही उत्पादों में निम्न-जोखिम डेट फंड आप्शंस के व्यापक रेंज से चयन कर सकते हैं।
ग्लोबल डेट फंड
कई देश सरकार की वित्तीय नीतियों को समर्थन देने के लिए डेट निवेश की पेशकश करते हैं। सरकारी डेट फंडों के जोखिम और रिटर्न में अंतर होता है जो इस बात पर निर्भर है कि उस देश का राजनीतिक और आर्थिक वातावरण किस प्रकार का है। इक्विटीज की ही तरह ग्लोबल डेट फंड को भी विकसित और उभरते मार्केट इंडेक्स द्वारा अलग अलग किया जा सकता है।
डेब्ट फंड्स क्या है?
डेब्ट फंड ऐसा म्यूच्यूअल फंड स्कीम है जो निश्चित आय उपकरणों में निवेश करता है, जैसे कॉर्पोरेट और सरकारी बांड, कॉर्पोरेट डेब्ट सिक्योरिटीज और मुद्रा बाज़ार उपकरण आदि जो पूँजी में मूल्य वृद्धि प्रस्तावित करते हैं|
डेब्ट फंड्स, आय फंड और बांड फंड के नाम से भी जाने जाते हैं|
डेब्ट फंड्स में निवेश के कुछ प्रमुख लाभ उसका कम लागत वाला स्वरुप, अपेक्षाकृत स्थिर मुनाफे, अपेक्षाकृत उच्च तरलता और वाजिब सुरक्षा हैं|
डेब्ट फंड्स उन निवेशकों के लिए आदर्श हैं जो नियमित आय का लक्ष्य लिए चलते हैं और जोखिम नहीं उठाना चाहते| डेब्ट फंड्स चूंकि कम अस्थिर डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? होते हैं, इक्विटी फंड्स की तुलना में कम जोखिम भी लिए होते हैं| अगर आप पारंपरिक नियत आय उत्पादों जैसे बैंक जमा में बचत करते आये हैं, और आप स्थिर मुनाफे की तलाश में है जो कम अस्थिरता लिये है, डेब्ट म्यूच्यूअल फंड आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है, इसलिए कि ये आपको आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्रभावकारी कर कौशल के साथ हासिल करने में मदद करते हैं जिससे आप बेहतर लाभ प्राप्त कर पाते हैं|
संचालन के तरीकों की बात करें तो डेब्ट फंड्स दूसरे म्यूच्यूअल फंड्स स्कीमों से अलग नहीं हैं| तथापि, पूँजी सुरक्षा की शर्तों पर, डेब्ट फंड्स का पलड़ा इक्विटी फंड्स से भारी रहता है|
Debt क्या होता है? यह कितने प्रकार का होता है?
नमस्कार दोस्तो कैसे है आप लोग आशा करता हूं ठीक ही होंगे आप सभी तो स्वागत है आपका हमारी नई पोस्ट में तो आज हम आपको बताने वाले है की Debt क्या होता है? यह कितने प्रकार का होता है? कुछ लोगों ने यह नाम जरूर सुना होगा की, Debt fund क्या है, और इसके बारे में विस्तार से जानना भी चाहते होंगे की हिंदी में Debt fund क्या है, डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं, और Debt fund में कैसे निवेश करते हैं?
Debt फंड क्या है? What is Debt fund?
