प्लेटफार्म

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rp5.ru मतलब है: प्लेटफार्म
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5 - वेबसाइट विज़िटरों के विचार, 5 अंकों की ग्रेडिंग में हमारे पूर्वानुमान की सटीकता का अंक " 5 ” (श्रेष्ठ) है। प्लेटफार्म
.ru - रूस में
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बैल कोल्हू प्लेटफार्म के नाम से जाने जाएंगे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के Platform, निजी कंपनी से अनुबंध
Indian Railway मेट्रो स्टेशनों के नाम की तरह रेलवे स्टेशनों प्लेटफार्म के प्लेटफार्म के नाम भी कोई कंपनी पैसे देकर अपने नाम करा सकती है। इसकी शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से की गई है। स्टेशन के तीन प्लेटफार्म का नाम रखने का अधिकार निजी कंपनी को दी गई है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मेट्रो स्टेशनों के नाम की तरह रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म के नाम भी कोई कंपनी पैसे देकर अपने नाम करा सकती है। इसकी शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से की गई है। स्टेशन के तीन प्लेटफार्म का नाम रखने का अधिकार निजी कंपनी को दी गई है। इसकी झलक भी दिखने लगी है। प्लटेफार्म नंबर 16 का नाम बैल कोल्हू प्लेटफार्म कर दिया गया है। इसी तरह से अन्य प्लेटफार्म के नाम रखे गए हैं। इससे रेलवे को एक वर्ष में लगभग एक करोड़ रुपये की आमदनी होगी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सात प्लेटफार्म निजी कंपनी को साैंपे
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि गैरभाड़ा प्लेटफार्म आमदनी को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। निजी कंपनियों से अनुबंध करके राजस्व बढ़ाया जा रहा है। इसी कड़ी में ब्रांडिंग के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सात प्लेटफार्म निजी कंपनी को दिया गया है। कंपनी प्लेटफार्म की संख्या के आगे अपना या अपने ब्रांड का नाम लिख सकता है। बीएल एग्रो पैसे देकर प्लेटफार्म का नाम रखने का अधिकार प्राप्त करने वाली पहली कंपनी बन गई है।
प्लेटफार्म नंबर 16 के आगे बैल कोल्हू नाम जोड़ा
उसने प्लेटफार्म नंबर 16 के आगे बैल कोल्हू जोड़ा गया है। इसी तरह से प्लेटफार्म नंबर 14 और15 के नाम के साथ नरिश जोड़ा गया है। इन तीनों प्लेटफार्म पर संबंधित कंपनी अपने उत्पाद का प्रचार भी करेगी। कंपनी को एक वर्ष तक के लिए यह अधिकार मिला है। अधिकारियों का कहना है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अन्य प्लेटफार्म व दूसरे रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों से भी आय बढ़ाने के लिए निजी कंपनियों से बात चल रही है।
अब बिलासपुर स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर नहीं स्र्केंगी 10 ट्रेनें, केवल 19 ट्रेनों का ठहराव
बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। बिना पूर्व सूचना के रेल प्रशासन जोनल स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर आने वाली 10 ट्रेनों का प्लेटफार्म बदल दिया है। रेलवे इसे समान्य प्रक्रिया बता रही है पर इसके कारण यात्रियों को कितनी दिक्कत हो रही है। गुरुवार को यात्री छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस का तीन नंबर प्लेटफार्म पर प्लेटफार्म इंतजार कर रहे थे और ट्रेन प्लेटफार्म पांच पर आ गई। कई साल से यह ट्रेन इसी प्लेटफार्म पर आती है। एकाएक बदलाव से यात्रियों में अफरा-तफरी जैसी स्थिति थी। हालांकि बिलासपुर में स्टापेज का समय पर्याप्त होने के कारण जैसे-तैसे यात्री पहुंच गए।
जोनल स्टेशन में आठ प्लेटफार्म हैं। इसमें सबसे प्रमुख प्लेटफार्म एक को माना जाता है। सुरक्षा के लिहाज से भी इसे बेहतर माना जाता है। शायद यही वजह है कि अब तक प्लेटफार्म एक में 29 ट्रेनें आकर ठहरती थीं। इनमें ज्यादातर प्रमुख व लंबी दूरी की ट्रेनें हैं। इसके अलावा इनके पहुंचने का समय देर रात है। इन्हीं कारणों को देखते हुए पूर्व में ट्रेनों के ठहराव के लिए प्लेटफार्म एक को चिंहित किया गया। एकाएक रेल प्रशासन के द्वारा 10 ट्रेनों को दो-तीन व चार-पांच नंबर प्लेटफार्म पर ठहराव देने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
इनमें गीतांजलि एक्सप्रेस, ज्ञानेश्वरी सुपरडीलक्स जैसी प्रमुख ट्रेनें हैं। इससे यात्रियों को परेशानी होने लगी है। खासकर बुजुर्ग यात्रियों को इससे कारण दिक्कत होगी। अभी कम से कम प्रवेश करने के बाद सामने में एक नंबर प्लेटफार्म है। इससे यात्री आसानी से ट्रेन में सफर कर लेते हैं। बैटरी कार में दो-तीन या चार-पांच नंबर प्लेटफार्म तक नहीं जाती। कोरबा-अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों की ट्रेन छूटते-छूटते बची। यह ट्रेन तीन नंबर की जगह प्लेटफार्म पांच पर आई। यही स्थिति प्रतिदिन होगी।
ट्रैफिक दबाव तो कैसे दौड़ रही मालगाड़ी
गुरुवार को प्लेटफार्म एक पर जो नजारा देखने को मिला, उससे इस व्यवस्था के पीछे दूसरी वजह सामने आ रही है। प्लेटफार्म एक से लगातार मालगाड़ी का परिचालन हुआ। जबकि इस प्लेटफार्म में उपयोग मालगाड़ी के परिचालन के लिए ज्यादा नहीं करना है। कुछ यात्री तो यह भी कहते रहे कि ऐसा मालगाड़ी का परिचालन सुधारने के लिए किया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बिलासपुर स्टेशन यार्ड बड़ा है। ट्रेनों का यार्ड में कई बार क्रासिंग मूवमेंट करना पड़ता है। इसकी वजह से अन्य ट्रेनों का परिचालन, ट्रेनों की समयबद्धता तथा कई बार प्लेटफार्म पर आक्यूपेशन से व्यवस्था प्रभावित होती है। इन्हीं कारणों के मद्देनजर कुछ ट्रेनों का ठहराव प्लेटफार्म दो और तीन पर किया गया है। इसका लाभ बिलासपुर स्टेशन में दूसरे छोर से प्रवेश करने वाले यात्रियों को मिलेगा।
प्लेटफार्म की लंबाई ट्रेन की लंबाई की दोगुनी है। ट्रेन की गति 144 किमी/घंटा है। यदि ट्रेन प्लेटफार्म को 30 सेकंड में पार करती है, तो प्लेटफार्म की लंबाई क्या है?
The RRB Group D Results are expected to be out soon! The Railway Recruitment Board released the RRB Group D Answer Key on 14th October 2022. The candidates will be able to raise objections from 15th to 19th October 2022. The exam was conducted from 17th August to 11th October 2022. The RRB (Railway Recruitment Board) is conducting the RRB Group D exam to recruit various posts of Track Maintainer, Helper/Assistant in various technical departments like Electrical, Mechanical, S&T, etc. The selection process for these posts includes 4 phases- Computer Based Test Physical Efficiency Test, Document Verification, and Medical Test.
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