दोस्तो आपको जैसा की बता डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? दे Debt का साधारण सा मतलब है Loan, जिस तरह से किसी को एक कार खरीदने के लिए बैंक से कर्ज लेने पर उसका ब्याज देना पड़ता है। ठीक उसी प्रकार से निवेशक Debt fund ke माध्यम से पैसा निवेश करके उस पर ब्याज प्राप्त करता है।
आपको बता दे Debt fund को ऋण फंड या कर्ज फंड भी कहा जाता है। Debt fund सरकारी उपक्रमों और कंपनियों की फिक्स इनकम सिक्यूरिटी में निवेश करते हैं। इसके अंतर्गत सरकारी सिक्यूरिटी, ट्रेजरी बिल, मनी मार्केट इंस्टुमेट और अन्य कई प्रकार की Debt सिक्यूरिटी सामिल है।
इसी प्रकार से कंपनी अपने बिज़नेस का विस्तार करने के लिए दीर्घ अवधि के कॉर्पोरेटिंग ब्रांड और डिपोजिट तथा कम अवधि के कॉमरिशियल पेपर जारी करके लोगों से निवेश आमंत्रित करती है।
सरकारी ट्रेजरी बिल और ब्रांड जारी करके लोगो से पैसे इकट्ठा करती है, जिसमे ट्रेजरी बिल्स , एक वर्ष तक कम अवधि के लिए और ब्रांड लंबे समय के निवेश के लिए जारी किए जाते हैं।
इसके अतिरिक्त वित्तीय संस्थान, सर्टिफिकेट ऑफ़ डिपॉजिट और परपेचुअल ब्रांड इशू करके लोगों से पैसे जुटाती है।
Debt fund के प्रकार : Types of Debt fund
जब हम Debt fund में निवेश की करते हैं, तो हमारे सामने दो बात सामने आती है, एक तो यह की हम कितने समय तक निवेश कर सकते हैं, और दूसरा यह की हम कितना जोखिम रखने की छमता रखते हैं।
निवेश की रिस्क और अवधि के आधार पर Debt fund के प्रकार :
1. यदि आपको 1 से 90 दिन तक का निवेश करना है तो आपको लिक्विड या मनी मार्केट फंड में निवेश करना चाहिए। इसमें वार्षिक आधार पर 5% से 7% रिटर्न मिलने की संभावना रहती है इनमे ट्रेजरी बिल्स आदि आते हैं, और इसमें सबसे कम रिस्क भी रहता है।
2. और अगर आप 3 से 6 महीने तक का निवेश लक्ष्य रखते हैं तो इसके लिए अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड सही रहे गा। इनमे ट्रैजरी बिल्स और कमर्शियल पेपर आते हैं, जिनकी मैच्योरिटी 6 महीने की होती है। इसमें वार्षिक तौर पर 6.5 से 7.5 percent रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।
3. छह महीने से बारह महीने तक निवेश करने के लक्ष्य में लिए शॉर्ट टर्म फंड होते हैं, जिनके लगभग 7 से 8 percent तक वार्षिक लाभ मिल जाता है। यह फंड कमर्शियल पेपर, कमर्शियल डिपोजिट और कॉर्पोरेट ब्रांड्स में निवेश करते हैं।
4. अगर आप अपने पैसे को 3 वर्ष या उससे अधिक समय तक के लिए निवेश करते हैं, तो आपको लॉग टर्म फंड में निवेश करना चाहिए , क्योंकि लॉन्ग टर्म फंड अपना निवेश कॉर्पोरेट ब्रांड्स, गवर्नमेंट सिक्यूरिटी और डीबेंचर में करती हैं। इसमें वार्षिक तौर पे 7.5 से 8.5% तक रिटर्न मिल जाता है, और डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? जोखिम भी कम रहता है।
5. अगर आप वार्षिक तौर पे 7.5 से 8.6 प्रतिशत तक रिटर्न पाना चाहते है तो आपको 1 वर्ष से लेकर 3 वर्ष की अवधि वाले मीडियम टर्म फंड्स में निवेश करना चाहिए।
नाम और उनके काम के आधार पर Debt फंड के प्रकार :
यह फंड जिनकी परिपक्ता अवधि अधिक समय तक होती है, Income Fund कहे जाते हैं। मैच्युरिटी अवधि लंबे समय की होने के कारण ये डायनामिक फंड्स की तुलना में ज्यादा स्थिर होते हैं। इनकम फंड भी ब्याज दर के अनुसार अलग अलग Debt सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।
जैसा की इसके नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि डायनामिक फंड वो होते हैं , जो बदलती हुई ब्याज दरों फंड्स का मेच्योरिटी समय ब्याज दर के डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? अनुसार बदलता रहता है।
इस फंड को मुख्य रूप से मनी मार्केट फंड भी कहा जाता है। लिक्विड फंड का बड़ा हिस्सा शॉर्ट टर्म में निवेश किया जाता है। इन फंड में लिक्विडिटी ज्यादा मिलती है। बैंक के सेविंग अकाउंट की अपेक्षा लिक्विड फंड में निवेश करके आप अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
क्योंकि फिक्स्ड मेच्योरिटी फंड्स में समय निर्धारित होता है। और इसमें आपकी पूजी एक निश्चित समय के लिए लॉक कर दिया जाता है। यह समय कुछ महीनो या वर्षो का हो सकता है। यह फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह होता है,जो टैक्स में छूट तो प्रदान करते हैं किंतु इसमें अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं होती है।
इस तरह के फंड्स अपना अधिकांस हिस्सा सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं, चूंकि सरकारें अधिकांस मामलों डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? में डिफाल्टर नहीं होती है, इसलिए इसमें जोखिम माना जाता है।
गिल्ट फंड ऐसे निवेशकों के लिए एक आदर्श निवेश विकल्प होता है, जो अपनी पूंजी की सुरक्षा को लेकर चिन्तित रहते हो, और सुरक्षित विल्कप चाहते हैं।
सही Debt fund कैसे चुनें?
कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपने लिए सही Debt Fund का चुनाव कर सकत हैं जो कि इस प्रकार निम्लिखित हैं --
Debt Fund में ऑनलाइन निवेश कैसे करें?
3. अकाउंट से संबंधित दस्तावेज़ जैसे PAN aur Aadhar आदि अपलोड करें, और इस तरह से आप निवेश के लिए तयार हो जातें हैं।
Benefits of Debt Funds in Hindi: डेट फंड में निवेश क्यों करना चाहिए? जानिए 8 बड़े कारण
Benefits of Debt Funds in English: Debt funds give lower returns than equity funds but there are many reasons why you should include debt funds in your portfolio. Let's know Debt Fund Benefits in Hindi
Benefits of Debt Funds in Hindi: डेट फंड को अक्सर बॉन्ड फंड (Bond Fund) कहा जाता है। Debt Fund ऐसे म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) होते हैं जो बड़े पैमाने पर फिक्स्ड-इनकम सिक्योरिटीज जैसे बॉन्ड, डेट, टी-बिल और ऐसे अन्य मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं। वे स्टेबल रिटर्न उत्पन्न करते हैं और इक्विटी फंड (Equity Fund) की तुलना में कम अनस्टेबल होते हैं। हालांकि डेट फंड इक्विटी फंड्स की तुलना में कम रिटर्न देते हैं लेकिन ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से आपको अपने पोर्टफोलियो में Debt Fund को शामिल करना चाहिए। यहां हम आपको बताने वाले है कि डेट फंड में निवेश क्यों करना चाहिए और इसके लाभ (Benefits of Debt Fund in Hindi) क्या है।
डेट फंड में निवेश करने का कारण | Reasons to Invest in Debt Funds
निवेशकों को अकसर यह सलाह दी जाती है कि वे अपने लक्ष्य और जोखिम के सहनशीलता के अनुसार इक्विटी, डेट, सोना और अन्य उपकरणों के मिश्रण में निवेश करें। डेट फंड को दूसरों के साथ जोड़ने से इन्वेस्ट पोर्टफोलियो विविध और संतुलित हो जाता है। Debt Funds के कुछ फायदे नीचे दिए गए हैं जो निवेशकों को उनमें निवेश करने के लिए मजबूत कारण देते हैं।
Benefits of Debt Fund in Hindi
1. मिलता है स्थिर रिटर्न
Debt Fund स्थिर रिटर्न (Stable Return) देने के लिए जाने जाते हैं क्योंकि वे बाजार की भावनाओं पर कम निर्भर होते हैं। डेट फंड कॉर्पस का 65% डेट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे डिपॉजिट सर्टिफिकेट, डिबेंचर, बॉन्ड पेपर आदि में निवेश करते हैं, जो शेयरों की तरह आसानी से उतार-चढ़ाव नहीं करते हैं। बाजार की गतिविधियों के प्रति कम संवेदनशील होने के कारण, वे Equity Fund के रूप में हाई रिटर्न उत्पन्न नहीं कर सकते हैं, लेकिन तेजी से गिरते भी नहीं हैं।
2. होता है कम जोखिम
रूढ़िवादी निवेशक जो कम जोखिम के साथ अपनी पूंजी में वृद्धि चाहते हैं, उन्हें Debt Funds में इन्वेस्ट करना चाहिए। इन फंडों को कुछ इक्विटी फंडों के साथ पोर्टफोलियो में जोड़ने से जोखिम-प्रतिफल प्रोफ़ाइल संतुलित हो जाती है। जब इक्विटी फंड अंडरपरफॉर्म कर रहे होते हैं तो वे बाजार की अस्थिरता के खिलाफ बचाव का काम करते हैं।
3. कैश आउट करना होता है आसान
Debt Funds को लिक्विडेट करना आसान होता है क्योंकि आप उन्हें कभी भी रिडीम कर सकते हैं और फंड से जल्दी से कैश आउट कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, FD जो अक्सर लॉक-इन अवधियों और समय से पहले निकासी पर दंड के साथ आती हैं। डेट फंड ऐसे लॉक-इन के साथ नहीं आते हैं और इसलिए उच्च तरलता प्रदान करते हैं।
4. इमरजेंसी फंड के लिए बढ़िया
Debt Funds आपके धन को निवेश करने और उस पर कुछ ब्याज अर्जित करने के लिए उपयुक्त हैं। डेट फंड आमतौर पर बैंक डिपाजिट की तुलना में अधिक ब्याज दरों की पेशकश करते हैं और इसलिए आप डेट फंड से अपने लक्ष्य को पूरा कर सकते है। साथ ही आप वित्तीय संकट से निपटने के लिए एक मर्जेंसीग फंड बनाने के लिए डेट फंड में पैसे का एक स्टाक रख सकते हैं।
5. डेब्ट फंड होता है ज्यादा फ्लेक्सिबल
जब भी आपके पास अतिरिक्त राशि हो तो आपके पास डेट फंड में एकमुश्त निवेश करने की सुविधा होती है। आप SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से छोटी मात्रा में निवेश कर सकते हैं, डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? या STP (सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान) के माध्यम से एक फंड से दूसरे फंड में यूनिट ट्रांसफर कर सकते हैं।
6. नियमित आय का विकल्प
Debt Funds का एक फायदा है जो निवेशकों को नियमित आय निकालने की अनुमति देता है। आप अपनी लाभ के कुछ आय का भुगतान करने का विकल्प चुन सकते हैं और साथ ही आप अपनी ज़रूरतों के अनुसार फंड से अपनी इकाइयों को बेचकर पैसे निकालने के लिए SWPs (सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान) चुन सकते हैं।
7. मिलता है टैक्स बेनिफिट
Debt Funds निश्चित रूप से बैंक डिपाजिट की तुलना में डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? अधिक टैक्स बेनिफिट देते हैं। जब आप अपना पैसा फिक्स्ड डिपाजिट में लगाते हैं तो आप न केवल उस पर कम ब्याज अर्जित करते हैं, बल्कि आप हर साल कर का भुगतान भी करते हैं। जबकि Debt Funds ज्यादा रिटर्न देते हैं और उन पर तभी टैक्स लगता है जब आप यूनिट्स को रिडीम करते हैं।
8. नए निवेशकों के लिए अच्छा
चूंकि Debt Funds कम जोखिम वाले निवेश होते हैं, इसलिए नए निवेशक बाजार से जुड़े इक्विटी फंड में जाने से पहले डेट फंड से शुरुआत कर सकते हैं। वे मार्केट क्रैश के कारण पैसे खोने के डर के बिना अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
Mutual Fund kya hai kaise kam karta hai
दरसल इसमे निवेशक के समुह मिलकर स्टाॅक या अन्य किसी सिक्युरिटीज मे डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? निवेश करते है| म्यूचुवल फंड मे एक फंड प्रबंधक होतो है जो की फंड को किसमे निवेश करना है यह निर्धारित करता है| उनमे होनेवाले लाभ और हानी की जानकारी रखता है| होनेवाले लाभ और हानी को निवेशको मे बाटता है|
स्टाॅक मार्केट मे जानकारी नहीं होनेवालो को या उसमे निवेश करने की इच्छा रखनेवालो को म्यूचुअल फंड एक बेहतरीन जरिया है|
म्यूचूवल फंड मॅनेजर कौन होता है?
दरसल म्यूचूवल फंड चलानेवाला फंड मॅनेजर एक प्रोफेशनल, एक्स्पर्ट और अनुभवी पर्सन होतो है| इसमे निवेशको को इस बात की चिंता करने की जरुरत नहीं पडती की शेअर खरिदना है या बेचना है, म्यूचुवल फंड मे यह सब चिंता फंड मॅनेजर की होती है|
फंड कंपनी को चलाने के लिये फंड मॅनेजर के निचे एक टिम भी काम करती है जो की फंड मे बदलाव करने पर रिसर्च करती रहती है|
म्युचूवल फंड मे निवेश करने के क्या फायदे है ?
आपको अगर स्टाॅक मार्केट की जानकारी नहीं है तो आप इन-डायरेक्टली म्यूचुवल फंड की मदत से स्टाॅक मार्केट मे निवेश कर सकते हैं|
जादातर लोग अपने पैसे बॅक एफडी मे निवेश करते है| बॅक मे निवेश करने से आपको जादा से डेब्ट फंड कितने प्रकार के होते हैं? जादा ५ से ६% रिटर्न मिलता है पर अगर आप म्यूचुवल फंड मे निवेश करते है तो कम से कम बॅक से तो अच्छे रिटर्न्स आपको मिलेंगे ही मिलेंगे|
अगर आप डायरेक्टली स्टाॅक मार्केट मे निवेश करते है तो आपको हर एक स्टाॅक किंमत पर नजर रखनी होती है कब कौनसा स्टाॅक बेचना है कब कौनसा स्टाॅक खरिदना है यह आपको देखना पडता है और अगर आपको शेअर मार्केट (स्टाॅक मार्केट) की अच्छे से जानकारी नहीं है तो आप आपका सारा पैसा गवा सकते हैं |
शेअर मार्केट की जगह आप म्यूचुवल फंड मे निवेश करते है तो आपको यह सब नहीं देखना पडता वो सब फंड मॅनेजर को देखना पडता है आपको सिर्फ एक अच्छे फंड मॅनेजर और उस फंड कंपनी की रेटिंग देखके उस फंड मे इनवेस्ट कर करना होता है|
म्यूचुवल फंड के प्रकार ?
१. इक्विटी फंड:
इसमे कंंपनी सब निवेशको के पैसै इकठ्ठा करके इक्विटी शेअरो मे लगा देती ही| यह फंड हाईली रिस्की माना जाता है|
२. डेब्ट फंड:
३. बैलेंन्स फंड:
इसमे फंंड कंपनी निवेशको का पैसा इक्विटी और डेब्ट दोनो मे इनवेस्ट करती है|
४. गिल्ट फंड:
यह फंड सबसे सुरक्षित माना जाता है| इसका सारा पैसा कंपनी सरकारी योजनांचा मे लगा देती है| इसमे सरकार का बॅकअप भी रहने के कारण यह फंड सबसे जादा सुरक्षित और अच्छा माना जाता है|
मै कौन से म्यूचवल फंड मे निवेश करु?
भारत मे बहुत सारे म्यूचवल फंड मौजुद है| आप म्यूचूवल फंड की पिछले सब रेकाॅर्ड यांनी कितनी साल में कितना निचे या उपर गया है यह देखके भी निवेश कर सकते हैं|
आप अलग अलग म्यूचुवल फंड संस्था द्वारा दि गई रेटींग के आधार पर आप किसी अच्छे म्यूचुवल फंड मे निवेश कर सकते हैं| पर जादातर रेटिंग बदलती रहती है| आप फंड मॅनेजर को कौन चला रहा है उसे कितना अनुभव है इसके आधार पर भी म्यूचुवल फंड मे निवेश कर सकते हैं | या आप अपने पसंद अनुसार किसी फंड मे निवेश कर सकते हैं जैसे आपको ऑटो सेक्टर जानकारी जादा है तो आप ऑटो सेक्टर के किसी फंड मे इनवेस्ट कर सकते है|
आपको फार्मा सेक्टर का भविष्य आगे जाके अच्छा लग रहा है तो आप फार्मा सेक्टर के किसी फंड मे आप अपना पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं| किसी को सोने और चांदी की समज जादा हो तो वह किसी असेट्स म्यूचुवल फंड मे अपना पैसे इनवेस्ट कर सकते हैं| आपके हिसाब से आप किसी भी म्यूचुवल फंड मे अपना पैसा लगा सकते हैं|
म्युच्यूवल फंड मे इनवेस्ट करने के लिये सुरुवात कहा से करे ?
म्यूचुवल फंड के कई सारे संस्था से आप सिधे संपर्क करके आप अपना अकाऊंट निकाल सकते हैं| अगर आपको ऑनलाईन प्रक्रिया की थोडी बहोत भी जानकारी है तो आप म्युच्यूवल फंड कंपनी मे घर बैठे ही रजिस्टर करके इनवेस्ट कर सकते हैं|
म्यूचुवल फंड मे इनवेस्ट करने के लिये बेहतरीन ऐप्स कौनसी है?
निचे दिये गये लिंक से आप किसी भी एक ऐप मे रजिस्टर ( आधार ऑनलाईन केवायसी) करके आप म्यूचुवल फंड मे इनवेस्टमेंट चालु कर सकते हैं|
क्या आपने अभी तक म्यूचुवल फंड मे इनवेस्टमेंट करना चालु नहीं किया तो जल्द से जल्द उपर दिये गये लिंक कि मदत से अपना अकाऊंट खोल दिजीए और इनवेस्ट चालु कर दिजीए|
Mutual Fund सिप में कितना रिटर्न मिलता है?
ऐसी कोई फिक्स वैल्यू नहीं होती अलग-अलग में 56 के अलग-अलग रिटर्न्स होते हैं और डिपेंड करता है निकल पड़े कौन सा है इक्विटी है डेट है या और कोई है लेकिन मोटा मोटी पकड़े तो बैंक डिपॉजिट से ज्यादा ही मीटर फंड के रिटर्न होते हैं और अगर आप हाइब्रिड फंड में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आपकी रिस्क का कम हो जाती है
वैसे देखा जाए तो Bank के रिटर्न 6 से 8% के ऊपर नहीं होते, मुचल फंड की बात करें तो ज्यादातर यह बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा ही होता है.
एसआईपी में कैसे निवेश करें?
इसके लिए आपको एक फिक्स रुपये हर महीने के किसी एक दिन निश्चित करनी होती है उस दिन आप उतने अमाउंट की राशी आपके अकांउट से आपके निर्धारित किए हुए दिन को कट जाती है अगर किसी महीने आपको रुपए का भुगतान नहीं करना तो आप उसे स्किप भी कर सकते हैं.